- Quasi Contract (क्वासी कॉन्ट्रैक्ट): क्वासी कॉन्ट्रैक्ट एक ऐसा कानूनी अनुबंध होता है जो वास्तविक रूप से कोई अनुबंध नहीं होता, लेकिन कानूनी दृष्टिकोण से एक अनुबंध के रूप में माना जाता है। यह तब होता है जब एक पक्ष दूसरे पक्ष को लाभ देता है और दूसरे पक्ष को उस लाभ का प्रतिकार करने का कानूनी कर्तव्य होता है। उदाहरण के लिए, जब कोई व्यक्ति बिना इच्छाशक्ति के दूसरे की संपत्ति का उपयोग करता है और उसे वापस करने की जिम्मेदारी होती है।
- एजेंसी में “Ratification” का अर्थ: एजेंसी में रेटिफिकेशन का अर्थ है, किसी एजेंट द्वारा की गई कार्रवाई की बाद में प्रधान (Principal) द्वारा स्वीकृति देना। जब कोई एजेंट बिना अनुमति के कार्य करता है, लेकिन बाद में प्रधान उस कार्य को स्वीकार करता है, तो वह रेटिफिकेशन कहलाता है।
- साझेदारी व्यवसाय का उत्तरदायित्व: साझेदारी व्यवसाय में, प्रत्येक साझेदार का व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायित्व होता है। वे व्यापार से संबंधित कर्तव्यों और दायित्वों के लिए उत्तरदायी होते हैं, और किसी भी नुकसान या ऋण की स्थिति में व्यक्तिगत संपत्ति का उपयोग किया जा सकता है। यदि साझेदारी में कोई ऋण या नुकसान होता है, तो सभी साझेदार सामूहिक रूप से उत्तरदायी होते हैं।
- संविदा का उल्लंघन (Breach of Contract) किस धारा में आता है?: भारतीय संविधान की अनुबंध अधिनियम, 1872 की धारा 73 और 74 में संविदा का उल्लंघन (Breach of Contract) से संबंधित प्रावधान हैं। धारा 73 के तहत, उल्लंघन करने पर हानि या नुकसान के लिए मुआवजा देने की बात की जाती है।
- एजेंसी के प्रमुख तत्व: एजेंसी के प्रमुख तत्व निम्नलिखित हैं:
- एक प्रधान (Principal) होता है।
- एक एजेंट (Agent) होता है।
- एजेंट को प्रधान की ओर से कार्य करने का अधिकार होता है।
- एजेंट को प्रधान के निर्देशों के अनुसार कार्य करना होता है।
- एकल स्वामित्व और साझेदारी में क्या अंतर है?:
- एकल स्वामित्व में एक व्यक्ति पूरा व्यवसाय चलाता है और सभी निर्णयों का अधिकार और जिम्मेदारी उसी के पास होती है।
- साझेदारी में दो या दो से अधिक लोग मिलकर व्यवसाय चलाते हैं और लाभ, हानि का बंटवारा करते हैं।
- बिक्री और लीज में क्या अंतर है?:
- बिक्री में संपत्ति का स्वामित्व खरीदार को स्थानांतरित हो जाता है।
- लीज में संपत्ति का स्वामित्व लीजदाता के पास रहता है, लेकिन लीजधारी को संपत्ति के उपयोग का अधिकार मिलता है, निश्चित समय और शर्तों के साथ।
- निश्चित अवधि की एजेंसी क्या होती है?: निश्चित अवधि की एजेंसी वह एजेंसी होती है, जिसकी अवधि पहले से निर्धारित की जाती है। यह एजेंसी एक निश्चित समय तक या किसी निर्धारित घटना के घटित होने तक लागू रहती है।
- साझेदारी और संयुक्त उपक्रम में क्या अंतर है?:
- साझेदारी में दोनों पक्ष एक ही व्यापार में निवेश करते हैं और लाभ-हानि को साझा करते हैं।
- संयुक्त उपक्रम (Joint Venture) एक अस्थायी साझेदारी होती है, जिसमें कोई विशेष कार्य पूरा करने के लिए दो या दो से अधिक पार्टियां एक साथ मिलकर काम करती हैं।
- एजेंसी का उत्तरदायित्व कब समाप्त होता है?: एजेंसी का उत्तरदायित्व निम्नलिखित कारणों से समाप्त हो सकता है:
- जब एजेंसी के उद्देश्य को पूरा किया जाता है।
- जब समय सीमा समाप्त होती है।
- जब प्रधान या एजेंट में से किसी एक का निधन हो जाता है।
- जब एजेंट द्वारा कार्य करने की क्षमता समाप्त हो जाती है।
- जमानत अनुबंध को कब अवैध घोषित किया जा सकता है?: जमानत अनुबंध अवैध घोषित किया जा सकता है यदि:
- अनुबंध अवैध उद्देश्य के लिए है।
- जमानतदाता को जबरदस्ती या धोखाधड़ी से अनुबंध में लाया गया हो।
- जमानत देने का उद्देश्य कानून के खिलाफ हो।