बैंकिंग और बीमा कानून (Banking and Insurance Law) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर:
1. बैंकिंग कानून की परिभाषा क्या है?
बैंकिंग कानून वह कानूनी ढांचा है, जो बैंकों के संचालन, उनके अधिकारों, कर्तव्यों और दायित्वों को नियंत्रित करता है। भारतीय बैंकिंग प्रणाली को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। बैंकिंग नियमन अधिनियम, 1949 (Banking Regulation Act, 1949) भारतीय बैंकिंग कानून का मुख्य आधार है। इसके तहत बैंकों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश, उनके कर्तव्यों, दायित्वों, पंजीकरण और निरीक्षण की प्रक्रियाएं निर्धारित की जाती हैं।
2. भारतीय रिजर्व बैंक का क्या कार्य है?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भारतीय बैंकिंग प्रणाली का केंद्रीय बैंक है। इसके मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं:
- मुद्रा नीति का निर्धारण और नियंत्रण।
- बैंकों के लिए मार्गदर्शन और विनियमन।
- वित्तीय प्रणाली का स्थायित्व बनाए रखना।
- बैंकिंग क्षेत्र में भुगतान और निपटान प्रणालियों का नियंत्रण।
- मुद्रा, बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए पर्यवेक्षण।
3. बैंकिंग नियमन अधिनियम, 1949 (Banking Regulation Act, 1949) के प्रमुख प्रावधान क्या हैं?
- धारा 5: बैंक की परिभाषा।
- धारा 8: बैंक की स्थापना के लिए लाइसेंस प्राप्त करना।
- धारा 10: बैंक के निदेशक मंडल का गठन और उसकी शक्तियां।
- धारा 15: बैंक के खाते और बैलेंस शीट का निरीक्षण।
- धारा 45: बैंकिंग कंपनी का परिसमापन।
यह अधिनियम बैंकों के संचालन की प्रक्रिया को निर्धारित करता है और यह सुनिश्चित करता है कि बैंक सही तरीके से संचालित हो रहे हैं और वे वित्तीय प्रणाली के लिए सुरक्षित हैं।
4. बीमा कानून की परिभाषा क्या है?
बीमा कानून वह कानून है जो बीमा के अनुबंधों, बीमा कंपनियों और पॉलिसीधारकों के अधिकारों और दायित्वों को नियंत्रित करता है। भारत में बीमा कानून मुख्यतः बीमा अधिनियम, 1938 (Insurance Act, 1938) और भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) द्वारा नियंत्रित होता है। बीमा कंपनी के गठन, बीमा अनुबंध, प्रीमियम की दरें और दावा निपटान से जुड़े सभी पहलुओं को यह कानून नियंत्रित करता है।
5. भारतीय बीमा अधिनियम, 1938 (Insurance Act, 1938) के प्रमुख प्रावधान क्या हैं?
- धारा 2: बीमा कंपनियों की परिभाषा और कार्य।
- धारा 3: बीमा कंपनियों के लिए लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया।
- धारा 10: बीमा कंपनियों द्वारा प्रीमियम का निर्धारण।
- धारा 30: बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण और दावों का निपटान।
- धारा 37: बीमा कंपनी की वार्षिक बैलेंस शीट का ऑडिट और निरीक्षण।
यह अधिनियम बीमा कंपनियों को लाइसेंस प्रदान करने, उनके संचालन की निगरानी करने और उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने का कार्य करता है।
6. IRDAI (Insurance Regulatory and Development Authority of India) का कार्य क्या है?
IRDAI भारतीय बीमा क्षेत्र का प्रमुख नियामक है। इसके प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:
- बीमा कंपनियों का पंजीकरण और निरीक्षण।
- बीमा पॉलिसी की शर्तों और प्रीमियम दरों को नियंत्रित करना।
- उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना।
- बीमा उद्योग में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना और विकास करना।
- बीमा कंपनियों के लिए दिशा-निर्देश जारी करना।
7. बीमा अनुबंध की क्या विशेषताएँ होती हैं?
बीमा अनुबंध में निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं:
- आधार: बीमा अनुबंध एक समझौता है, जिसमें एक पक्ष (बीमा कंपनी) दूसरे पक्ष (पॉलिसीधारक) से प्रीमियम प्राप्त करता है और बदले में जोखिम का कुछ हिस्सा वहन करता है।
- प्रमुख तत्व: बीमा अनुबंध में पॉलिसीधारक द्वारा प्रीमियम का भुगतान और बीमा कंपनी द्वारा जोखिम का वहन करने का समझौता होता है।
- विश्वसनीयता: बीमा अनुबंध दोनों पक्षों के बीच विश्वास पर आधारित होता है।
- कानूनी प्रभाव: बीमा अनुबंध के उल्लंघन पर कानूनी दायित्व उत्पन्न होते हैं।
8. बीमा दावा (Claim) का निपटान कैसे किया जाता है?
बीमा दावा का निपटान निम्नलिखित प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है:
- दावा दर्ज करना: पॉलिसीधारक को बीमा कंपनी में दावा दर्ज करना होता है।
- दावा का मूल्यांकन: बीमा कंपनी द्वारा दावा का मूल्यांकन किया जाता है, जिसमें दावा की वैधता और उसकी राशि की जांच की जाती है।
- दावा का निपटान: यदि दावा स्वीकार किया जाता है, तो बीमा कंपनी द्वारा उपयुक्त राशि पॉलिसीधारक को चुकाई जाती है।
9. बैंकिंग और बीमा कानून में उपभोक्ता के अधिकार क्या हैं?
- बैंकिंग कानून: उपभोक्ताओं के पास बैंकिंग सेवाओं का सही तरीके से उपयोग करने का अधिकार होता है। साथ ही, वे बैंक द्वारा असंतोषजनक सेवाओं के खिलाफ शिकायत करने का अधिकार रखते हैं।
- बीमा कानून: उपभोक्ताओं को बीमा पॉलिसी के शर्तों की पूरी जानकारी प्राप्त करने का अधिकार है। वे बीमा कंपनी के खिलाफ दावे और शिकायतें भी दर्ज कर सकते हैं यदि बीमा कंपनी उनका दावा निपटाने में असमर्थ है।
यह कानून बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में उपभोक्ताओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करता है।
10. बैंकिंग और बीमा कानून में उपभोक्ताओं के अधिकार और कर्तव्य क्या हैं?
बैंकिंग कानून में उपभोक्ताओं के अधिकार:
- सही जानकारी प्राप्त करना: उपभोक्ताओं को बैंकिंग सेवाओं से संबंधित सही और स्पष्ट जानकारी प्राप्त करने का अधिकार है।
- गोपनीयता का अधिकार: उपभोक्ता का बैंक द्वारा उनके खातों और लेन-देन से संबंधित जानकारी को गोपनीय रखने का अधिकार है।
- सुविधाजनक सेवा का अधिकार: उपभोक्ता को बैंकों से बिना किसी असुविधा के सेवाएं प्राप्त करने का अधिकार है।
- स्मरणिकता और दावा दर्ज करने का अधिकार: अगर उपभोक्ता को बैंक से कोई समस्या होती है, तो वह बैंक के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का अधिकार रखता है।
बीमा कानून में उपभोक्ताओं के अधिकार:
- सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने का अधिकार: उपभोक्ता को अपनी बीमा पॉलिसी की शर्तों, लाभों और जोखिमों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने का अधिकार है।
- दावा करने का अधिकार: उपभोक्ता को बीमा कंपनी से अपने दावे का निपटान प्राप्त करने का अधिकार होता है।
- समानता और निष्पक्षता का अधिकार: बीमा कंपनियों को उपभोक्ताओं के साथ समान और निष्पक्ष व्यवहार करने की जिम्मेदारी है।
11. भारतीय बैंकिंग प्रणाली की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
भारतीय बैंकिंग प्रणाली में निम्नलिखित प्रमुख विशेषताएँ हैं:
- केंद्रीय बैंक का नियंत्रण: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) केंद्रीय बैंक के रूप में बैंकिंग प्रणाली का नियंत्रण करता है।
- वाणिज्यिक बैंकों की भूमिका: वाणिज्यिक बैंक उपभोक्ताओं को विभिन्न बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं, जैसे कि बचत खाता, चालू खाता, लोन, आदि।
- सम्पूर्ण सुरक्षा प्रणाली: भारतीय बैंकिंग प्रणाली में वित्तीय सुरक्षा के उपाय होते हैं, जैसे कि ऋणों के लिए क्रेडिट गारंटी और जमा बीमा।
12. बैंकिंग कंपनियों के प्रमोटर और शेयरधारक से संबंधित कानून क्या हैं?
बैंकिंग कंपनियों के प्रमोटर और शेयरधारक से संबंधित निम्नलिखित कानून हैं:
- बैंकिंग नियमन अधिनियम, 1949 की धारा 12: यह प्रावधान बैंकिंग कंपनियों के शेयरधारकों के लिए सीमित करता है कि वे बैंक की पॉलिसी और संचालन पर प्रभाव डालने वाले किसी भी कृत्य में शामिल न हों।
- भारतीय रिजर्व बैंक की स्वीकृति: बैंकिंग कंपनियों के प्रमोटरों और प्रमुख शेयरधारकों को आरबीआई से स्वीकृति प्राप्त करनी होती है, विशेषकर जब वे बैंक की शेयरधारिता में वृद्धि करना चाहते हैं।
13. बीमा अनुबंधों के प्रकार क्या हैं?
बीमा अनुबंधों के निम्नलिखित प्रकार होते हैं:
- जीवन बीमा: यह बीमा पॉलिसी जीवन के जोखिमों को कवर करती है, जैसे कि मृत्यु के बाद का मुआवजा।
- सामान्य बीमा: यह बीमा पॉलिसी घर, वाहन, स्वास्थ्य और अन्य संपत्तियों के नुकसान को कवर करती है।
- विवाद बीमा: यह अनुबंध किसी विशिष्ट विवाद के परिणामस्वरूप होने वाले वित्तीय नुकसान को कवर करता है।
14. बीमा एजेंट का कार्य और भूमिका क्या है?
बीमा एजेंट का कार्य बीमा कंपनियों और उपभोक्ताओं के बीच एक मध्यस्थ के रूप में काम करना है। इसके अंतर्गत बीमा उत्पादों की बिक्री, पॉलिसीधारकों को जानकारी प्रदान करना, पॉलिसी नवीनीकरण के लिए निर्देश देना और बीमा दावों में सहायता करना शामिल है।
15. वाणिज्यिक बैंकों और केंद्रीय बैंकों में अंतर क्या है?
वाणिज्यिक बैंक और केंद्रीय बैंक के बीच अंतर निम्नलिखित हैं:
- कार्य: वाणिज्यिक बैंक व्यापारिक गतिविधियों, जैसे कि ऋण प्रदान करना, जमा स्वीकार करना, और अन्य बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं। केंद्रीय बैंक (जैसे भारतीय रिजर्व बैंक) बैंकिंग प्रणाली की निगरानी करता है और मुद्रा नीति निर्धारित करता है।
- उद्देश्य: वाणिज्यिक बैंक का उद्देश्य लाभ अर्जित करना होता है, जबकि केंद्रीय बैंक का उद्देश्य वित्तीय स्थिरता बनाए रखना होता है।
16. बीमा पॉलिसी में ‘Exclusion Clause’ क्या है?
‘Exclusion Clause’ वह खंड होता है जो बीमा पॉलिसी में उन स्थितियों या घटनाओं को परिभाषित करता है जिन्हें बीमा कंपनी द्वारा कवर नहीं किया जाएगा। उदाहरण के लिए, प्राकृतिक आपदाएँ, युद्ध, आतंकवादी गतिविधियाँ आदि।
17. बीमा पॉलिसी के लाभ और हानि क्या हैं?
लाभ:
- वित्तीय सुरक्षा: बीमा पॉलिसी से उपभोक्ता को वित्तीय सुरक्षा मिलती है, खासकर आपातकालीन स्थितियों में।
- कर लाभ: जीवन बीमा पॉलिसी पर कर लाभ मिलता है, जैसे कि धारा 80C के तहत आयकर छूट।
- जोखिम का विभाजन: बीमा कंपनियां उपभोक्ताओं के जोखिमों को सामूहिक रूप से वहन करती हैं।
हानि:
- प्रीमियम की दर: कभी-कभी बीमा प्रीमियम बहुत अधिक हो सकता है।
- क्लेम निपटान में समस्याएँ: कई बार बीमा कंपनियां पॉलिसीधारकों के दावे को खारिज कर देती हैं या देर से निपटाती हैं।
18. बैंकिंग क्षेत्र में धोखाधड़ी से बचने के उपाय क्या हैं?
- सुरक्षित इंटरनेट बैंकिंग: ऑनलाइन बैंकिंग के लिए मजबूत पासवर्ड और अन्य सुरक्षा उपायों का उपयोग करें।
- कर्मचारी प्रशिक्षण: बैंक कर्मचारियों को धोखाधड़ी की पहचान करने और उसे रोकने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
- धोखाधड़ी के लिए निगरानी: बैंकों को अपने लेन-देन की निगरानी करनी चाहिए और असामान्य गतिविधियों की पहचान करनी चाहिए।
19. भारतीय बैंकिंग प्रणाली में ‘NPA’ (Non-Performing Assets) का क्या अर्थ है?
