व्यापार और कॉर्पोरेट कानून (Business and Corporate Law) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर निम्नलिखित हैं:
1. व्यापार और कॉर्पोरेट कानून क्या है?
उत्तर: व्यापार और कॉर्पोरेट कानून एक कानूनी क्षेत्र है जो व्यापारिक संस्थाओं, कंपनियों, और व्यापारिक गतिविधियों को नियंत्रित करता है। यह कानून व्यापारियों, कंपनियों, और निगमों के अधिकारों, कर्तव्यों, और जिम्मेदारियों को निर्धारित करता है। इसमें कंपनी के गठन, संचालन, प्रबंधन, कानूनी विवादों का निपटान, और कर्मचारियों के अधिकार शामिल हैं।
2. कंपनी का गठन और पंजीकरण किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर: कंपनी का गठन एक कानूनी प्रक्रिया है, जो भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत की जाती है। इसे पंजीकरण के माध्यम से वैधता प्राप्त होती है। कंपनी को पंजीकृत करने के लिए निम्नलिखित कदम होते हैं:
- नाम का चयन: कंपनी के लिए एक विशिष्ट नाम चुना जाता है।
- प्रारंभिक दस्तावेज: इसमें कंपनी का संविधान, साझेदारों की सहमति और कंपनी के उद्देश्य का विवरण शामिल होता है।
- रजिस्ट्रार के पास आवेदन: कंपनी के गठन के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) में प्रस्तुत किए जाते हैं।
- कॉर्पोरेट पहचान संख्या (CIN): पंजीकरण के बाद कंपनी को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्राप्त होती है।
3. कॉर्पोरेट गवर्नेंस (Corporate Governance) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट गवर्नेंस एक प्रणाली है जो कंपनियों के प्रबंधन और संचालन की निगरानी और नियंत्रण करती है। इसका उद्देश्य शेयरधारकों, कर्मचारियों, और अन्य हितधारकों के हितों की सुरक्षा करना है। इसमें पारदर्शिता, उत्तरदायित्व, और नैतिकता के सिद्धांतों का पालन किया जाता है।
4. मर्जर और अधिग्रहण (Mergers and Acquisitions) क्या हैं?
उत्तर: मर्जर और अधिग्रहण कंपनियों के बीच एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है:
- मर्जर: इसमें दो कंपनियां मिलकर एक नई कंपनी बनाती हैं। यह सहमति पर आधारित होता है और दोनों कंपनियों के हिस्सेदारों के लिए लाभकारी होता है।
- अधिग्रहण: इसमें एक कंपनी दूसरी कंपनी का नियंत्रण खरीद लेती है, जो इसके संचालन और निर्णय लेने की प्रक्रिया पर असर डालता है।
5. कंपनी के निदेशकों के कर्तव्य और अधिकार क्या हैं?
उत्तर: कंपनी के निदेशक, कंपनी के प्रबंधन और नीति निर्धारण के लिए जिम्मेदार होते हैं। उनके कर्तव्य और अधिकार निम्नलिखित हैं:
- कर्तव्य:
- कंपनी के हित में काम करना।
- कंपनी की संपत्ति का सही तरीके से प्रबंधन करना।
- कर्तव्यनिष्ठता और ईमानदारी से कार्य करना।
- अधिकार:
- कंपनी के निर्णयों में भाग लेना।
- लाभांश का वितरण तय करना।
- कर्मचारियों की नियुक्ति और हटाने का अधिकार।
6. कॉर्पोरेट धोखाधड़ी और कानूनी उपाय क्या हैं?
उत्तर: कॉर्पोरेट धोखाधड़ी वह गतिविधि है जब कोई व्यक्ति या कंपनी गलत तरीके से वित्तीय लाभ प्राप्त करने के लिए धोखाधड़ी करती है। इससे कंपनी और इसके शेयरधारकों को हानि होती है। इसका निवारण और नियंत्रण भारतीय कंपनियों द्वारा लागू कानूनों, जैसे भारतीय कंपनी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) द्वारा किया जाता है। इसके लिए कानूनी उपायों में जांच, अभियोजन, और वित्तीय दंड शामिल हो सकते हैं।
7. व्यापारिक अनुबंध (Business Contracts) क्या हैं और उनके प्रकार क्या होते हैं?
