Property Law Including Transfer of Property MCQ Question

सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम के अन्तर्गत मुख्य पदों की परिभाषाएं

1 – संपत्ति अंतरण अधिनियम लागू हुआ :

(अ) 2 अक्टूबर, 1882

(ब) 1 सितम्बर, 1882

(स) 1 जुलाई, 1882

(द) 1 अप्रैल, 1882

2- भागिक पालनकर्ता को अपने कब्जे की सुरक्षा का हक प्राप्त है-

(अ) गलत

(ब) पूर्ण प्रतिफल प्रदान करने पर ही हक प्राप्त होगा

(स) सही

(द) कब्जा सौंपना आवश्यक नहीं हो जाता

3 – स्थावर संपत्ति के पट्टे का अवसान निम्न प्रकार से होगा –

(अ) मौखिक सूचना द्वारा

(ब) लेखबद्ध सूचना द्वारा

(स) अभिकर्ता को भेजकर

(द) टेलीफोन द्वारा

4 – अचल सम्पत्ति में शामिल नहीं है ?

(अ) मकान

(ब) घूमता हुआ सिनेमाघर

(स) खड़ी फसल

(द) रेलवे स्टेशन क्योंकि रेल चलती है

5 – नीचे दिये गए किस दस्तावेज को अनुप्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं है ?

(अ) इच्छा पत्र

(ब) स्थावर सम्पत्ति का दान

(स) ऐसा बंधपत्र जिसके द्वारा सुनिश्चित की गई मूल रकम 100 रु. से अधिक है।

(द) स्थावर सम्पत्ति का विक्रय पत्र

6 – किसी दस्तावेज का अनुप्रमाणीकरण करने वाला साक्षी हो सकता है :

(अ) उस दस्तावेज का एक पक्षकार

(ब) उसका लेखक

(स) ऐसे व्यक्ति जिसने दस्तावेज लिख देने वाले को दस्तखत करते हुए देखा हो

(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं

7- भावी संपत्ति का दान किया जा सकता है-

(अ) सही

(ब) गलत

(स) संपत्ति भविष्य के दान देने पर वैध होगा

(द) भावी संपत्ति के दान को स्वीकार करने से वैध होगा

8 – अनुयोज्य दावों के संबंध में धारा 130 संपत्ति अंतरण अधिनियम का अपवाद क्या है-

(अ) जीवन बीमा पॉलिसी के अंतरण को लागू नहीं होगा

(ब) समुद्री बीमा या अग्नि बीमा पॉलिसी के अंतरण को लागू नहीं है

(स) वाहन बीमा या अग्नि बीमा पॉलिसी के अंतरण को लागू नहीं है

(द) उपर्युक्त बीमा पॉलिसी के अंतरण को लागू नहीं होगा

9 – निम्न कथनों में से कौन-सा कथन सही नहीं है ?

(अ) अचल सम्पत्ति का पट्टा उस सम्पति का उपभोग करने के हक को अन्तरित करता है

(ब) विक्रय स्वामित्व को अन्तरित करता है

(स) पट्टादाता पर कानूनी बंधन है कि पट्टागृहीता के कहने पर उसे सम्पत्ति का कब्जा मिले

(द) विक्रय केवल पंजीकृत दस्तावेज द्वारा ही हो सकता है

10 – साभार दान ऐसा दान है :

(अ) जिसमें लाभ की अपेक्षा भार अधिक हो

(ब) ऐसा दान जो आभार प्रदर्शक हो

(स) ऐसा दान जिसमें भारदाता की ओर से कुछ राशि संदाय करना हो

(द) जिसमें लाभ के साथ भार भी होता है