NPA (Non-Performing Assets) का मतलब उन ऋणों से है जिन पर बैंक को निर्धारित समय में भुगतान प्राप्त नहीं हो रहा है। जब किसी ऋण का भुगतान 90 दिनों से अधिक समय तक नहीं किया जाता, तो उसे NPA माना जाता है।
20. बीमा उद्योग में ‘Underwriting’ का क्या महत्व है?
‘Underwriting’ का अर्थ है बीमा कंपनियों द्वारा बीमा आवेदन का मूल्यांकन करना और यह निर्णय लेना कि किसी जोखिम को कवर किया जाएगा या नहीं। यह प्रक्रिया बीमा पॉलिसी के लिए प्रीमियम दर तय करने और पॉलिसीधारक के जोखिम स्तर का निर्धारण करने में सहायक होती है।
21. बैंक और बीमा कंपनियों के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया क्या है?
- बैंकिंग कंपनियों के लिए: बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक से लाइसेंस प्राप्त करना होता है और उनके संचालन की निगरानी की जाती है।
- बीमा कंपनियों के लिए: बीमा कंपनियों को भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) से लाइसेंस प्राप्त करना होता है।
22. बीमा अनुबंध में ‘Insurable Interest’ का क्या महत्व है?
‘Insurable Interest’ का मतलब है वह आर्थिक हित जो व्यक्ति को बीमा पॉलिसी पर होना चाहिए। इसका अर्थ यह है कि पॉलिसीधारक को किसी घटना से वित्तीय हानि होनी चाहिए, तब ही वह बीमा पॉलिसी खरीद सकता है। यह बीमा अनुबंध की वैधता सुनिश्चित करता है।
23. भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) की संरचना क्या है?
IRDAI का अध्यक्ष और सदस्य होते हैं, जो बीमा कंपनियों के संचालन और नीति निर्धारण के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हैं। IRDAI के मुख्य कार्यों में बीमा कंपनियों का पंजीकरण, निरीक्षण, और उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा शामिल है।
24. बैंकिंग उद्योग में ‘Digital Banking’ का क्या भविष्य है?
डिजिटल बैंकिंग का भविष्य बहुत उज्जवल है। इसमें ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल भुगतान, और अन्य ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। यह उपभोक्ताओं को त्वरित, सुरक्षित और सुविधाजनक बैंकिंग अनुभव प्रदान करता है।
25. बीमा क्षेत्र में ‘Fraud’ का क्या प्रभाव होता है?
बीमा क्षेत्र में धोखाधड़ी का प्रभाव बीमा कंपनियों के वित्तीय स्वास्थ्य पर पड़ता है। धोखाधड़ी के कारण बीमा कंपनियों को बड़ा नुकसान होता है, जिससे वे प्रीमियम दरों में वृद्धि करने के लिए मजबूर हो सकती हैं, और उपभोक्ताओं को भी नुकसान हो सकता है।
26. बैंकिंग और बीमा में ‘Risk Management’ का क्या महत्व है?
Risk Management बैंकिंग और बीमा दोनों क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण है। यह जोखिमों को पहचानने, उनका मूल्यांकन करने और उन्हें नियंत्रित करने का प्रक्रिया है। यह सुनिश्चित करता है कि वित्तीय संस्थान किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से सुरक्षित रहें और उनके पास जोखिमों को संभालने के लिए उचित उपाय हों।
27. बीमा और बैंकिंग के क्षेत्र में ग्राहक सेवा की भूमिका क्या है?
ग्राहक सेवा बैंकिंग और बीमा क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण पहलू है। इसके तहत उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान किया जाता है, पॉलिसी और सेवाओं के बारे में जानकारी दी जाती है और ग्राहकों को एक उत्कृष्ट अनुभव प्रदान किया जाता है। यह उपभोक्ताओं के विश्वास और संतुष्टि को बढ़ावा देता है।
28. बैंक और बीमा कंपनियों के लिए धोखाधड़ी को रोकने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं?
- ऑनलाइन सुरक्षा: बैंक और बीमा कंपनियां डिजिटल प्लेटफार्मों पर सुरक्षा की निगरानी करती हैं और धोखाधड़ी को रोकने के लिए दो-स्तरीय प्रमाणीकरण जैसे उपाय अपनाती हैं।
- कर्मचारी प्रशिक्षण: कर्मचारियों को धोखाधड़ी के संकेतों को पहचानने और उसे रोकने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
29. वाणिज्यिक बैंकों और निवेश बैंकों में अंतर क्या है?
वाणिज्यिक बैंक ग्राहकों को बचत खाते, ऋण, और अन्य सामान्य बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं, जबकि निवेश बैंक कंपनियों और सरकारी संस्थाओं के लिए पूंजी जुटाने और निवेश करने का काम करते हैं। निवेश बैंक वित्तीय बाजारों में दलाली और संरचनात्मक वित्तीय सेवाएं प्रदान करते हैं।
30. बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में ‘Corporate Governance’ का क्या महत्व है?
Corporate Governance का उद्देश्य कंपनियों के संचालन में पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करना है। बैंकिंग और बीमा कंपनियों में यह सुनिश्चित करता है कि वे सही तरीके से और उपभोक्ताओं और निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए काम करें। यह वित्तीय और कानूनी अनुपालन को बढ़ावा देता है और संस्थान की प्रतिष्ठा बनाए रखता है।
31. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कार्य और शक्तियाँ क्या हैं?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के प्रमुख कार्य और शक्तियाँ निम्नलिखित हैं:
- मुद्रा नीति का निर्धारण: RBI भारतीय अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति और मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित करता है।
- बैंकिंग व्यवस्था का नियमन: RBI सभी वाणिज्यिक बैंकों के संचालन पर निगरानी रखता है और उनका नियमन करता है।
- वित्तीय स्थिरता बनाए रखना: RBI वित्तीय प्रणाली की स्थिरता और बैंकिंग क्षेत्र की सुदृढ़ता सुनिश्चित करता है।
- वेतन और ब्याज दरें निर्धारित करना: RBI वित्तीय संस्थानों के लिए ब्याज दरें तय करता है।
32. बैंकिंग क्षेत्र में ‘KYC’ (Know Your Customer) का क्या महत्व है?
‘KYC’ (Know Your Customer) का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बैंक अपने ग्राहकों के बारे में पूरी जानकारी रखे ताकि धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य अवैध गतिविधियों को रोका जा सके। यह प्रक्रिया बैंक के ग्राहकों की पहचान, पते और अन्य विवरणों का सत्यापन करने के लिए की जाती है।
33. बीमा में ‘Premium’ और ‘Claim’ का क्या अर्थ है?
- Premium: प्रीमियम वह राशि है जो बीमा पॉलिसीधारक को बीमा कंपनी को बीमा कवरेज के बदले में नियमित रूप से या एकमुश्त भुगतान करना होता है।
- Claim: दावा वह प्रक्रिया है जिसके तहत बीमा पॉलिसीधारक या लाभार्थी को बीमा कंपनी से मुआवजा प्राप्त करने के लिए आवेदन करता है, जब बीमा पॉलिसी के तहत किसी घटना का घटित होना होता है।
34. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Liquidity Crisis’ का क्या अर्थ है?
‘Liquidity Crisis’ का अर्थ है जब बैंक के पास पर्याप्त नकदी या तरल संपत्ति नहीं होती है, जिससे वह अपने दावों और उधारी को पूरा करने में असमर्थ हो जाता है। यह स्थिति बैंकिंग क्षेत्र में गंभीर संकट का कारण बन सकती है, और इससे पूरे वित्तीय बाजार में अस्थिरता पैदा हो सकती है।
35. बीमा कंपनी का ‘Solvency Ratio’ क्या है?
‘Solvency Ratio’ बीमा कंपनी की वित्तीय स्थिति को मापने के लिए उपयोगी एक अनुपात है। यह बीमा कंपनी की कुल देनदारियों के मुकाबले उसकी संपत्तियों को दर्शाता है। उच्च solvency ratio यह सुनिश्चित करता है कि बीमा कंपनी अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा करने में सक्षम है।
36. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Non-Banking Financial Companies’ (NBFCs) का क्या महत्व है?
NBFCs (Non-Banking Financial Companies) बैंकों की तरह वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती हैं, लेकिन वे बैंकिंग सेवाओं का संचालन नहीं करतीं। ये कंपनियाँ मुख्य रूप से ऋण प्रदान करने, निवेश सेवाएँ, और वित्तीय उत्पादों की पेशकश करती हैं। NBFCs का महत्व इस तथ्य में है कि ये छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों और उपभोक्ताओं को ऋण और वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं।
37. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Securitization’ का क्या अर्थ है?
Securitization वह प्रक्रिया है जिसमें बैंकों या वित्तीय संस्थाओं द्वारा अपने ऋणों और अन्य संपत्तियों को एक वित्तीय सुरक्षा (security) के रूप में रूपांतरित किया जाता है, जिसे निवेशकों को बेचा जाता है। यह बैंकों को अपने ऋणों के बदले में पूंजी जुटाने में मदद करता है।
38. बीमा अनुबंध में ‘Moral Hazard’ क्या है?
‘Moral Hazard’ का अर्थ है वह स्थिति जब बीमा पॉलिसीधारक अपनी जोखिम लेने की प्रवृत्ति को बढ़ा देता है, क्योंकि उसे लगता है कि बीमा कंपनी उसकी क्षति की भरपाई करेगी। इससे बीमा कंपनियों के लिए अधिक दावे हो सकते हैं और वित्तीय जोखिम बढ़ सकता है।
39. भारतीय बीमा क्षेत्र में ‘IRDAI’ का कार्य क्या है?
IRDAI (Insurance Regulatory and Development Authority of India) भारतीय बीमा क्षेत्र का नियामक प्राधिकरण है। इसके मुख्य कार्यों में बीमा कंपनियों का पंजीकरण, उनका निरीक्षण, बीमा उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा, और बीमा उत्पादों की पारदर्शिता को सुनिश्चित करना शामिल है।
40. ‘Risk Pooling’ का बीमा में क्या महत्व है?
Risk Pooling का अर्थ है विभिन्न पॉलिसीधारकों द्वारा अपने जोखिमों को एक समूह में मिलाना। यह प्रक्रिया बीमा कंपनियों को यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि किसी भी एकल घटना से उत्पन्न होने वाले वित्तीय नुकसान को कई पॉलिसीधारक मिलकर वहन कर सकें, जिससे प्रत्येक पॉलिसीधारक को कम प्रीमियम दर पर कवर प्राप्त होता है।
41. बीमा में ‘Excess and Deductibles’ का क्या महत्व है?
Excess and Deductibles बीमा पॉलिसी में वह राशि होती है जिसे पॉलिसीधारक को बीमा दावा के समय खुद वहन करना पड़ता है। यह राशि बीमा कंपनी के भुगतान से पहले कटौती की जाती है। इसका उद्देश्य बीमा कंपनी को छोटे दावों से बचाना और पॉलिसीधारकों को अपनी जोखिमों के बारे में सतर्क करना है।
42. बैंक और बीमा क्षेत्र में ‘Fraud Prevention’ के उपाय क्या हैं?
- आधुनिक तकनीकी सुरक्षा उपाय: बैंक और बीमा कंपनियाँ धोखाधड़ी को रोकने के लिए एन्क्रिप्शन, मल्टी-फैक्टर प्रमाणीकरण, और सुरक्षा सॉफ़्टवेयर का उपयोग करती हैं।
- सिस्टम और प्रक्रियाओं की निगरानी: बैंकों और बीमा कंपनियों को अपनी सभी प्रक्रियाओं और लेन-देन की नियमित निगरानी करनी चाहिए ताकि धोखाधड़ी की संभावनाओं को पहचाना जा सके।
- कर्मचारी प्रशिक्षण: कर्मचारियों को धोखाधड़ी की पहचान करने और उसका सामना करने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है।
43. बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में ‘Corporate Social Responsibility’ (CSR) का क्या महत्व है?
CSR (Corporate Social Responsibility) का उद्देश्य समाज के कल्याण के लिए व्यवसायों को जिम्मेदार बनाना है। बैंक और बीमा कंपनियाँ शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में योगदान करके अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाती हैं। CSR का महत्व इस बात में है कि यह कंपनियों की छवि को सकारात्मक बनाता है और समुदायों में विश्वास पैदा करता है।
44. भारतीय बैंकिंग प्रणाली में ‘CRR’ (Cash Reserve Ratio) का क्या महत्व है?
CRR (Cash Reserve Ratio) वह न्यूनतम राशि है, जिसे बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक के पास रिजर्व के रूप में रखना होता है। यह बैंकों को अपनी नकदी स्थिति को मजबूत करने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में मदद करता है।
45. बीमा क्षेत्र में ‘Claim Settlement Ratio’ का क्या महत्व है?