उत्तर: व्यापारिक अनुबंध वे कानूनी दस्तावेज होते हैं जो दो या दो से अधिक पक्षों के बीच कानूनी दायित्व और अधिकारों का निर्धारण करते हैं। व्यापारिक अनुबंध के प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:
- विक्रय अनुबंध (Sale Contract)
- संपत्ति अनुबंध (Property Contract)
- सेवा अनुबंध (Service Contract)
- काम अनुबंध (Employment Contract)
8. कॉर्पोरेट कराधान (Corporate Taxation) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट कराधान वह प्रणाली है जिसके तहत कंपनियों से कर लिया जाता है। इसमें कंपनी की आय पर कर लगाया जाता है। भारतीय कराधान प्रणाली में कंपनी के प्रकार (पब्लिक लिमिटेड, प्राइवेट लिमिटेड) और उनके लाभ के आधार पर कर दरों का निर्धारण होता है।
9. कंपनी की वित्तीय स्थिति की निगरानी कैसे की जाती है?
उत्तर: कंपनी की वित्तीय स्थिति की निगरानी वित्तीय रिपोर्टिंग और लेखा-जोखा के माध्यम से की जाती है। कंपनियां अपने वित्तीय परिणामों की रिपोर्ट वार्षिक लेखा-जोखा (Annual Report) के रूप में प्रकाशित करती हैं, जिसमें आय विवरण (Income Statement), बैलेंस शीट (Balance Sheet), और नकद प्रवाह विवरण (Cash Flow Statement) शामिल होते हैं।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित कुछ और महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर (10 से 50 तक) दिए गए हैं:
10. कंपनी के विभाजन (Corporate Restructuring) क्या है?
उत्तर: कंपनी का विभाजन एक प्रक्रिया है जिसमें कंपनी के संरचनात्मक बदलाव किए जाते हैं, जैसे कि मर्जर, अधिग्रहण, डिवेस्टमेंट, या हिस्सेदारी का पुनर्नियोजन। इसका उद्देश्य कंपनी के संचालन को अधिक प्रभावी बनाना और शेयरधारकों के हितों को बेहतर ढंग से संरक्षित करना होता है।
11. कॉर्पोरेट धोखाधड़ी के कारण क्या होते हैं?
उत्तर: कॉर्पोरेट धोखाधड़ी के कारणों में वित्तीय प्रबंधन में गलतियां, अधिकारियों का गलत आचरण, कमजोर निगरानी प्रणाली, कानूनी और लेखा प्रक्रियाओं में कमी, और बाहरी दबाव शामिल होते हैं। यह कंपनी के वित्तीय लाभ को प्रभावित कर सकता है और कंपनी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
12. वित्तीय नियंत्रण (Financial Control) के उपाय क्या हैं?
उत्तर: वित्तीय नियंत्रण के उपायों में बजट तैयार करना, खर्चों की निगरानी, लेखा-जोखा का सही तरीके से पालन करना, आंतरिक ऑडिट की व्यवस्था करना, और कड़ी वित्तीय रिपोर्टिंग शामिल हैं। ये उपाय कंपनियों को वित्तीय जोखिमों से बचाने में मदद करते हैं।
13. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (Board of Directors) की जिम्मेदारी क्या होती है?
उत्तर: बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स कंपनी के रणनीतिक निर्णयों को नियंत्रित करता है। उसकी जिम्मेदारी में कंपनी के नीति निर्धारण, प्रमुख नियुक्तियों, वित्तीय निर्णय, और अन्य कानूनी और प्रबंधकीय कार्यों की निगरानी करना शामिल है।
14. सार्वजनिक और निजी कंपनियों में अंतर क्या है?
उत्तर: सार्वजनिक कंपनियां उन कंपनियों होती हैं जिनके शेयर सार्वजनिक रूप से व्यापार होते हैं और इनका उद्देश्य आम निवेशकों से पूंजी जुटाना होता है। निजी कंपनियों के शेयर सार्वजनिक रूप से व्यापार नहीं होते और इनका उद्देश्य सीमित निवेशकों से पूंजी जुटाना होता है।
15. धार्मिक और धर्मार्थ ट्रस्ट (Religious and Charitable Trusts) क्या होते हैं?
उत्तर: धार्मिक ट्रस्ट वे ट्रस्ट होते हैं जो किसी धार्मिक उद्देश्य के लिए स्थापित किए जाते हैं। धर्मार्थ ट्रस्ट का उद्देश्य समाज के कल्याण के लिए काम करना होता है, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और गरीबों की मदद करना।
16. कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (Corporate Social Responsibility, CSR) क्या है?
उत्तर: CSR वह प्रक्रिया है जिसके तहत कंपनियां अपनी व्यापारिक गतिविधियों के साथ-साथ समाज और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का पालन करती हैं। यह पर्यावरणीय संरक्षण, सामाजिक कल्याण, और शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार सृजन के लिए कार्य कर सकती है।
17. वित्तीय संस्थाओं की भूमिका (Role of Financial Institutions) क्या होती है?
उत्तर: वित्तीय संस्थाएं, जैसे बैंक और अन्य ऋण संस्थाएं, कंपनियों को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं, जिससे उनकी वृद्धि और विस्तार संभव हो पाता है। ये संस्थाएं कंपनियों के लिए ऋण, निवेश, और अन्य वित्तीय सेवाएं प्रदान करती हैं।
18. वित्तीय नियम और कानून (Financial Regulations and Laws) क्या होते हैं?
उत्तर: वित्तीय नियम और कानून वे कानूनी ढांचे होते हैं जो वित्तीय गतिविधियों की निगरानी करते हैं। इनमें भारतीय रिजर्व बैंक के नियम, स्टॉक एक्सचेंज के नियम, और कंपनियों के लिए वित्तीय रिपोर्टिंग आवश्यकताएं शामिल होती हैं।
19. कॉर्पोरेट टैक्स (Corporate Tax) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट टैक्स एक प्रकार का कर है जो कंपनियों को उनकी आय पर भुगतान करना होता है। यह कर कंपनियों के लाभ पर आधारित होता है और इसे भारतीय आयकर अधिनियम के तहत लागू किया जाता है।
20. कंपनी के लाभांश (Dividend) का वितरण कैसे होता है?
उत्तर: कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा अपने शेयरधारकों को लाभांश के रूप में वितरित करती है। यह वितरण कंपनी की नीति, वित्तीय स्थिति, और भविष्य की योजनाओं के आधार पर किया जाता है। लाभांश की दर और भुगतान का तरीका बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा तय किया जाता है।
21. शेयर बाजार में व्यापार (Stock Market Trading) क्या है?
उत्तर: शेयर बाजार में व्यापार वह प्रक्रिया है जिसमें शेयरधारक और निवेशक कंपनियों के शेयरों की खरीद और बिक्री करते हैं। यह व्यापार भारतीय शेयर बाजारों, जैसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), में होता है।
22. कंपनी की वित्तीय रिपोर्टिंग (Financial Reporting) क्या है?
उत्तर: वित्तीय रिपोर्टिंग एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से कंपनियां अपनी वित्तीय स्थिति, प्रदर्शन, और नकद प्रवाह की जानकारी साझा करती हैं। इसमें आय विवरण, बैलेंस शीट, और नकद प्रवाह विवरण शामिल होते हैं।
23. आंतरिक नियंत्रण (Internal Control) क्या है?
उत्तर: आंतरिक नियंत्रण वह प्रणाली है जिसके तहत कंपनी अपने वित्तीय संचालन, रिपोर्टिंग, और कानूनी अनुपालन को नियंत्रित करती है। इसका उद्देश्य धोखाधड़ी और वित्तीय हानि से बचाव करना है।
24. कॉर्पोरेट रणनीति (Corporate Strategy) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट रणनीति एक योजना है जिसका उद्देश्य कंपनी के दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करना होता है। इसमें विस्तार योजनाएं, बाजार अनुसंधान, और प्रतिस्पर्धी रणनीतियां शामिल होती हैं।
25. व्यापारिक बौद्धिक संपदा (Intellectual Property in Business) क्या है?
उत्तर: व्यापारिक बौद्धिक संपदा वह संपत्ति है जिसे कोई कंपनी अपनी रचनात्मकता, नवाचार, और ब्रांड पहचान के रूप में प्राप्त करती है। इसमें पेटेंट, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट, और व्यापार रहस्य शामिल होते हैं।
26. कंपनी का दिवालियापन (Corporate Bankruptcy) क्या है?
उत्तर: दिवालियापन तब होता है जब कंपनी अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में असमर्थ होती है। यह प्रक्रिया कंपनी को वित्तीय पुनर्गठन या परिसमापन की ओर ले जाती है।
27. कंपनी के अधिकार (Corporate Rights) क्या होते हैं?
उत्तर: कंपनी के अधिकारों में उसकी संपत्ति, लाभ, और व्यापारिक गतिविधियों को संचालित करने का अधिकार शामिल होता है। यह अधिकार भारतीय कंपनी अधिनियम द्वारा निर्धारित होते हैं।
28. शेयरधारकों के अधिकार (Shareholders’ Rights) क्या होते हैं?
उत्तर: शेयरधारकों के अधिकारों में कंपनी के लाभ में हिस्सेदारी, वार्षिक आम बैठक में भाग लेना, और महत्वपूर्ण निर्णयों में वोट देने का अधिकार शामिल होता है।
29. कंपनी के बाय-लॉज़ (Company Bylaws) क्या हैं?
उत्तर: बाय-लॉज़ वे आंतरिक नियम होते हैं जो कंपनी के संचालन को नियंत्रित करते हैं। इसमें बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के कार्य, वोटिंग अधिकार, और बैठक की प्रक्रिया शामिल होती है।
30. सार्वजनिक और निजी कंपनियों के प्रबंधन में अंतर क्या है?