Claim Settlement Ratio वह अनुपात है जो यह दर्शाता है कि बीमा कंपनी ने कितने प्रतिशत दावों को सफलता से निपटाया है। एक उच्च दावा निपटान अनुपात यह दर्शाता है कि बीमा कंपनी अपने पॉलिसीधारकों के लिए विश्वसनीय और ईमानदार है।
46. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Overdraft’ सुविधा क्या है?
Overdraft वह सुविधा है जिसमें बैंक किसी ग्राहक को निर्धारित सीमा तक उसके खाते में पर्याप्त राशि न होने पर भी पैसे उधार देता है। ग्राहक को उस राशि पर ब्याज देना होता है जो वह बैंक से उधार लेता है।
47. बीमा उद्योग में ‘Underwriting Cycle’ का क्या महत्व है?
Underwriting Cycle वह प्रक्रिया है जिसमें बीमा कंपनी प्रत्येक पॉलिसी आवेदन का मूल्यांकन करती है और यह निर्णय लेती है कि आवेदन स्वीकार किया जाए या नहीं। यह प्रक्रिया बीमा कंपनी के जोखिमों को निर्धारित करने और सही प्रीमियम दर तय करने के लिए महत्वपूर्ण होती है।
48. भारतीय बीमा उद्योग में ‘Reinsurance’ का क्या महत्व है?
Reinsurance वह प्रक्रिया है जिसमें एक बीमा कंपनी अपने जोखिमों का हिस्सा दूसरे बीमा संस्थान को हस्तांतरित करती है। इससे मूल बीमा कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति को स्थिर बनाए रख सकती है और बड़े दावों से बच सकती है।
49. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Basel Norms’ का क्या महत्व है?
Basel Norms अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैंकों के लिए जोखिम प्रबंधन के मानक होते हैं। ये मानक बैंकों को वित्तीय जोखिमों का सही तरीके से मूल्यांकन करने और उनकी पूंजी की आवश्यकता को निर्धारित करने में मदद करते हैं। Basel III मानक ने बैंकों की पूंजी adequacy और जोखिम नियंत्रण को मजबूती प्रदान की है।
50. बीमा क्षेत्र में ‘Policyholder Protection’ का क्या महत्व है?
Policyholder Protection का उद्देश्य बीमा पॉलिसीधारकों के अधिकारों की रक्षा करना है। यह सुनिश्चित करता है कि बीमा कंपनियाँ अपने ग्राहकों के साथ पारदर्शी और ईमानदारी से व्यवहार करें, और उपभोक्ताओं को उनके दावों के निपटान में कोई असुविधा न हो।
51. भारतीय बीमा उद्योग में ‘मूल्यांकन’ (Valuation) का क्या महत्व है?
बीमा उद्योग में मूल्यांकन का उद्देश्य बीमा पॉलिसी की वैधता और समग्र वित्तीय स्थिति का निर्धारण करना है। यह प्रक्रिया बीमा कंपनी की वित्तीय क्षमता, प्रीमियम दरों, दावों की संभावना और कंपनी के अस्तित्व की स्थिरता का मूल्यांकन करती है। सही मूल्यांकन से ग्राहकों को उचित कवर मिल सकता है और कंपनी को संतुलित लाभ प्राप्त हो सकता है।
52. बैंकिंग क्षेत्र में ‘NPA’ (Non-Performing Assets) का क्या अर्थ है?
NPA (Non-Performing Assets) उन संपत्तियों (ऋणों) को कहा जाता है, जो बैंकों द्वारा दी गई हैं और जिन पर कोई भुगतान नहीं किया जा रहा है। अगर किसी ऋण पर 90 दिन तक भुगतान नहीं होता है, तो उसे NPA माना जाता है। यह बैंक की वित्तीय स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
53. बीमा पॉलिसी में ‘Waiting Period’ क्या होता है?
Waiting Period वह अवधि होती है, जो बीमा पॉलिसी में विशेष परिस्थितियों के लिए निर्धारित की जाती है, जैसे कि बीमा पॉलिसी शुरू होने के बाद किसी विशेष दावे के लिए निर्धारित इंतजार समय। यह अवधि चिकित्सा बीमा या जीवन बीमा में सामान्यत: बीमारियों के लिए होती है।
54. भारतीय बीमा उद्योग में ‘Morbidity Rate’ का क्या महत्व है?
Morbidity Rate बीमा उद्योग में उन लोगों के बीच किसी बीमारी के फैलने की दर को दर्शाता है, जो बीमा पॉलिसी का हिस्सा होते हैं। यह बीमा कंपनियों के लिए बीमारियों के जोखिम का निर्धारण करने में मदद करता है और पॉलिसीधारकों के प्रीमियम दरों का निर्धारण करता है।
55. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Asset Management Company’ (AMC) का क्या कार्य है?
Asset Management Company (AMC) एक वित्तीय संस्था होती है जो निवेशकों के धन का प्रबंधन करती है। यह कंपनी विभिन्न निवेश योजनाएँ, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय उत्पाद पेश करती है, जिससे निवेशकों को उनके निवेश पर लाभ प्राप्त हो सके।
56. बीमा क्षेत्र में ‘Policy Surrender’ का क्या अर्थ है?
Policy Surrender का मतलब है जब पॉलिसीधारक अपनी बीमा पॉलिसी को खत्म करता है और बीमा कंपनी से उसके द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम की एक तय राशि (सर्विस चार्ज के बाद) प्राप्त करता है। यह आमतौर पर जीवन बीमा पॉलिसी में होता है, जब पॉलिसीधारक अपनी पॉलिसी को निरस्त करना चाहता है।
57. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Capital Adequacy Ratio’ (CAR) क्या होता है?
Capital Adequacy Ratio (CAR) वह अनुपात है जो यह सुनिश्चित करता है कि बैंक के पास पर्याप्त पूंजी है, ताकि वह अपने जोखिमों को कवर कर सके। यह अनुपात बैंकों को आर्थिक संकट से बचने में मदद करता है और सुनिश्चित करता है कि बैंक ग्राहक की धनराशि और उसके ऋणों का ठीक से प्रबंधन कर पा रहे हैं।
58. बीमा में ‘Free Look Period’ का क्या महत्व है?
Free Look Period वह अवधि होती है, जो पॉलिसीधारक को बीमा पॉलिसी को खरीदने के बाद उसे बिना किसी दंड के वापस करने का अधिकार देती है। यह अवधि आमतौर पर 15 से 30 दिन होती है। अगर पॉलिसीधारक पॉलिसी से संतुष्ट नहीं होता, तो वह इसे बिना किसी कारण के रद्द कर सकता है।
59. बैंकिंग और बीमा में ‘Bancassurance’ का क्या अर्थ है?
Bancassurance वह मॉडल है जिसमें बैंक अपनी शाखाओं के माध्यम से बीमा उत्पादों की बिक्री करता है। यह दोनों उद्योगों के लिए लाभकारी है, क्योंकि बैंक बीमा उत्पाद बेचकर अपनी आय बढ़ाता है और बीमा कंपनियाँ बैंक के नेटवर्क के माध्यम से अपने उत्पादों की पहुंच बढ़ाती हैं।
60. बीमा में ‘Underwriting’ का क्या कार्य है?
Underwriting वह प्रक्रिया है जिसमें बीमा कंपनी यह तय करती है कि किसी विशेष पॉलिसी के लिए जोखिम कितना है और क्या उसे स्वीकार किया जाएगा। Underwriting पॉलिसी के जोखिम का मूल्यांकन करती है, जैसे पॉलिसीधारक का स्वास्थ्य, आयु, जीवनशैली, और अन्य कारक।
61. भारतीय बीमा उद्योग में ‘Group Insurance’ का क्या महत्व है?
Group Insurance वह बीमा होता है जो एक समूह (जैसे कंपनी के कर्मचारी, या कोई अन्य संगठन) के सभी सदस्यो को एक साथ कवर प्रदान करता है। यह व्यक्तिगत बीमा की तुलना में सस्ता होता है, और इसमें कवर की सीमा भी अधिक होती है।
62. बैंकिंग में ‘SWIFT’ (Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunication) का क्या कार्य है?
SWIFT एक वैश्विक नेटवर्क है जिसका उपयोग बैंकों के बीच वित्तीय संदेशों के आदान-प्रदान के लिए किया जाता है। यह प्रणाली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैंकों के बीच सुरक्षित और त्वरित लेन-देन सुनिश्चित करती है। SWIFT को एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संदेश प्रणाली के रूप में जाना जाता है।
63. बीमा में ‘Term Insurance’ क्या होता है?
Term Insurance एक प्रकार का जीवन बीमा है जिसमें पॉलिसीधारक के मृत्यु के बाद बीमा राशि का भुगतान किया जाता है। यह बीमा केवल एक निश्चित अवधि के लिए होता है, और यह सस्ता होता है क्योंकि इसमें कोई नकद मूल्य या पॉलिसी की वापसी नहीं होती।
64. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Risk Management’ का क्या महत्व है?
Risk Management का उद्देश्य वित्तीय संस्थाओं को जोखिमों से बचाना और उनके प्रभाव को नियंत्रित करना है। यह प्रक्रिया बैंकों को संभावित वित्तीय संकटों, जैसे कि क्रेडिट जोखिम, बाजार जोखिम, और तरलता संकट से बचने के लिए सहायता प्रदान करती है।
65. बीमा उद्योग में ‘No Claim Bonus’ का क्या मतलब है?
No Claim Bonus (NCB) एक प्रकार का लाभ है जिसे पॉलिसीधारक को उसकी बीमा पॉलिसी पर दावा नहीं करने के कारण प्राप्त होता है। यह बोनस आमतौर पर मोटर बीमा पॉलिसी में दिया जाता है, और यह पॉलिसी के अगले वर्ष के प्रीमियम में छूट के रूप में प्रदान किया जाता है।
66. बैंकिंग में ‘Consumer Protection’ का क्या महत्व है?
Consumer Protection का उद्देश्य बैंकों के ग्राहकों को धोखाधड़ी, गलत प्रथाओं और अनुचित लेन-देन से बचाना है। यह सुनिश्चित करता है कि बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सेवाएँ ग्राहकों के अधिकारों और हितों के अनुरूप हों।
67. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Financial Inclusion’ का क्या मतलब है?
Financial Inclusion का मतलब है कि वित्तीय सेवाएँ (जैसे बैंक खाता, ऋण, बीमा, पेंशन) उन सभी लोगों तक पहुँचानी जो इन सेवाओं से वंचित हैं, विशेष रूप से निम्न आय वर्ग, ग्रामीण इलाकों और अन्य हाशिए पर स्थित लोगों के लिए। इसका उद्देश्य वित्तीय समानता सुनिश्चित करना है।
68. बीमा उद्योग में ‘Premium Loading’ क्या है?
Premium Loading का मतलब है बीमा पॉलिसीधारक के प्रीमियम में अतिरिक्त राशि का जोड़ना। यह अतिरिक्त राशि सामान्यतः बीमा कंपनी द्वारा जोखिम का मूल्यांकन करने के बाद तय की जाती है। यह लोडिंग उन पॉलिसीधारकों पर लागू होती है जिनमें उच्च जोखिम होता है।
69. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Cheque Bounce’ का क्या अर्थ है?
Cheque Bounce उस स्थिति को कहते हैं जब किसी चेक को बैंक द्वारा खारिज कर दिया जाता है क्योंकि खाता धारक के पास चेक राशि की पर्याप्त निधि नहीं होती है। यह बैंकिंग प्रक्रिया में एक आम समस्या होती है और इसके परिणामस्वरूप चेक धारक को जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
70. बीमा क्षेत्र में ‘Maturity Benefit’ का क्या मतलब है?
Maturity Benefit वह लाभ होता है जो बीमा पॉलिसीधारक को पॉलिसी की अवधि समाप्त होने पर प्राप्त होता है। यह राशि पॉलिसी के प्रकार पर निर्भर करती है और इसमें प्रीमियम भुगतान की वापसी या बीमा पॉलिसी में तय किए गए लाभ शामिल हो सकते हैं।
71. बीमा उद्योग में ‘Riders’ का क्या मतलब है?
Riders अतिरिक्त बीमा कवर होते हैं जिन्हें बीमा पॉलिसी में जोड़ा जाता है। ये कवर विशेष परिस्थितियों में पॉलिसीधारक को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं। जैसे, दुर्घटना से होने वाली मृत्यु या विकलांगता, गंभीर बीमारी, या अस्पताल में भर्ती होने के लिए विशेष कवर प्रदान किए जा सकते हैं।
72. बैंकिंग क्षेत्र में ‘KYC’ (Know Your Customer) का क्या उद्देश्य है?
KYC (Know Your Customer) एक प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य ग्राहकों की पहचान सत्यापित करना है। यह प्रक्रिया बैंक या वित्तीय संस्थाओं को धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य वित्तीय अपराधों से बचने में मदद करती है। इसके तहत ग्राहक से पहचान प्रमाण, पते की जानकारी और वित्तीय स्थिति की जानकारी ली जाती है।
73. बीमा पॉलिसी में ‘Nominee’ का क्या महत्व है?
Nominee वह व्यक्ति होता है जिसे बीमा पॉलिसीधारक अपने बीमा लाभ का प्राप्तकर्ता नियुक्त करता है। यह व्यक्ति बीमा पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद बीमा राशि प्राप्त करता है। पॉलिसीधारक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसका नामांकित व्यक्ति पॉलिसी में सही तरीके से जोड़ा गया हो।
74. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Interest Rate’ का क्या महत्व है?