उत्तर: सार्वजनिक कंपनियों में प्रबंधन पर अधिक बाहरी नियंत्रण होता है क्योंकि इनके शेयर सार्वजनिक रूप से व्यापार होते हैं, जबकि निजी कंपनियों का प्रबंधन स्व-निर्धारित होता है और बाहरी नियंत्रण कम होता है।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 31 से 50 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
31. कंपनी के प्रकार (Types of Companies) क्या होते हैं?
उत्तर: कंपनी के मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं:
- प्राइवेट लिमिटेड कंपनी: इसमें शेयरधारकों की संख्या सीमित होती है और शेयर सार्वजनिक रूप से व्यापार नहीं होते।
- पब्लिक लिमिटेड कंपनी: इसमें शेयर सार्वजनिक रूप से व्यापार होते हैं और इसका उद्देश्य व्यापक पूंजी जुटाना होता है।
- वन-पर्सन कंपनी (OPC): इसमें केवल एक व्यक्ति के द्वारा कंपनी संचालित की जाती है।
- लिमिटेड कंपनी: इसमें शेयरधारकों की देनदारी केवल उनकी हिस्सेदारी तक सीमित होती है।
32. वित्तीय लेखा-जोखा (Financial Accounting) क्या है?
उत्तर: वित्तीय लेखा-जोखा वह प्रक्रिया है जिसके तहत कंपनी के वित्तीय लेन-देन को रिकॉर्ड किया जाता है। इसका उद्देश्य कंपनी की वित्तीय स्थिति और प्रदर्शन को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना है। इसमें आय विवरण, बैलेंस शीट, और नकद प्रवाह विवरण शामिल होते हैं।
33. कंपनी के स्टॉक और बॉन्ड में अंतर क्या है?
उत्तर:
- स्टॉक: स्टॉक शेयरधारक को कंपनी में स्वामित्व का एक हिस्सा प्रदान करते हैं और इसके बदले में लाभांश का अधिकार देते हैं।
- बॉन्ड: बॉन्ड एक ऋण सुरक्षा होती है, जिसमें निवेशक को निश्चित ब्याज के साथ मुख्य राशि लौटाने का वादा किया जाता है।
34. कंपनी के अधिकार और दायित्व (Rights and Duties of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
- अधिकार: कंपनी को अपने संपत्ति पर अधिकार, अनुबंध करने का अधिकार, और कानूनी कर्तव्यों का पालन करने का अधिकार होता है।
- दायित्व: कंपनी का दायित्व अपने करों का भुगतान करना, अनुबंधों का पालन करना, और पर्यावरणीय और श्रमिक नियमों का पालन करना होता है।
35. मूलधन (Capital) क्या है और इसके प्रकार क्या होते हैं?
उत्तर:
- मूलधन वह पूंजी है जो कंपनी अपने संचालन के लिए जुटाती है।
- इसके प्रकार हैं:
- इक्विटी कैपिटल: यह पूंजी शेयरधारकों द्वारा निवेशित होती है।
- डेब्ट कैपिटल: यह पूंजी ऋण के रूप में होती है जिसे कंपनी को समय पर चुकाना होता है।
36. कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन का विश्लेषण (Financial Performance Analysis of a Company) कैसे किया जाता है?
उत्तर: वित्तीय प्रदर्शन का विश्लेषण विभिन्न वित्तीय अनुपातों के माध्यम से किया जाता है, जैसे:
- लाभ अनुपात (Profitability Ratios): यह कंपनी के लाभ को मापते हैं।
- दायित्व अनुपात (Liability Ratios): यह कंपनी के ऋण की स्थिति को मापते हैं।
- तरलता अनुपात (Liquidity Ratios): यह कंपनी की नकद स्थिति और संपत्ति को मापते हैं।
37. वित्तीय अनियमितताएँ (Financial Irregularities) क्या हैं?
उत्तर: वित्तीय अनियमितताएँ तब होती हैं जब कंपनी अपने वित्तीय लेन-देन में धोखाधड़ी या गलत तरीके से काम करती है। यह आंतरिक नियंत्रण प्रणाली की विफलता, गलत वित्तीय रिपोर्टिंग या करों की चोरी का परिणाम हो सकता है।
38. कंपनी के आंतरिक और बाह्य लेखा-नियंत्रण (Internal and External Audit) क्या होते हैं?
उत्तर:
- आंतरिक लेखा-नियंत्रण: यह कंपनी के अंदर ही एक स्वतंत्र प्रणाली होती है जो वित्तीय लेन-देन की निगरानी करती है।
- बाह्य लेखा-नियंत्रण: बाहरी लेखा परीक्षक कंपनी के वित्तीय लेखा-जोखा की जांच करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि कंपनी ने कानूनी और वित्तीय मानकों का पालन किया है।
39. कॉर्पोरेट फाइनेंस (Corporate Finance) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट फाइनेंस एक व्यवसाय की वित्तीय योजना और पूंजी प्रबंधन का क्षेत्र है, जिसमें धन जुटाना, निवेश करना, और जोखिम का प्रबंधन करना शामिल है। इसका उद्देश्य कंपनी की दीर्घकालिक वृद्धि और वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है।
40. कंपनी के शेयर (Shares of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर: कंपनी के शेयर वह इकाइयाँ होती हैं जो कंपनी के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करती हैं। शेयरधारक कंपनी के लाभ में हिस्सेदार होते हैं और कंपनी की नीति निर्धारण में भाग लेते हैं। शेयर की दो प्रमुख श्रेणियाँ होती हैं:
- इक्विटी शेयर: यह शेयरधारक को कंपनी के लाभ का हिस्सा और वोट देने का अधिकार देते हैं।
- प्राथमिकता शेयर: इसमें शेयरधारक को निर्धारित लाभांश मिलता है, लेकिन मतदान अधिकार नहीं होता।
41. कंपनी के अनुबंध (Contracts of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर: कंपनी के अनुबंध वे कानूनी समझौते होते हैं जो कंपनी और अन्य पक्षों के बीच किए जाते हैं। इनमें बिक्री अनुबंध, खरीद अनुबंध, श्रमिक अनुबंध, और सेवा अनुबंध शामिल होते हैं।
42. कंपनी के संचालन का क़ानूनी ढांचा (Legal Framework for Corporate Operations) क्या है?
उत्तर: कंपनी के संचालन का क़ानूनी ढांचा भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 और अन्य संबंधित नियमों और विनियमों द्वारा निर्धारित होता है। इसमें कंपनी के गठन, संचालन, प्रबंधन, और कंपनी के कर्तव्यों और अधिकारों का विवरण होता है।
43. कॉर्पोरेट ऋण (Corporate Debt) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट ऋण वह पूंजी होती है जिसे कंपनी अपनी गतिविधियों के लिए ऋण के रूप में प्राप्त करती है। इसमें बॉन्ड, बैंक ऋण, और अन्य वित्तीय उपकरण शामिल हो सकते हैं।
44. कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई (Legal Actions Against a Company) क्या हो सकती हैं?
उत्तर: कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई में अनुबंधों का उल्लंघन, धोखाधड़ी, श्रमिक विवाद, और करों की चोरी शामिल हो सकती हैं। इसके लिए कंपनी को अदालत में पेश होना पड़ सकता है और कानूनी दंड का सामना करना पड़ सकता है।
45. कॉर्पोरेट शासन (Corporate Governance) के सिद्धांत क्या हैं?
उत्तर: कॉर्पोरेट शासन के सिद्धांतों में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व, निष्पक्षता, और जिम्मेदारी शामिल हैं। इसका उद्देश्य कंपनी के संचालन में नैतिकता, पारदर्शिता, और शेयरधारकों के हितों की रक्षा करना है।
46. कंपनी के शेयरधारक और निदेशक का कार्य क्षेत्र (Roles of Shareholders and Directors) क्या है?
उत्तर:
- शेयरधारक: शेयरधारक कंपनी के मालिक होते हैं और वे कंपनी के निर्णयों में मतदान करते हैं।
- निदेशक: निदेशक कंपनी के संचालन और रणनीतिक निर्णयों के लिए जिम्मेदार होते हैं। वे कंपनी के कामकाजी प्रबंधन की निगरानी करते हैं।
47. कंपनी का विलय (Company Merger) क्या है?
उत्तर: कंपनी का विलय दो कंपनियों के एक साथ आने की प्रक्रिया है, जिसमें दोनों कंपनियाँ एक नई या मौजूदा कंपनी में मिल जाती हैं। इसका उद्देश्य संचालन को बेहतर बनाना, बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना और लागत को कम करना होता है।
48. कंपनी के फैसलों में शेयरधारकों की भूमिका क्या होती है?
उत्तर: शेयरधारक कंपनी के नीति निर्धारण और महत्वपूर्ण निर्णयों में वोट देने का अधिकार रखते हैं। वे आम बैठकों में भाग लेकर कंपनी के भविष्य के निर्णयों पर प्रभाव डाल सकते हैं।
49. कंपनी के क़ानूनी अधिकार और कर्तव्य (Legal Rights and Duties of a Company) क्या हैं?