Interest Rate वह दर होती है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों से ऋण लेता है या जमा राशि पर ब्याज देता है। यह दर बैंक की लाभप्रदता, केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति और बाजार की स्थिति पर निर्भर करती है। उच्च ब्याज दर से बचत बढ़ सकती है, जबकि कम दर से ऋण लेने में सहूलियत होती है।
75. बीमा क्षेत्र में ‘Underwriting Policy’ का क्या कार्य है?
Underwriting Policy बीमा कंपनी की वह प्रक्रिया है जिसमें यह तय किया जाता है कि किसी बीमा पॉलिसी को स्वीकार किया जाए या नहीं, और यदि स्वीकार किया जाए तो इसके लिए कितनी प्रीमियम राशि निर्धारित की जाएगी। यह पॉलिसी बीमा कंपनी द्वारा खतरे के मूल्यांकन और जोखिम के हिसाब से बनाई जाती है।
76. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Nostro Account’ और ‘Vostro Account’ का अंतर क्या है?
Nostro Account एक विदेशी मुद्रा खाता है जिसे भारतीय बैंक अपनी विदेशी शाखा या विदेशी बैंक में रखते हैं। यह भारतीय बैंक को विदेशी मुद्रा में लेन-देन की सुविधा प्रदान करता है। वहीं, Vostro Account एक विदेशी बैंक का खाता होता है जिसे भारतीय बैंक अपनी शाखाओं में रखते हैं, और यह भारतीय मुद्रा में होता है।
77. बीमा में ‘Exclusion Clause’ का क्या अर्थ है?
Exclusion Clause वह शर्त होती है जो बीमा पॉलिसी में यह बताती है कि किस प्रकार के जोखिम या घटनाएँ बीमा कवर में शामिल नहीं हैं। उदाहरण के लिए, प्राकृतिक आपदाएँ, आत्महत्या या युद्ध से होने वाली घटनाएँ आमतौर पर Exclusion Clause में शामिल होती हैं।
78. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Cheque Truncation System’ (CTS) का क्या कार्य है?
Cheque Truncation System (CTS) एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से चेक की मूल प्रति के बिना चेक के भुगतान को पूरा किया जाता है। इस प्रणाली में चेक की छवि (Image) को इलेक्ट्रॉनिक रूप में भेजा जाता है, जिससे भुगतान प्रक्रिया त्वरित और सुरक्षित होती है।
79. बीमा में ‘Premium’ का निर्धारण कैसे किया जाता है?
Premium का निर्धारण कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे पॉलिसीधारक की आयु, स्वास्थ्य, लिंग, बीमा कवर की राशि, और बीमा पॉलिसी का प्रकार। बीमा कंपनी पॉलिसी के जोखिम का मूल्यांकन करती है और इन कारकों के आधार पर प्रीमियम राशि तय करती है।
80. बैंकिंग क्षेत्र में ‘RTGS’ (Real-Time Gross Settlement) का क्या अर्थ है?
RTGS एक भुगतान प्रणाली है जो उच्च-मूल्य वाले भुगतान के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसके माध्यम से लेन-देन वास्तविक समय में और एक-एक भुगतान के रूप में (gross settlement) किया जाता है, जिससे तत्काल निपटान सुनिश्चित होता है। RTGS का उपयोग सामान्यत: उच्च-मूल्य वाली लेन-देन के लिए किया जाता है।
81. बीमा क्षेत्र में ‘Grace Period’ का क्या मतलब है?
Grace Period वह अतिरिक्त समय होता है जो पॉलिसीधारक को बीमा प्रीमियम का भुगतान न करने पर मिलता है। यह अवधि आमतौर पर 15 से 30 दिन होती है। इस अवधि के दौरान यदि प्रीमियम का भुगतान किया जाता है, तो पॉलिसी जारी रहती है और उसे रद्द नहीं किया जाता।
82. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Basel III’ क्या है?
Basel III बैंकिंग क्षेत्र के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय नियमन का एक सेट है, जिसे विश्व बैंक और केंद्रीय बैंकों द्वारा बैंकों की पूंजी संरचना और जोखिम प्रबंधन को सुधारने के लिए तैयार किया गया है। यह बैंक के पूंजी अनुपात, तरलता अनुपात और अन्य वित्तीय सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए है।
83. बीमा क्षेत्र में ‘Surrender Value’ क्या होता है?
Surrender Value वह राशि होती है जिसे पॉलिसीधारक अपनी बीमा पॉलिसी को समाप्त करने पर प्राप्त करता है। यह राशि पॉलिसीधारक द्वारा पॉलिसी पर जमा किए गए प्रीमियमों के आधार पर होती है और इसमें बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित कुछ शुल्क घटाए जाते हैं।
84. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Asset-Liability Management’ (ALM) का क्या महत्व है?
Asset-Liability Management (ALM) का उद्देश्य बैंक के परिसंपत्तियों और दायित्वों का समुचित प्रबंधन करना है, ताकि उसकी तरलता, लाभप्रदता और जोखिम को संतुलित किया जा सके। यह प्रक्रिया बैंक की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करती है, और बैंकों को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाती है।
85. बीमा क्षेत्र में ‘Moral Hazard’ का क्या मतलब है?
Moral Hazard वह स्थिति है जिसमें पॉलिसीधारक अपनी बीमा पॉलिसी के तहत जोखिम लेने में अधिक प्रवृत्त होते हैं, क्योंकि उन्हें यह लगता है कि बीमा कंपनी उन जोखिमों को कवर करेगी। यह बीमा कंपनियों के लिए एक चुनौती हो सकती है, क्योंकि यह उनके जोखिम का मूल्यांकन प्रभावित करता है।
86. बैंकिंग में ‘FRA’ (Forward Rate Agreement) का क्या कार्य है?
FRA (Forward Rate Agreement) एक वित्तीय अनुबंध होता है, जिसमें दो पक्ष एक निश्चित भविष्य की तारीख के लिए एक पूर्व निर्धारित ब्याज दर पर ऋण लेने या देने के लिए सहमति जताते हैं। इसका उपयोग मुख्य रूप से ब्याज दर जोखिम से बचने के लिए किया जाता है।
87. बीमा क्षेत्र में ‘Sum Assured’ का क्या मतलब है?
Sum Assured वह राशि होती है जो बीमा पॉलिसीधारक की मृत्यु या पॉलिसी की परिपक्वता के समय बीमा कंपनी द्वारा भुगतान की जाती है। यह राशि पॉलिसीधारक द्वारा चयनित होती है और बीमा कवर का मुख्य तत्व होती है।
88. बैंकिंग में ‘Bancassurance’ का क्या अर्थ है?
Bancassurance वह सहयोगात्मक मॉडल है जिसमें बैंक और बीमा कंपनियाँ एक साथ मिलकर बीमा उत्पादों की बिक्री करती हैं। इस मॉडल में बैंक अपनी शाखाओं के माध्यम से बीमा कंपनियों के उत्पादों को बेचता है, जिससे बीमा कंपनियों को व्यापक ग्राहक आधार मिलता है और बैंकों को अतिरिक्त आय मिलती है।
89. बीमा क्षेत्र में ‘Coinsurance’ क्या होता है?
Coinsurance वह व्यवस्था है जिसमें बीमा कवर को दो या अधिक बीमा कंपनियाँ साझा करती हैं। यह व्यवस्था तब होती है जब बीमा की रकम बड़ी होती है, और एक कंपनी उसे कवर करने में सक्षम नहीं होती। इसमें प्रत्येक कंपनी एक निर्धारित हिस्से के लिए जिम्मेदार होती है।
90. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Mobile Banking’ का क्या महत्व है?
Mobile Banking एक मोबाइल एप्लिकेशन या वेब आधारित सेवा है, जो ग्राहकों को उनके बैंक खातों का ऑनलाइन प्रबंधन करने की सुविधा प्रदान करती है। इसके माध्यम से ग्राहक खातों की जांच, धनराशि हस्तांतरण, बिल भुगतान, और अन्य वित्तीय लेन-देन कर सकते हैं, और यह सुविधा 24/7 उपलब्ध होती है।
91. बीमा क्षेत्र में ‘Waiting Period’ क्या होता है?
Waiting Period वह अवधि होती है जो बीमा पॉलिसी के शुरू होने के बाद बीमा कवर प्राप्त करने से पहले बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित की जाती है। यह अवधि खासकर स्वास्थ्य बीमा या जीवन बीमा पॉलिसी में होती है, और इस दौरान कुछ बीमित घटनाओं के लिए कवर नहीं किया जाता।
92. बैंकिंग क्षेत्र में ‘SWIFT’ (Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunication) का क्या कार्य है?
SWIFT एक अंतर्राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली है जो बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को सुरक्षित रूप से वित्तीय संदेशों का आदान-प्रदान करने की सुविधा प्रदान करती है। इसके द्वारा वैश्विक भुगतान प्रणाली में लेन-देन की गति और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
93. बीमा क्षेत्र में ‘Policyholder’s Protection Fund’ (PPF) का क्या कार्य है?
Policyholder’s Protection Fund (PPF) एक सुरक्षा निधि है जो बीमा कंपनी की विफलता की स्थिति में पॉलिसीधारकों के हितों की रक्षा करती है। यदि बीमा कंपनी किसी कारणवश अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पाती, तो PPF से पॉलिसीधारकों को नुकसान की भरपाई की जाती है।
94. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Cash Reserve Ratio’ (CRR) का क्या महत्व है?
Cash Reserve Ratio (CRR) वह अनुपात होता है जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा बैंकों को अपनी जमा राशि का कुछ हिस्सा नकद रूप में रिजर्व के तौर पर रखने के लिए निर्धारित किया जाता है। इसका उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित करना है और बैंकों को अधिक कर्ज देने के लिए प्रोत्साहित करना है।
95. बीमा क्षेत्र में ‘Beneficiary’ का क्या अर्थ है?
Beneficiary वह व्यक्ति होता है जिसे किसी बीमा पॉलिसी के तहत लाभ मिलता है। यह आमतौर पर पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद बीमा राशि प्राप्त करने वाला व्यक्ति होता है। पॉलिसीधारक अपनी इच्छा के अनुसार इस व्यक्ति को नामांकित करता है।
96. बैंकिंग में ‘Non-Performing Asset’ (NPA) क्या है?
Non-Performing Asset (NPA) वह ऋण या संपत्ति होती है जिसमें बैंक को भुगतान नहीं मिल रहा है। जब एक ऋण की किस्तें 90 दिनों तक चुकता नहीं होती, तो उसे NPA घोषित किया जाता है। यह बैंकों की वित्तीय सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
97. बीमा क्षेत्र में ‘Reinsurance’ का क्या महत्व है?
Reinsurance एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक बीमा कंपनी अपने जोखिम को अन्य बीमा कंपनियों के साथ साझा करती है। इससे मूल बीमा कंपनी के ऊपर से वित्तीय बोझ कम होता है और वह बड़ी संख्या में पॉलिसियों को कवर करने में सक्षम होती है।
98. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Loan to Value Ratio’ (LTV) का क्या अर्थ है?
Loan to Value Ratio (LTV) वह अनुपात होता है जो उधारी राशि और संपत्ति के मूल्य के बीच होता है। इसे आमतौर पर होम लोन के लिए उपयोग किया जाता है, और यह दर्शाता है कि उधारी लेने वाले व्यक्ति को संपत्ति की कुल कीमत का कितना प्रतिशत ऋण के रूप में मिल रहा है।
99. बीमा क्षेत्र में ‘Term Insurance’ क्या होता है?
Term Insurance एक प्रकार का जीवन बीमा है जिसमें पॉलिसीधारक को एक निश्चित अवधि के लिए बीमा कवर प्राप्त होता है। यदि पॉलिसीधारक इस अवधि के दौरान निधन हो जाता है, तो नामांकित व्यक्ति को बीमा राशि प्राप्त होती है। यह बीमा सस्ती प्रीमियम दरों पर मिलता है।
100. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Digital Banking’ का क्या मतलब है?
Digital Banking वह बैंकिंग सेवा है जो पूरी तरह से ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध होती है। इसमें ग्राहकों को बिना किसी भौतिक शाखा के बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिलता है, जैसे खाता खोलना, लोन लेना, और वित्तीय लेन-देन करना।
101. बीमा क्षेत्र में ‘Critical Illness Insurance’ क्या है?
Critical Illness Insurance एक प्रकार का स्वास्थ्य बीमा है जो पॉलिसीधारक को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए एकमुश्त राशि प्रदान करता है। इसमें आमतौर पर कैंसर, दिल का दौरा, स्ट्रोक जैसी बीमारियाँ शामिल होती हैं, और यह व्यक्ति की बीमारी के समय की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
102. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Deposit Insurance’ क्या है?
Deposit Insurance वह सुरक्षा है जो बैंक डिपॉजिटों को सुरक्षा प्रदान करती है। भारत में यह योजना DICGC (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) द्वारा संचालित होती है, जो प्रत्येक जमा राशि पर 5 लाख रुपये तक की बीमा कवर प्रदान करती है।
103. बीमा क्षेत्र में ‘Grace Period’ का क्या अर्थ है?