उत्तर: कंपनी के क़ानूनी अधिकारों में अनुबंध करने, संपत्ति खरीदने, और अदालत में मुकदमा करने का अधिकार होता है। इसके कर्तव्यों में करों का भुगतान करना, श्रमिकों के अधिकारों का सम्मान करना और पर्यावरण नियमों का पालन करना शामिल है।
50. कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) की कानूनी आवश्यकता क्या है?
उत्तर: भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत कुछ कंपनियों के लिए CSR गतिविधियों में निवेश करना अनिवार्य है। यह कंपनियों को सामाजिक कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, और पर्यावरण संरक्षण जैसी गतिविधियों में निवेश करने के लिए प्रेरित करता है।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 51 से 70 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
51. कंपनी के निदेशक (Directors of a Company) के अधिकार और कर्तव्य क्या होते हैं?
उत्तर:
- अधिकार: निदेशक को कंपनी के संचालन और निर्णयों में भाग लेने का अधिकार होता है, वे शेयरधारकों के प्रतिनिधि होते हैं और उनकी सलाह और निर्णयों से कंपनी की दिशा तय होती है।
- कर्तव्य: निदेशक को कंपनी के हितों को प्राथमिकता देनी होती है, उनका कर्तव्य है कि वे पारदर्शी तरीके से काम करें, और अपने व्यक्तिगत हितों को कंपनी के हितों से अलग रखें।
52. कंपनी के पुनर्गठन (Corporate Restructuring) का मतलब क्या होता है?
उत्तर: कंपनी का पुनर्गठन वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी अपनी संरचना, व्यवसाय, और परिसंपत्तियों को नए तरीके से स्थापित करती है। इसका उद्देश्य लाभप्रदता बढ़ाना, बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाना और कर्ज को कम करना हो सकता है। इसमें मर्जर, अधिग्रहण, और परिसंपत्ति की बिक्री शामिल हो सकती है।
53. कॉर्पोरेट अपराध (Corporate Crime) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट अपराध वह अपराध होते हैं जो किसी कंपनी के प्रबंधन या संचालन के दौरान किए जाते हैं। इसमें धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, कर चोरी, अनुबंधों का उल्लंघन, और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन शामिल हो सकता है।
54. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की भूमिका क्या होती है?
उत्तर: कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का मुख्य कार्य कंपनी के नीति निर्धारण, व्यापारिक निर्णयों की निगरानी और कंपनी के हितों की रक्षा करना है। बोर्ड कंपनी के सामरिक दिशा-निर्देश प्रदान करता है और प्रबंधन के कार्यों की समीक्षा करता है।
55. कॉर्पोरेट गवर्नेंस (Corporate Governance) में पारदर्शिता क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: पारदर्शिता कॉर्पोरेट गवर्नेंस का एक प्रमुख तत्व है क्योंकि यह शेयरधारकों, निवेशकों और अन्य संबंधित पक्षों को कंपनी के कार्यों और निर्णयों के बारे में स्पष्ट जानकारी प्रदान करती है। इससे विश्वास बढ़ता है और धोखाधड़ी और अनियमितताओं की संभावना घटती है।
56. कंपनी के शेयरों का मूल्य कैसे निर्धारित किया जाता है?
उत्तर: कंपनी के शेयरों का मूल्य विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कंपनी की वित्तीय स्थिति, बाजार में मांग, कंपनी का प्रदर्शन, और अन्य आर्थिक कारक। शेयरों की कीमत को आमतौर पर शेयर बाजार द्वारा तय किया जाता है, जैसे कि स्टॉक एक्सचेंज पर व्यापार के दौरान।
57. कंपनी का नाम परिवर्तन (Change of Company Name) कैसे किया जाता है?
उत्तर: कंपनी का नाम बदलने के लिए निदेशक मंडल को एक प्रस्ताव पास करना होता है। इसके बाद, कंपनी को कंपनी रजिस्ट्रार (Registrar of Companies) से अनुमति प्राप्त करनी होती है। नाम परिवर्तन के बाद सभी कानूनी दस्तावेजों, अनुबंधों और पंजीकरणों में बदलाव किया जाता है।
58. कॉर्पोरेट दिवालियापन (Corporate Insolvency) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट दिवालियापन उस स्थिति को कहा जाता है जब कंपनी अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में असमर्थ होती है। इसमें कंपनी का ऋण चुकाने में असमर्थता, व्यापार में नुकसान और नकद प्रवाह की कमी शामिल हो सकती है। इसे आमतौर पर कंपनी कानून के तहत समाधान या पुनर्गठन के लिए लाया जाता है।
59. कॉर्पोरेट कराधान (Corporate Taxation) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट कराधान वह प्रक्रिया है जिसके तहत कंपनियों को उनके लाभ पर कर देना होता है। यह कर आमतौर पर कंपनियों की कुल आय पर लागू होता है और इसे सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर लिया जाता है। इसमें टैक्स रेट, डिडक्शन और टैक्स क्रेडिट शामिल होते हैं।
60. कंपनी के अधिकारों का उल्लंघन होने पर कानूनी उपाय (Legal Remedies for Violation of Company Rights) क्या हैं?