Grace Period वह अतिरिक्त समय होता है जो बीमा पॉलिसीधारक को प्रीमियम का भुगतान न करने के बाद दिया जाता है। इस अवधि के दौरान पॉलिसी सक्रिय रहती है, लेकिन यदि प्रीमियम का भुगतान इस अवधि के दौरान नहीं किया जाता, तो पॉलिसी रद्द हो सकती है।
104. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Financial Inclusion’ का क्या मतलब है?
Financial Inclusion का मतलब है कि सभी व्यक्तियों और व्यवसायों को वित्तीय सेवाएँ उपलब्ध कराना, चाहे उनकी आय, स्थान या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो। इसका उद्देश्य गरीबों और हाशिए पर रहने वाले लोगों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना है।
105. बीमा क्षेत्र में ‘Premium Payment Mode’ क्या है?
Premium Payment Mode वह तरीका है जिसके माध्यम से पॉलिसीधारक अपनी बीमा पॉलिसी का प्रीमियम भुगतान करता है। यह मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक हो सकता है। पॉलिसीधारक अपनी सुविधा के अनुसार भुगतान मोड का चयन कर सकता है।
106. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Mobile Wallets’ का क्या कार्य है?
Mobile Wallets एक डिजिटल वॉलेट होता है जिसमें उपयोगकर्ता अपनी धनराशि को सुरक्षित रूप से स्टोर कर सकते हैं और भुगतान के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। यह वॉलेट मोबाइल एप्लिकेशन के रूप में होता है और इसका उपयोग ऑनलाइन और ऑफलाइन भुगतान के लिए किया जा सकता है।
107. बीमा क्षेत्र में ‘Health Insurance’ का महत्व क्या है?
Health Insurance एक प्रकार का बीमा है जो व्यक्ति को चिकित्सा खर्चों से सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें अस्पताल में भर्ती होने, सर्जरी, और दवाइयों का खर्च शामिल होता है। यह बीमा पॉलिसी व्यक्ति की स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन परिस्थितियों में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
108. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Consumer Protection Act’ का क्या कार्य है?
Consumer Protection Act का उद्देश्य उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा करना है। यह कानून उपभोक्ताओं को अनुचित व्यापार प्रथाओं, धोखाधड़ी और गलत विज्ञापन से बचाता है। इसमें उपभोक्ताओं को उनकी शिकायतों को सुलझाने के लिए उपभोक्ता फोरम और आयोग बनाने का प्रावधान है।
109. बीमा क्षेत्र में ‘No Claim Bonus’ (NCB) क्या होता है?
No Claim Bonus (NCB) एक प्रकार की छूट होती है जो बीमा कंपनी द्वारा उस पॉलिसीधारक को दी जाती है, जिसने अपनी पॉलिसी की अवधि में कोई दावा नहीं किया। यह आमतौर पर वाहन बीमा पॉलिसी में दिया जाता है और पॉलिसी की प्रीमियम में कमी करता है।
110. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Debit Card’ और ‘Credit Card’ में क्या अंतर है?
Debit Card वह कार्ड होता है जिसे ग्राहक अपने बैंक खाते से जुड़े होने पर उपयोग करता है। इस कार्ड से भुगतान करते समय ग्राहक के खाते से पैसे तुरंत कट जाते हैं। वहीं, Credit Card वह कार्ड होता है जिसमें बैंक एक निर्धारित क्रेडिट सीमा के अनुसार पैसा उधार देता है, और ग्राहक को बाद में भुगतान करना होता है।
111. बीमा क्षेत्र में ‘Takaful’ क्या है?
Takaful इस्लामिक बीमा प्रणाली है, जिसमें जोखिम को सामूहिक रूप से साझा किया जाता है। इसमें बीमाधारक एक समूह बनाते हैं और अपनी योगदान राशि को एकत्र करते हैं। यह राशि फिर उन सदस्यों के बीच वितरित की जाती है, जिन्हें बीमित घटनाओं का सामना करना पड़ता है।
112. बैंकिंग में ‘Overdraft’ क्या होता है?
Overdraft एक प्रकार का बैंकिंग सुविधा है जिसके तहत ग्राहक अपने खाते में जमा राशि से अधिक धन निकाल सकता है। इसे एक ऋण के रूप में देखा जाता है और इसके लिए ब्याज लिया जाता है। यह सुविधा आमतौर पर तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए दी जाती है।
113. बीमा क्षेत्र में ‘Morbidity Rate’ का क्या मतलब है?
Morbidity Rate एक सांख्यिकीय मानक है जो यह दर्शाता है कि किसी विशेष अवधि में एक जनसंख्या में बीमारी का स्तर क्या है। यह बीमा कंपनियों को स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के लिए प्रीमियम निर्धारित करने में मदद करता है।
114. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Private Banking’ का क्या अर्थ है?
Private Banking उच्च नेट वर्थ वाले व्यक्तियों को विशेष वित्तीय सेवाएँ प्रदान करने का एक बैंकिंग मॉडल है। इसमें ग्राहकों को व्यक्तिगत वित्तीय सलाह, निवेश योजना, और संपत्ति प्रबंधन जैसी सेवाएँ प्रदान की जाती हैं।
115. बीमा क्षेत्र में ‘Underwriting’ क्या है?
Underwriting बीमा कंपनी द्वारा बीमा आवेदन की समीक्षा और मूल्यांकन की प्रक्रिया है। इसमें कंपनी यह निर्धारित करती है कि क्या एक विशेष व्यक्ति या संपत्ति को बीमा कवर दिया जाए और इसके लिए कितना प्रीमियम तय किया जाए।
116. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Interest on Savings Account’ कैसे निर्धारित किया जाता है?
Interest on Savings Account वह ब्याज होता है जो बैंक ग्राहकों को उनकी बचत खाता राशि पर देता है। यह ब्याज दर बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है और भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के तहत होती है। ब्याज आमतौर पर वार्षिक रूप से जमा किया जाता है।
117. बीमा क्षेत्र में ‘Annuity Insurance’ क्या है?
Annuity Insurance एक प्रकार की बीमा पॉलिसी है जिसमें पॉलिसीधारक को नियमित रूप से निश्चित अवधि के लिए एक निर्धारित राशि मिलती है। यह आमतौर पर पेंशन या वृद्धावस्था में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए होती है।
118. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Basel II’ क्या है?
Basel II एक अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग नियमन है जो बैंकों के लिए पूंजी संरक्षण, जोखिम प्रबंधन, और सूचनाओं के प्रकटीकरण के मानकों को निर्धारित करता है। इसका उद्देश्य वैश्विक वित्तीय प्रणाली की स्थिरता को सुनिश्चित करना है।
119. बीमा क्षेत्र में ‘Surplus’ क्या होता है?
Surplus उस अतिरिक्त धनराशि को कहा जाता है जो बीमा कंपनी के पास होती है जब उसकी दावों और अन्य खर्चों के बाद पर्याप्त प्रीमियम राशि बचती है। यह धनराशि कंपनी द्वारा भविष्य में पॉलिसीधारकों के लाभ के लिए उपयोग की जाती है।
120. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Merchant Banking’ का क्या कार्य है?
Merchant Banking वह सेवा है जो वित्तीय सलाह, पूंजी जुटाने, निवेश बैंकिंग, और व्यापारों के विलय व अधिग्रहण में सहायता प्रदान करती है। यह विशेष रूप से कंपनियों और बड़े व्यापारिक संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने का काम करती है।
121. बैंकिंग क्षेत्र में ‘RTGS’ (Real Time Gross Settlement) क्या है?
RTGS एक भुगतान प्रणाली है जो तत्काल (Real-time) और पूर्ण (Gross) भुगतान करने की सुविधा प्रदान करती है। इसमें लेन-देन तुरंत और बिना किसी विलंब के निपटाए जाते हैं। RTGS का उपयोग उच्च-मूल्य के लेन-देन के लिए किया जाता है, और इसमें कोई सीमा नहीं होती है।
122. बीमा क्षेत्र में ‘Policy Loan’ क्या है?
Policy Loan वह ऋण होता है जो पॉलिसीधारक अपनी बीमा पॉलिसी पर ले सकता है। यह ऋण बीमा पॉलिसी की नकद मूल्य के खिलाफ होता है और पॉलिसीधारक को इसे चुकता करने के लिए समय दिया जाता है। यह ऋण पॉलिसीधारक के जीवन बीमा के लाभ से कटा नहीं जाता।
123. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Bancassurance’ का क्या अर्थ है?
Bancassurance एक सहयोगात्मक मॉडल है जिसमें बैंक और बीमा कंपनियाँ एक साथ मिलकर ग्राहकों को बीमा उत्पादों की पेशकश करती हैं। इस मॉडल में बैंक बीमा उत्पादों को अपनी शाखाओं में बेचती है, जिससे दोनों पक्षों को लाभ होता है।
124. बीमा क्षेत्र में ‘Maturity Benefit’ क्या है?
Maturity Benefit वह राशि है जो पॉलिसीधारक को बीमा पॉलिसी की अवधि पूरी होने पर प्राप्त होती है। यह बीमा राशि पॉलिसी में निर्धारित शर्तों के अनुसार होती है और इसे पॉलिसीधारक की बीमा पॉलिसी में निवेश के परिणाम के रूप में देखा जा सकता है।
125. बैंकिंग क्षेत्र में ‘KYC’ (Know Your Customer) का क्या महत्व है?
KYC एक प्रक्रिया है जिसके तहत बैंक या अन्य वित्तीय संस्थाएँ अपने ग्राहकों की पहचान सत्यापित करती हैं। इसका उद्देश्य धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद को वित्तीय सहायता प्रदान करने से रोकना है। यह प्रक्रिया ग्राहकों से पहचान पत्र, पते का प्रमाण और अन्य व्यक्तिगत जानकारी मांगने के रूप में की जाती है।
126. बीमा क्षेत्र में ‘Underinsurance’ क्या होता है?
Underinsurance तब होता है जब बीमा पॉलिसीधारक ने अपनी संपत्ति या जीवन का बीमा कम राशि पर करवाया हो, जिससे बीमित राशि वास्तविक मूल्य के अनुरूप नहीं होती। यह तब समस्या बन सकती है जब किसी आपातकालीन स्थिति में पर्याप्त राशि नहीं मिलती।
127. बैंकिंग क्षेत्र में ‘CIBIL Score’ क्या है?
CIBIL Score एक क्रेडिट स्कोर है जो व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री और ऋण चुकता करने की क्षमता का मूल्यांकन करता है। यह 300 से 900 के बीच होता है, और उच्च स्कोर व्यक्ति की वित्तीय जिम्मेदारी को दर्शाता है। यह बैंकों द्वारा लोन की स्वीकृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
128. बीमा क्षेत्र में ‘Insurance Surcharge’ क्या है?
Insurance Surcharge एक अतिरिक्त शुल्क है जो बीमा पॉलिसी के प्रीमियम में जोड़ा जाता है। यह शुल्क किसी विशेष बीमा प्रकार, स्थान, या जोखिम स्तर के आधार पर हो सकता है। यह बीमा कंपनियों द्वारा बीमा जोखिमों की भरपाई के लिए लिया जाता है।
129. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Cheque Truncation System’ (CTS) क्या है?
Cheque Truncation System (CTS) एक प्रणाली है जिसके तहत चेक को भौतिक रूप से साफ़ किए बिना डिजिटल रूप में निपटाया जाता है। इसमें चेक की छवि को स्कैन किया जाता है और उसका डेटा संबंधित बैंक को भेजा जाता है, जिससे चेक की प्रक्रिया तेज और सुरक्षित होती है।
130. बीमा क्षेत्र में ‘Whole Life Insurance’ क्या होता है?
Whole Life Insurance एक प्रकार का जीवन बीमा होता है जिसमें पॉलिसीधारक को जीवनभर बीमा कवर मिलता है। इसमें पॉलिसीधारक की मृत्यु तक प्रीमियम का भुगतान किया जाता है, और मृत्यु के बाद लाभार्थी को बीमा राशि मिलती है। यह पॉलिसी लंबी अवधि के लिए होती है और इसमें निवेश भी शामिल हो सकता है।
131. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Electronic Funds Transfer’ (EFT) क्या है?
Electronic Funds Transfer (EFT) एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे स्थानांतरित किए जाते हैं। इसमें चेक या नकदी की आवश्यकता नहीं होती, और यह सुरक्षित, तेज़, और सस्ती भुगतान विधि है। EFT का उपयोग विभिन्न प्रकार की लेन-देन जैसे लोन, बिल भुगतान, और अन्य वित्तीय लेन-देन के लिए किया जाता है।
132. बीमा क्षेत्र में ‘Life Insurance’ और ‘General Insurance’ में क्या अंतर है?
Life Insurance वह बीमा है जो व्यक्ति की जीवन सुरक्षा प्रदान करता है और उसकी मृत्यु के बाद लाभार्थी को बीमा राशि प्रदान करता है। वहीं, General Insurance में स्वास्थ्य, संपत्ति, वाहन, और अन्य प्रकार के बीमा कवर आते हैं, जो जीवन से संबंधित नहीं होते।
133. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Loan Against Property’ (LAP) क्या है?