उत्तर: यदि कंपनी के अधिकारों का उल्लंघन होता है, तो इसके लिए कंपनी अदालत में मुकदमा दायर कर सकती है, जिसमें कंपनी को हर्जाना, यथास्थिति बनाए रखने का आदेश, या अन्य कानूनी उपाय मिल सकते हैं। यह कंपनी की वित्तीय सुरक्षा और संचालन को प्रभावित करने वाले मामलों में होता है।
61. कॉर्पोरेट फंड्स (Corporate Funds) के प्रकार क्या होते हैं?
उत्तर: कॉर्पोरेट फंड्स को सामान्यत: दो श्रेणियों में बांटा जाता है:
- इक्विटी फंड: यह फंड कंपनी के शेयरधारकों द्वारा निवेशित किया जाता है।
- डेब्ट फंड: यह फंड कंपनी द्वारा ऋण के रूप में प्राप्त किया जाता है और कंपनी को इसे समय पर चुकाना होता है।
62. कंपनी के डिबेंचर (Debentures of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर: डिबेंचर एक प्रकार का ऋण उपकरण होता है जो कंपनी द्वारा जारी किया जाता है। डिबेंचर धारक को निश्चित ब्याज मिलता है और एक निश्चित अवधि के बाद मूल राशि लौटाई जाती है। डिबेंचर आमतौर पर बिना वोटिंग अधिकार के होते हैं।
63. मर्जर और अधिग्रहण (Mergers and Acquisitions) क्या होते हैं?
उत्तर:
- मर्जर: दो कंपनियां एक साथ मिलकर एक नई कंपनी का रूप लेती हैं।
- अधिग्रहण: एक कंपनी दूसरी कंपनी को खरीद लेती है, जिससे खरीदी गई कंपनी का नियंत्रण खरीदार कंपनी के पास आ जाता है।
64. कंपनी के पूंजी संरचना (Capital Structure of a Company) क्या है?
उत्तर: कंपनी का पूंजी संरचना उसके विभिन्न वित्तीय स्रोतों का मिश्रण होता है, जैसे शेयर पूंजी (Equity Capital), ऋण पूंजी (Debt Capital), और अन्य स्रोत। यह संरचना कंपनी की वित्तीय स्थिरता और जोखिम को निर्धारित करती है।
65. विलय और पुनर्गठन के कानूनी पहलू (Legal Aspects of Merger and Restructuring) क्या होते हैं?
उत्तर: विलय और पुनर्गठन में विभिन्न कानूनी प्रक्रिया और अनुमतियाँ शामिल होती हैं, जैसे:
- संबंधित कंपनियों के निदेशक मंडल से अनुमोदन।
- शेयरधारकों से अनुमोदन।
- नियामक प्राधिकरणों की मंजूरी, जैसे कि प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission) या भारतीय कंपनी रजिस्ट्रार।
66. कंपनी की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण (Financial Position Analysis of a Company) कैसे किया जाता है?
उत्तर: कंपनी की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण उसके बैलेंस शीट, आय विवरण, नकद प्रवाह विवरण और विभिन्न वित्तीय अनुपातों के माध्यम से किया जाता है। इसका उद्देश्य कंपनी के लाभ, नकदी प्रवाह, और दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता को मापना है।
67. कंपनी के मामलों में मध्यस्थता (Arbitration in Company Matters) क्या है?
उत्तर: मध्यस्थता वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी के विवादों को न्यायिक अधिकारियों के बजाय एक तटस्थ पक्ष (मध्यस्थ) द्वारा सुलझाया जाता है। यह एक वैकल्पिक विवाद समाधान (ADR) विधि है और इसे समय और लागत बचाने के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
68. कंपनी के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशक (Independent Directors) की भूमिका क्या होती है?
उत्तर: स्वतंत्र निदेशक वे निदेशक होते हैं जो कंपनी के प्रबंधन से स्वतंत्र होते हैं और उनका मुख्य कार्य कंपनी के निर्णयों पर निष्पक्ष दृष्टिकोण रखना और कंपनी के सर्वोत्तम हित में सलाह देना होता है। वे शेयरधारकों की सुरक्षा और पारदर्शिता को सुनिश्चित करते हैं।
69. कंपनी अधिनियम 2013 (Companies Act, 2013) के मुख्य प्रावधान क्या हैं?