Loan Against Property (LAP) वह लोन है जो व्यक्ति अपनी संपत्ति (घर, दुकान या अन्य कोई भूमि) के खिलाफ लेता है। इस प्रकार के लोन में संपत्ति को गिरवी रखकर ऋण प्राप्त किया जाता है, और लोन की राशि संपत्ति के मूल्य पर निर्भर करती है।
134. बीमा क्षेत्र में ‘Premium Waiver Rider’ क्या है?
Premium Waiver Rider एक अतिरिक्त लाभ है जो जीवन बीमा पॉलिसी में जोड़ा जाता है। इसके अंतर्गत यदि पॉलिसीधारक असमर्थ हो जाता है (जैसे मृत्यु या विकलांगता के कारण), तो बीमा कंपनी प्रीमियम का भुगतान करती है, और पॉलिसी सक्रिय रहती है।
135. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Secured Loan’ और ‘Unsecured Loan’ में क्या अंतर है?
Secured Loan वह ऋण है जिसमें ऋण लेने वाले व्यक्ति को अपनी संपत्ति को गिरवी रखना होता है, जैसे कि गृह ऋण। वहीं, Unsecured Loan वह ऋण है जिसमें कोई संपत्ति गिरवी नहीं रखी जाती, जैसे व्यक्तिगत ऋण या शिक्षा ऋण। Secured Loan पर ब्याज दर कम होती है, जबकि Unsecured Loan पर अधिक ब्याज दर होती है।
136. बीमा क्षेत्र में ‘Co-Insurance’ क्या होता है?
Co-Insurance वह व्यवस्था है जिसमें दो या अधिक बीमा कंपनियाँ एक साथ किसी एक जोखिम को कवर करती हैं। इसमें प्रत्येक बीमा कंपनी अपने हिस्से का प्रीमियम और दावे का भुगतान करती है। यह विशेष रूप से बड़े जोखिम वाले मामलों में लागू होता है, जैसे स्वास्थ्य बीमा या संपत्ति बीमा।
137. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Nostro Account’ क्या है?
Nostro Account वह खाता होता है जो एक बैंक अपनी विदेशी शाखा या अन्य बैंक में रखता है। यह बैंक के पास अपनी विदेशी मुद्रा में धनराशि रखने के लिए होता है। इसमें बैंक अपनी विदेशों में होने वाली लेन-देन को ट्रैक करता है।
138. बीमा क्षेत्र में ‘Cash Value’ क्या होता है?
Cash Value बीमा पॉलिसी का वह हिस्सा है जो पॉलिसीधारक द्वारा समय-समय पर जमा किए गए प्रीमियम से बढ़ता है और पॉलिसी के समाप्त होने पर प्राप्त किया जा सकता है। यह बीमा पॉलिसी के स्थिर और स्थायी लाभों का हिस्सा होता है, और इसे पॉलिसीधारक एक वैकल्पिक निवेश के रूप में उपयोग कर सकता है।
139. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Virtual Banking’ क्या है?
Virtual Banking एक प्रकार की बैंकिंग सेवा है जो ऑनलाइन उपलब्ध होती है। इसमें बैंकों की शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं होती, और ग्राहक अपने मोबाइल फोन, कंप्यूटर या अन्य डिजिटल उपकरणों के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं।
140. बीमा क्षेत्र में ‘Exclusions’ क्या होते हैं?
Exclusions बीमा पॉलिसी के ऐसे प्रावधान होते हैं जिनमें यह स्पष्ट रूप से कहा जाता है कि कुछ घटनाएँ या स्थितियाँ बीमा कवर में शामिल नहीं हैं। यह बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित किए जाते हैं और पॉलिसीधारक को पहले से अवगत कराया जाता है।
141. बैंकिंग क्षेत्र में ‘MUDRA Loan’ क्या है?
MUDRA Loan (Micro Units Development and Refinance Agency Ltd.) एक सरकारी योजना है जो छोटे व्यवसायों और उधारकर्ताओं को आसान और सस्ती ऋण उपलब्ध कराती है। इसका उद्देश्य सूक्ष्म, छोटे और मझोले उद्योगों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
142. बीमा क्षेत्र में ‘Insurable Interest’ का क्या अर्थ है?
Insurable Interest वह हित होता है जो बीमा पॉलिसीधारक को बीमित संपत्ति, जीवन या घटना में होना चाहिए। इसका मतलब है कि पॉलिसीधारक को नुकसान होने पर वित्तीय नुकसान होगा। यह बीमा पॉलिसी का एक आवश्यक तत्व है।
143. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Asset Liability Management’ (ALM) क्या है?
Asset Liability Management (ALM) एक प्रणाली है जिसका उपयोग बैंक और वित्तीय संस्थाएँ अपनी संपत्तियों और दायित्वों के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए करती हैं। इसका उद्देश्य बैंक की तरलता, जोखिम, और ब्याज दरों के जोखिम को प्रबंधित करना होता है। ALM बैंक को अपने वित्तीय संसाधनों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद करता है।
144. बीमा क्षेत्र में ‘Claims Process’ क्या है?
Claims Process वह प्रक्रिया है जिसके तहत पॉलिसीधारक या उसके लाभार्थी बीमा कंपनी से दावा करते हैं। इसमें कई चरण होते हैं, जैसे दावा प्रस्तुत करना, आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच, नुकसान का आकलन, और फिर भुगतान करना। यह प्रक्रिया पॉलिसी के प्रकार और बीमा कंपनी की नीतियों के आधार पर भिन्न हो सकती है।
145. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Interest Rate Swap’ क्या है?
Interest Rate Swap एक वित्तीय अनुबंध है जिसमें दो पक्ष एक दूसरे से ब्याज दरों का आदान-प्रदान करते हैं। एक पक्ष निश्चित ब्याज दर पर भुगतान करता है, जबकि दूसरा पक्ष परिवर्तनीय (variable) ब्याज दर पर भुगतान करता है। यह सामान्यत: बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा जोखिम को कम करने के लिए किया जाता है।
146. बीमा क्षेत्र में ‘Grace Period’ क्या है?
Grace Period वह अतिरिक्त समय अवधि होती है जिसे बीमा कंपनी पॉलिसीधारक को प्रीमियम का भुगतान करने के लिए देती है। अगर पॉलिसीधारक समय पर प्रीमियम का भुगतान नहीं करता है, तो Grace Period के दौरान वह अपनी पॉलिसी को सक्रिय रख सकता है। यह समय सीमा आमतौर पर 30 दिन होती है।
147. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Basel III Norms’ क्या हैं?
Basel III Norms बैंकिंग क्षेत्र के लिए अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय मानक हैं जिन्हें बैंकिंग जोखिमों, विशेष रूप से पूंजी पर्याप्तता, तरलता, और लचीलापन को बेहतर बनाने के लिए निर्धारित किया गया है। यह मानक 2009 में वित्तीय संकट के बाद स्थापित किए गए थे और उनका उद्देश्य बैंकों को वित्तीय संकटों से बचाना है।
148. बीमा क्षेत्र में ‘Nominee’ क्या है?
Nominee वह व्यक्ति है जिसे बीमा पॉलिसी में नामांकित किया जाता है और वह पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद बीमा राशि प्राप्त करता है। पॉलिसीधारक के द्वारा nominee का नाम चुनने से यह सुनिश्चित होता है कि लाभार्थी को बीमा का लाभ मिलेगा।
149. बैंकिंग क्षेत्र में ‘National Electronic Funds Transfer’ (NEFT) क्या है?
National Electronic Funds Transfer (NEFT) एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है जिसका उपयोग भारतीय बैंकों में एक खाते से दूसरे खाते में धन हस्तांतरण के लिए किया जाता है। इसमें कोई न्यूनतम या अधिकतम सीमा नहीं होती, और यह प्रक्रिया बिना किसी शारीरिक हस्तक्षेप के की जाती है।
150. बीमा क्षेत्र में ‘Reinsurance’ क्या है?
Reinsurance एक बीमा प्रक्रिया है जिसमें एक बीमा कंपनी अपनी जोखिम को अन्य बीमा कंपनियों के साथ साझा करती है। इसका उद्देश्य बीमा कंपनियों को बड़े जोखिमों के मामले में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। रिइंश्योरेंस कंपनी बीमा कंपनी को एक निश्चित प्रीमियम के बदले जोखिम को लेती है और इसके बदले में क्लेम का एक हिस्सा चुकाती है।
151. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Non-Performing Asset’ (NPA) क्या है?
Non-Performing Asset (NPA) वह संपत्ति होती है जो बैंक के लिए आय उत्पन्न करने में सक्षम नहीं होती है। जब कोई उधारकर्ता अपनी किश्तों का भुगतान निर्धारित समय सीमा में नहीं करता, तो उस ऋण को NPA के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। इससे बैंक की वित्तीय स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
152. बीमा क्षेत्र में ‘Actuarial Science’ का क्या महत्व है?
Actuarial Science वह क्षेत्र है जिसमें गणित, सांख्यिकी, और वित्तीय सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है ताकि जोखिमों और अनिश्चितताओं का मूल्यांकन किया जा सके। यह बीमा कंपनियों को प्रीमियम की दरों का निर्धारण करने, दावों का अनुमान लगाने, और वित्तीय योजना बनाने में मदद करता है।
153. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Credit Default Swap’ (CDS) क्या है?
Credit Default Swap (CDS) एक वित्तीय अनुबंध है जिसमें एक पक्ष दूसरे पक्ष से कर्ज के डिफॉल्ट के जोखिम को खरीदता है। यदि कर्जदाता डिफॉल्ट करता है, तो CDS खरीदार को भुगतान किया जाता है। यह एक प्रकार का बीमा होता है जो कर्ज के जोखिम को कम करता है।
154. बीमा क्षेत्र में ‘Insured Amount’ क्या है?
Insured Amount वह राशि होती है जो बीमा पॉलिसी में बीमित होती है। यह राशि पॉलिसीधारक की जीवन या संपत्ति के जोखिम के हिसाब से निर्धारित की जाती है, और पॉलिसीधारक को दावे की स्थिति में यह राशि प्राप्त होती है।
155. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Overdraft’ क्या है?
Overdraft एक बैंकिंग सुविधा है जिसमें ग्राहक अपने खाते में उपलब्ध राशि से अधिक पैसे निकाल सकता है। यह एक प्रकार का शॉर्ट-टर्म लोन होता है, जिसमें बैंक ग्राहक से ब्याज वसूलता है। ओवरड्राफ्ट सुविधा केवल खाताधारक की बैंक द्वारा अनुमोदित सीमा तक ही उपलब्ध होती है।
156. बीमा क्षेत्र में ‘Underwriting’ क्या है?
Underwriting एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा बीमा कंपनी यह निर्धारित करती है कि किसे बीमा कवर प्रदान किया जाए और इसके लिए प्रीमियम कितना होना चाहिए। इस प्रक्रिया में पॉलिसीधारक के स्वास्थ्य, उम्र, पेशे, और अन्य कारकों का मूल्यांकन किया जाता है।
157. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Current Account’ और ‘Savings Account’ में क्या अंतर है?
Current Account वह खाता होता है जो व्यापारिक उद्देश्यों के लिए खोला जाता है, और इसमें लेन-देन की कोई सीमा नहीं होती। जबकि Savings Account व्यक्तिगत उपयोग के लिए होता है और इसमें कुछ लेन-देन सीमा होती है, साथ ही ग्राहक को ब्याज भी मिलता है।
158. बीमा क्षेत्र में ‘Sum Assured’ क्या होता है?
Sum Assured वह निश्चित राशि होती है जो जीवन बीमा पॉलिसी में पॉलिसीधारक की मृत्यु के बाद लाभार्थी को प्रदान की जाती है। यह राशि पॉलिसी के तहत निर्धारित होती है और पॉलिसीधारक द्वारा प्रीमियम के भुगतान पर निर्भर करती है।
159. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Digital Banking’ क्या है?
Digital Banking एक बैंकिंग प्रणाली है जिसमें बैंकिंग सेवाएँ ऑनलाइन या मोबाइल ऐप्स के माध्यम से उपलब्ध होती हैं। इसमें खाता खोलना, पैसे ट्रांसफर करना, बिल भुगतान करना, और अन्य बैंकिंग कार्य किए जाते हैं, जिनके लिए शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं होती।
160. बीमा क्षेत्र में ‘Permanent Disability’ और ‘Temporary Disability’ के बीच अंतर क्या है?
Permanent Disability वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति की शारीरिक या मानसिक स्थिति स्थायी रूप से प्रभावित होती है और वह सामान्य रूप से कार्य करने में असमर्थ होता है। वहीं, Temporary Disability वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अस्थायी रूप से प्रभावित होती है और वह कुछ समय बाद सामान्य रूप से कार्य कर सकता है।
161. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Financial Inclusion’ क्या है?
Financial Inclusion का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों, विशेषकर निर्धन और पिछड़े वर्गों को वित्तीय सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित करना है। इसमें बैंकिंग सेवाओं जैसे ऋण, बचत खाता, बीमा, और पेंशन योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित करना शामिल है।
162. बीमा क्षेत्र में ‘Morbidity Rate’ क्या होता है?
Morbidity Rate एक सांख्यिकीय मानदंड होता है जो किसी विशेष समय में किसी क्षेत्र या समाज में बीमारियों की दर को मापता है। यह दर बीमा कंपनियों द्वारा स्वास्थ्य बीमा की पॉलिसियों में प्रीमियम निर्धारित करने के लिए उपयोग की जाती है।
163. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Mobile Banking’ क्या है?
Mobile Banking एक बैंकिंग सेवा है जिसमें ग्राहक अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके बैंक के विभिन्न कार्यों जैसे खाता देखना, पैसे ट्रांसफर करना, और बिल भुगतान करना कर सकते हैं। यह एक सुविधाजनक तरीका है जो ग्राहकों को किसी भी स्थान से बैंकिंग सेवाएँ प्राप्त करने की अनुमति देता है।
164. बीमा क्षेत्र में ‘Mortality Rate’ क्या है?
Mortality Rate वह दर होती है जो किसी विशेष समय अवधि में एक निश्चित जनसंख्या के भीतर मृत्यु के मामलों को मापती है। यह दर जीवन बीमा कंपनियों के द्वारा प्रीमियम निर्धारण में उपयोग की जाती है, क्योंकि यह मृत्यु के जोखिम को दर्शाती है।
165. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Foreign Exchange Reserves’ का क्या महत्व है?
Foreign Exchange Reserves वह धनराशि होती है जो एक देश अपने केंद्रीय बैंक में विदेशी मुद्रा के रूप में रखता है। यह देशों के बीच व्यापार के लिए महत्वपूर्ण होता है और विदेशी मुद्रा संकट से बचने के लिए उपयोग किया जाता है।
166. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Merchant Banking’ क्या है?
Merchant Banking एक विशेष प्रकार की बैंकिंग सेवा है जिसमें कंपनियों को वित्तीय और निवेश संबंधी सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। इसमें आईपीओ (Initial Public Offering), मर्जर और अधिग्रहण, और पूंजी बाजार सेवाएँ शामिल होती हैं। यह सेवाएँ आमतौर पर बड़े व्यवसायों और निगमों को दी जाती हैं।
167. बीमा क्षेत्र में ‘Critical Illness Insurance’ क्या है?
Critical Illness Insurance एक प्रकार की बीमा पॉलिसी है जो बीमाधारक को गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, दिल का दौरा, स्ट्रोक, और अन्य जीवन-धमकाने वाली बीमारियों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। इस पॉलिसी में बीमाधारक को बीमारी का निदान होने पर एकमुश्त राशि मिलती है।
168. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Securitization’ क्या है?
Securitization एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा विभिन्न प्रकार के परिसंपत्तियों (जैसे ऋण, बांड, और संपत्ति) को एकत्रित किया जाता है और फिर उन्हें परिसंपत्ति-समर्थित प्रतिभूतियों (asset-backed securities) में बदला जाता है, जिन्हें निवेशकों को बेचा जाता है। इसका उद्देश्य बैंकों के लिए तरलता बढ़ाना होता है।
169. बीमा क्षेत्र में ‘Life Insurance Corporation’ (LIC) क्या है?
Life Insurance Corporation (LIC) भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है, जो जीवन बीमा पॉलिसियाँ और अन्य वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती है। यह कंपनी भारतीय सरकार के स्वामित्व में है और देशभर में जीवन बीमा की महत्वपूर्ण प्रदाता है।
170. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Nostro Account’ क्या है?
Nostro Account वह खाता होता है जिसे एक बैंक अपनी विदेशी शाखा में खोलता है, जिसमें वह विदेशी मुद्रा रखता है। यह खाता विदेशी बैंक में खोला जाता है, और बैंक इसे अपने स्थानीय वित्तीय लेन-देन के लिए उपयोग करता है। यह खाता विदेशी मुद्रा की लेन-देन प्रक्रिया को सरल बनाता है।
171. बीमा क्षेत्र में ‘Insurance Regulatory and Development Authority of India’ (IRDAI) क्या है?
Insurance Regulatory and Development Authority of India (IRDAI) एक भारतीय सरकारी निकाय है जिसका उद्देश्य भारतीय बीमा क्षेत्र को नियंत्रित और विकसित करना है। IRDAI बीमा कंपनियों के संचालन, पॉलिसी की शर्तों, प्रीमियम दरों, और अन्य बीमा सेवाओं को विनियमित करता है।
172. बैंकिंग क्षेत्र में ‘RTGS’ क्या है?
RTGS (Real-Time Gross Settlement) एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है, जिसमें एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे तुरंत और बिना किसी देरी के भेजे जाते हैं। यह प्रणाली बड़े भुगतान (₹2 लाख या उससे अधिक) के लिए उपयोग की जाती है और इसका प्रमुख लाभ यह है कि भुगतान उसी समय निपट जाता है।
173. बीमा क्षेत्र में ‘Policyholder’s Rights’ क्या हैं?
Policyholder’s Rights बीमा पॉलिसीधारक के पास बीमा पॉलिसी से संबंधित अधिकार होते हैं, जैसे पॉलिसी के लाभों का दावा करना, पॉलिसी को बदलना या रद्द करना, और बीमा पॉलिसी की शर्तों को समझना। पॉलिसीधारक को अपनी पॉलिसी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने का अधिकार होता है।
174. बैंकिंग क्षेत्र में ‘KYC’ क्या है?
KYC (Know Your Customer) एक प्रक्रिया है जिसके तहत बैंक और वित्तीय संस्थाएँ अपने ग्राहकों की पहचान और पते की पुष्टि करती हैं। यह प्रक्रिया धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, और अन्य अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए आवश्यक होती है। KYC प्रक्रिया के तहत ग्राहकों को अपनी पहचान साबित करने के लिए दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होते हैं।
175. बीमा क्षेत्र में ‘Underinsurance’ क्या है?
Underinsurance वह स्थिति होती है जब बीमा पॉलिसी में बीमित राशि उस संपत्ति या जीवन के वास्तविक मूल्य से कम होती है, जिसे बीमा किया गया है। इसका परिणाम यह हो सकता है कि बीमाधारक को दावा करते समय पर्याप्त राशि नहीं मिलती, जिससे वह वित्तीय नुकसान का सामना कर सकता है।
176. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Virtual Banking’ क्या है?
Virtual Banking वह बैंकिंग सेवा है जो इंटरनेट और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से प्रदान की जाती है, बिना शारीरिक शाखाओं के। ग्राहक वर्चुअल बैंकिंग के माध्यम से खाता देख सकते हैं, ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, और अन्य बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
177. बीमा क्षेत्र में ‘Group Insurance’ क्या है?
Group Insurance वह बीमा पॉलिसी होती है जो एक समूह के सभी सदस्य को एक ही योजना के तहत कवर प्रदान करती है। यह पॉलिसी आमतौर पर कंपनियों, संगठनों, या संघों द्वारा अपने कर्मचारियों या सदस्य के लिए खरीदी जाती है और इसमें पॉलिसीधारक को व्यक्तिगत बीमा पॉलिसी की तुलना में कम प्रीमियम भुगतान करना पड़ता है।
178. बैंकिंग क्षेत्र में ‘SWIFT’ क्या है?
SWIFT (Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunication) एक वैश्विक नेटवर्क है जो बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के बीच सुरक्षित और तेज़ संदेश आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है। SWIFT का उपयोग प्रमुख रूप से अंतरराष्ट्रीय धन हस्तांतरण और लेन-देन के लिए किया जाता है।
179. बीमा क्षेत्र में ‘Exclusion Clause’ क्या है?
Exclusion Clause एक बीमा पॉलिसी की शर्त है, जो कुछ विशेष परिस्थितियों या घटनाओं को बीमा कवर से बाहर रखती है। यह उन स्थितियों को परिभाषित करता है जिनमें बीमा कंपनी दावे का भुगतान नहीं करती है, जैसे आत्महत्या, युद्ध, या प्राकृतिक आपदाएँ।
180. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Capital Adequacy Ratio’ (CAR) क्या है?
Capital Adequacy Ratio (CAR) एक वित्तीय अनुपात है जो यह दर्शाता है कि किसी बैंक के पास अपने जोखिमों को कवर करने के लिए पर्याप्त पूंजी है या नहीं। इसे पूंजी की पर्याप्तता सुनिश्चित करने के लिए निर्धारित किया जाता है और यह बैंक की वित्तीय स्थिरता को बढ़ाने में मदद करता है। CAR को बैंकिंग नियामक जैसे RBI द्वारा निगरानी में रखा जाता है।
181. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Basel III’ क्या है?
Basel III एक अंतरराष्ट्रीय मानक है जो बैंकों की पूंजी संरचना और जोखिम प्रबंधन पर आधारित है। यह मानक विशेष रूप से बैंकों की स्थिरता को बढ़ाने और वैश्विक वित्तीय संकटों से बचने के लिए पूंजी Adequacy Ratio (CAR) और जोखिम प्रबंधन के नियमों को सख्त करता है। Basel III के अंतर्गत बैंकों को अधिक उच्च गुणवत्ता वाली पूंजी बनाए रखने की आवश्यकता होती है, ताकि वे किसी भी वित्तीय संकट का सामना कर सकें।
182. बीमा क्षेत्र में ‘Subrogation’ क्या है?
Subrogation एक कानूनी सिद्धांत है जिसके तहत बीमा कंपनी बीमाधारक को भुगतान करने के बाद, बीमाधारक की स्थिति में आकर तीसरे पक्ष से भुगतान की रिकवरी करने का अधिकार रखती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी दुर्घटना में नुकसान हुआ और बीमाधारक को बीमा कंपनी ने मुआवजा दिया, तो बीमा कंपनी को यह अधिकार होता है कि वह जिम्मेदार व्यक्ति से मुआवजा प्राप्त करे।
183. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Non-Performing Asset’ (NPA) क्या है?
Non-Performing Asset (NPA) वह संपत्ति होती है जिसमें बैंक द्वारा प्रदान की गई ऋण या उधारी भुगतान में देरी या चुकता न करने के कारण बैंकों के लिए रिटर्न प्राप्त नहीं होता है। इसे एक गंभीर जोखिम के रूप में देखा जाता है क्योंकि यह बैंक की वित्तीय स्थिरता को प्रभावित करता है। एनपीए के उच्च स्तर को नियंत्रित करने के लिए बैंकों को सख्त नियमों का पालन करना होता है।
184. बीमा क्षेत्र में ‘Moral Hazard’ क्या है?
Moral Hazard वह स्थिति होती है जब बीमाधारक को यह आभास होता है कि बीमा द्वारा उसे आर्थिक सुरक्षा मिल रही है, जिसके कारण वह अपनी ओर से आवश्यक सतर्कता और सावधानी नहीं बरतता। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति यह जानता है कि उसकी संपत्ति बीमित है, तो वह सुरक्षा उपायों को कम कर सकता है। यह बीमा कंपनियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति होती है।
185. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Credit Risk’ क्या है?
Credit Risk वह जोखिम होता है जब एक बैंक द्वारा दिया गया ऋण या उधारी चुकता नहीं हो पाता है। यह बैंक के लिए एक वित्तीय नुकसान का कारण बन सकता है। क्रेडिट रिस्क को नियंत्रित करने के लिए बैंक ऋण देने से पहले उधारकर्ता की वित्तीय स्थिति और क्रेडिट रेटिंग का मूल्यांकन करते हैं।
186. बीमा क्षेत्र में ‘Actuarial Science’ क्या है?
Actuarial Science एक शाखा है जो बीमा, पेंशन और वित्तीय योजना से संबंधित गणना और सांख्यिकी का अध्ययन करती है। इसका मुख्य उद्देश्य जोखिम का मूल्यांकन करना और भविष्य की घटनाओं के आधार पर वित्तीय भविष्यवाणियाँ करना है। इसके माध्यम से बीमा कंपनियाँ प्रीमियम निर्धारण, प्रावधान, और अन्य बीमा से संबंधित निर्णय लेते हैं।
187. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Asset Management’ क्या है?
Asset Management वह सेवा है जिसमें बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेशकों के लिए निवेश विकल्पों का चयन और उनका प्रबंधन किया जाता है। इसमें स्टॉक्स, बॉंड्स, रियल एस्टेट और अन्य वित्तीय उपकरणों में निवेश किया जाता है, ताकि ग्राहकों को लाभ मिल सके। यह निवेशकों की संपत्ति को बढ़ाने और उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का एक तरीका है।
188. बीमा क्षेत्र में ‘Life Insurance Rider’ क्या है?
Life Insurance Rider एक अतिरिक्त लाभ होता है जो मुख्य जीवन बीमा पॉलिसी के साथ जोड़ा जाता है। यह अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है, जैसे दुर्घटना मृत्यु कवरेज, गंभीर बीमारी कवरेज, या अस्पताल में भर्ती की स्थिति में खर्चों का कवरेज। इसे प्रीमियम में थोड़ी वृद्धि के साथ जोड़ा जा सकता है।
189. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Cheque Truncation System’ (CTS) क्या है?
Cheque Truncation System (CTS) एक इलेक्ट्रॉनिक चेक भुगतान प्रणाली है, जिसमें चेक के भौतिक हस्तांतरण के बजाय उसका डिजिटल रूप में प्रसंस्करण किया जाता है। यह प्रणाली बैंकों को चेक के निपटान के समय में तेजी लाने और धोखाधड़ी को रोकने में मदद करती है।
190. बीमा क्षेत्र में ‘Endowment Policy’ क्या है?
Endowment Policy एक प्रकार की जीवन बीमा पॉलिसी होती है जिसमें बीमाधारक को जीवन बीमा कवर के साथ-साथ बचत लाभ भी प्राप्त होता है। पॉलिसी की अवधि समाप्त होने पर, बीमाधारक को एकमुश्त राशि (जिसे बोनस भी शामिल हो सकता है) दी जाती है। यदि बीमाधारक की मृत्यु पहले हो जाती है, तो लाभार्थियों को बीमा राशि दी जाती है।
191. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Liquidity Risk’ क्या है?
Liquidity Risk वह जोखिम होता है जब किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के पास पर्याप्त नकदी या परिसंपत्तियाँ नहीं होती हैं, ताकि वह अपने शॉर्ट-टर्म कर्जों और देनदारियों को पूरा कर सके। यह वित्तीय संकट का कारण बन सकता है और बैंकों को अपनी तरलता स्थिति को बेहतर तरीके से प्रबंधित करना होता है।
192. बीमा क्षेत्र में ‘No-Claim Bonus’ (NCB) क्या है?
No-Claim Bonus (NCB) एक बीमा लाभ होता है जो उन पॉलिसीधारकों को दिया जाता है जिन्होंने अपनी बीमा पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं किया होता है। यह बोनस आमतौर पर मोटर बीमा और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों पर मिलता है और यह पॉलिसीधारक को अगली पॉलिसी में छूट के रूप में प्रदान किया जाता है।
193. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Monetary Policy’ क्या है?
Monetary Policy एक आर्थिक नीति है जिसे केंद्रीय बैंक (RBI) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य मुद्रा आपूर्ति, ब्याज दरों और बैंकिंग प्रणाली को नियंत्रित करके आर्थिक स्थिरता और विकास सुनिश्चित करना है। यह नीति मुद्रास्फीति और बेरोज़गारी को नियंत्रित करने के लिए तैयार की जाती है।
194. बीमा क्षेत्र में ‘Claim Settlement Ratio’ क्या है?
Claim Settlement Ratio वह अनुपात है जो बीमा कंपनी के दावे की मंजूरी और निपटान की दर को दर्शाता है। यह बीमा कंपनियों की क्षमता को दिखाता है कि वे कितने प्रतिशत दावों को सफलतापूर्वक निपटाते हैं। उच्च क्लेम सेटेलमेंट रेशियो वाली कंपनी को आमतौर पर अधिक विश्वसनीय माना जाता है।
195. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Microfinance’ क्या है?
Microfinance एक वित्तीय सेवा है जो विशेष रूप से छोटे व्यापारों और निम्न आय वाले व्यक्तियों को छोटे ऋण और अन्य वित्तीय सेवाएँ प्रदान करती है। इसका उद्देश्य गरीब और पिछड़े वर्गों के व्यक्तियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, ताकि वे अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकें।
196. बीमा क्षेत्र में ‘Policy Surrender’ क्या है?
Policy Surrender तब होता है जब बीमाधारक अपनी बीमा पॉलिसी को समाप्त कर देता है और बीमा कंपनी से शेष राशि प्राप्त करता है। पॉलिसी सरेंडर करने के बाद, बीमाधारक को बीमा कवर की कोई सुरक्षा नहीं मिलती है, लेकिन वह प्रीमियम के आधार पर कुछ राशि वापस प्राप्त कर सकता है।
197. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Interest Rate Risk’ क्या है?
Interest Rate Risk वह जोखिम होता है जो एक बैंक को ब्याज दरों में परिवर्तन के कारण होता है। ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव से बैंकों के ऋण और निवेश के मूल्य में बदलाव हो सकता है, जो उनके लाभ को प्रभावित कर सकता है। बैंक इस जोखिम को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न वित्तीय उपकरणों का उपयोग करते हैं।
198. बीमा क्षेत्र में ‘Premium’ क्या है?
Premium वह राशि होती है जो बीमाधारक को अपनी बीमा पॉलिसी को सक्रिय रखने के लिए बीमा कंपनी को नियमित रूप से चुकानी होती है। यह प्रीमियम बीमा पॉलिसी के प्रकार, कवर की शर्तों और बीमाधारक के स्वास्थ्य, उम्र और जोखिम की प्रकृति पर निर्भर करता है।
199. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Securitization’ क्या है?
Securitization एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थाओं द्वारा अपने ऋणों या परिसंपत्तियों को एक परिसंपत्ति समर्थन सुरक्षा (Asset-Backed Security – ABS) के रूप में बदल दिया जाता है। इस प्रक्रिया में बैंकों द्वारा ऋणों को एकत्रित किया जाता है और फिर इन ऋणों से जुड़े भुगतानों को एक नई सुरक्षा के रूप में निवेशकों को बेचा जाता है। इससे बैंक को तरलता प्राप्त होती है, और निवेशकों को एक नया निवेश विकल्प मिलता है।
200. बीमा क्षेत्र में ‘Underwriting’ क्या है?
Underwriting बीमा उद्योग में वह प्रक्रिया है जिसमें बीमा कंपनी यह निर्धारित करती है कि एक व्यक्ति या संपत्ति को बीमा कवर प्रदान किया जाएगा या नहीं, और यदि हां, तो प्रीमियम कितना होगा। अंडरराइटिंग प्रक्रिया में जोखिम मूल्यांकन, बीमाधारक की जानकारी की जांच, और वित्तीय स्थिति का आकलन शामिल होता है। यह प्रक्रिया बीमा कंपनियों को अनावश्यक जोखिम से बचने में मदद करती है।
201. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Basel Accords’ क्या हैं?
Basel Accords एक श्रृंखला हैं जिनका उद्देश्य वैश्विक बैंकिंग प्रणाली की स्थिरता को सुनिश्चित करना है। ये मानक बैंकों द्वारा रखी गई पूंजी की न्यूनतम राशि और उनके द्वारा उठाए गए जोखिम का नियमन करते हैं। सबसे प्रसिद्ध Basel II और Basel III हैं, जिनमें बैंकों को उच्च गुणवत्ता वाली पूंजी बनाए रखने और जोखिम के प्रबंधन के सख्त उपायों का पालन करने के लिए कहा गया है।
202. बीमा क्षेत्र में ‘Group Insurance’ क्या है?
Group Insurance एक प्रकार की बीमा योजना है जो एक ही समूह के कई व्यक्तियों को कवर करती है। यह योजना आमतौर पर कंपनियों, संस्थाओं या संगठनों द्वारा उनके कर्मचारियों के लिए प्रदान की जाती है। इसमें कम प्रीमियम पर अधिक लाभ प्रदान किया जाता है, क्योंकि समूह के सदस्यों को एक साथ कवर किया जाता है।
203. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Retail Banking’ क्या है?
Retail Banking वह बैंकिंग सेवा होती है जो व्यक्तिगत ग्राहकों को उनके व्यक्तिगत वित्तीय जरूरतों के लिए प्रदान की जाती है। इसमें बचत खाते, चालू खाते, ऋण, बंधक ऋण, क्रेडिट कार्ड आदि शामिल होते हैं। रिटेल बैंकिंग का मुख्य उद्देश्य छोटे-छोटे ग्राहकों को वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना होता है।
204. बीमा क्षेत्र में ‘Unit Linked Insurance Plans’ (ULIPs) क्या हैं?
Unit Linked Insurance Plans (ULIPs) एक प्रकार की जीवन बीमा योजना है जिसमें बीमाधारक को बीमा कवर के साथ-साथ निवेश का भी लाभ मिलता है। इसके अंतर्गत प्रीमियम का एक हिस्सा बीमा कवर के लिए और एक हिस्सा विभिन्न निवेश विकल्पों (जैसे स्टॉक्स, बॉंड्स, म्यूचुअल फंड्स आदि) में निवेश किया जाता है। ULIPs का उद्देश्य निवेश और बीमा दोनों का संतुलन प्रदान करना है।
205. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Financial Inclusion’ क्या है?
Financial Inclusion का उद्देश्य वित्तीय सेवाओं को समाज के सभी वर्गों, विशेषकर गरीबों, ग्रामीण और वंचित समुदायों तक पहुँचाना है। इसका उद्देश्य लोगों को बैंकिंग सेवाओं, क्रेडिट, बीमा, और पेंशन सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना है, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
206. बीमा क्षेत्र में ‘Term Insurance’ क्या है?
Term Insurance एक प्रकार की जीवन बीमा पॉलिसी है जो एक निश्चित अवधि (जैसे 10, 20, या 30 साल) के लिए जीवन कवर प्रदान करती है। यदि बीमाधारक की मृत्यु पॉलिसी की अवधि के दौरान होती है, तो लाभार्थियों को मृत्यु लाभ प्राप्त होता है। यह सस्ती बीमा पॉलिसी होती है, क्योंकि इसमें कोई बचत या निवेश घटक नहीं होता है।
207. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Digital Banking’ क्या है?
Digital Banking वह बैंकिंग सेवा है जो पूरी तरह से इंटरनेट और अन्य डिजिटल चैनलों के माध्यम से प्रदान की जाती है। इसमें ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल भुगतान, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक वित्तीय सेवाएँ शामिल होती हैं। डिजिटल बैंकिंग ने ग्राहकों के लिए बैंकिंग प्रक्रिया को तेज और अधिक सुविधाजनक बना दिया है।
208. बीमा क्षेत्र में ‘Health Insurance’ क्या है?
Health Insurance एक प्रकार की बीमा पॉलिसी है जो स्वास्थ्य संबंधित खर्चों को कवर करती है। इसमें अस्पताल में भर्ती होने, चिकित्सा खर्च, उपचार, सर्जरी, दवाइयाँ, और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का खर्च कवर किया जाता है। यह पॉलिसी व्यक्ति और परिवार के स्वास्थ्य के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
209. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Central Bank’ क्या है?
Central Bank वह वित्तीय संस्थान होता है जो एक देश की मुद्रा, बैंकों के लिए मौद्रिक नीति तैयार करने, और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है। भारत में RBI (Reserve Bank of India) को केंद्रीय बैंक माना जाता है। केंद्रीय बैंक बैंकों को ऋण प्रदान करता है, ब्याज दरों को नियंत्रित करता है और मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित करता है।
210. बीमा क्षेत्र में ‘Insurance Broker’ क्या है?
Insurance Broker एक स्वतंत्र पेशेवर होता है जो ग्राहकों को विभिन्न बीमा उत्पादों के बारे में जानकारी प्रदान करता है और उनकी बीमा जरूरतों के अनुसार सबसे उपयुक्त पॉलिसी का चयन करने में मदद करता है। बीमा ब्रोकर का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को बेहतरीन बीमा पॉलिसी प्राप्त कराने में मदद करना होता है।
211. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Risk Management’ क्या है?
Risk Management एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बैंक अपने जोखिमों का पहचान करते हैं, उनका मूल्यांकन करते हैं और उनका नियंत्रण करते हैं। इसमें क्रेडिट रिस्क, बाजार जोखिम, तरलता जोखिम, ऑपरेशनल जोखिम आदि शामिल होते हैं। इसका उद्देश्य बैंक की वित्तीय स्थिति को सुरक्षित रखना और अनावश्यक नुकसान से बचना होता है।
212. बीमा क्षेत्र में ‘Claims Process’ क्या है?
Claims Process वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बीमाधारक या उसके लाभार्थी किसी दुर्घटना या नुकसान के बाद बीमा कंपनी से मुआवजा प्राप्त करते हैं। इसमें बीमा कंपनी को दावा पत्र प्रस्तुत करना, दावे की जांच करना और फिर निर्धारित राशि का भुगतान करना शामिल होता है।
213. बैंकिंग क्षेत्र में ‘Blockchain Technology’ क्या है?
Blockchain Technology एक डिजिटल लेज़र तकनीक है जो डेटा को सुरक्षित और पारदर्शी रूप से रिकॉर्ड करती है। इसका मुख्य उपयोग वित्तीय लेन-देन, जैसे क्रिप्टोकरेंसी, स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और अन्य वित्तीय सेवाओं में होता है। ब्लॉकचेन तकनीक बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता, सुरक्षा और दक्षता बढ़ाने में मदद करती है।
214. बीमा क्षेत्र में ‘Cash Value’ क्या है?
Cash Value वह राशि होती है जो किसी जीवन बीमा पॉलिसी में संचित होती है और पॉलिसीधारक द्वारा पॉलिसी के नवीनीकरण या समाप्ति पर प्राप्त की जा सकती है। यह आमतौर पर अंतर्निहित बीमा के अतिरिक्त होती है और पॉलिसी में लंबी अवधि के लिए निवेश किए गए प्रीमियम से उत्पन्न होती है।