उत्तर: कंपनी अधिनियम 2013 के मुख्य प्रावधानों में कंपनी के गठन, पंजीकरण, संचालन, निदेशकों की जिम्मेदारी, वित्तीय विवरण, शेयरधारकों के अधिकार और कंपनी के दिवालियापन का प्रबंधन शामिल है। यह अधिनियम कंपनियों के संचालन में पारदर्शिता और विधिक सुरक्षा प्रदान करता है।
70. वित्तीय रिपोर्टिंग और लेखा (Financial Reporting and Accounting) क्या होते हैं?
उत्तर: वित्तीय रिपोर्टिंग वह प्रक्रिया है जिसके तहत कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति और प्रदर्शन की जानकारी प्रकाशित करती है। इसमें बैलेंस शीट, आय विवरण, नकद प्रवाह विवरण, और अन्य वित्तीय रिपोर्ट शामिल होते हैं। यह कंपनी की पारदर्शिता और शेयरधारकों के विश्वास को बढ़ाता है।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 71 से 90 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
71. कंपनी के ऋण (Company’s Debt) का भुगतान कैसे किया जाता है?
उत्तर: कंपनी के ऋण का भुगतान सामान्यत: उसके निर्धारित भुगतान शेड्यूल के अनुसार किया जाता है। इसमें दीर्घकालिक और तात्कालिक ऋण दोनों शामिल हो सकते हैं। कंपनियां अपनी आय, संपत्ति बिक्री, या पूंजी जुटाने से ऋण चुकता कर सकती हैं।
72. कंपनी के शुद्ध लाभ (Net Profit) को कैसे मापते हैं?
उत्तर: कंपनी के शुद्ध लाभ का निर्धारण उसके कुल आय से सभी व्यय, कर, और अन्य खर्चों को घटाकर किया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण वित्तीय मापदंड है, जो कंपनी के लाभप्रदता और संचालन की स्थिति को दर्शाता है।
73. मूल्य निर्धारण (Valuation) की प्रक्रिया क्या होती है?
उत्तर: मूल्य निर्धारण वह प्रक्रिया है जिसमें किसी कंपनी, संपत्ति, या अन्य वित्तीय उपकरण की कीमत का मूल्यांकन किया जाता है। इसमें आय आधारित, परिसंपत्ति आधारित, और बाजार आधारित मूल्य निर्धारण विधियाँ शामिल होती हैं।
74. सार्वजनिक और निजी कंपनियों में अंतर क्या है?
उत्तर:
- सार्वजनिक कंपनी: इसका शेयर बाजार में सार्वजनिक रूप से व्यापार होता है और इसकी न्यूनतम संख्या शेयरधारकों की होती है।
- निजी कंपनी: इसका शेयर व्यापार बाजार में नहीं होता और इसके शेयरधारकों की संख्या सीमित होती है।
75. कंपनी के फ्यूचर और ऑप्शन (Futures and Options) क्या होते हैं?
उत्तर:
- फ्यूचर: यह एक वित्तीय अनुबंध है जिसमें किसी संपत्ति को एक निश्चित मूल्य पर भविष्य में खरीदी या बेची जाती है।
- ऑप्शन: इसमें एक पक्ष को एक निश्चित मूल्य पर संपत्ति खरीदने या बेचने का अधिकार मिलता है, लेकिन यह एक बाध्यता नहीं होती।
76. कॉर्पोरेट बॉन्ड (Corporate Bonds) क्या होते हैं?
उत्तर: कॉर्पोरेट बॉन्ड कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले ऋण उपकरण होते हैं, जो निवेशकों को एक निश्चित ब्याज दर पर नियमित आय प्रदान करते हैं। जब बॉन्ड का समय पूरा होता है, तो कंपनी निवेशकों को उनकी निवेश राशि वापस करती है।
77. कॉर्पोरेट सोसाइटी (Corporate Social Responsibility) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) कंपनियों की सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी है। यह सुनिश्चित करता है कि कंपनियाँ अपने व्यवसाय के संचालन के दौरान सामाजिक और पर्यावरणीय कल्याण को प्राथमिकता देती हैं। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, और समुदाय विकास शामिल हो सकते हैं।
78. कंपनी के शेयर का विभाजन (Stock Split) क्या है?
उत्तर: शेयर विभाजन वह प्रक्रिया है जिसमें एक शेयर को छोटे हिस्सों में बांट दिया जाता है, ताकि बाजार में उसकी कीमत कम हो जाए। इससे निवेशकों के लिए अधिक सुलभता होती है, लेकिन कंपनी की कुल मूल्य में कोई परिवर्तन नहीं होता।
79. कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) की भूमिका क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय (MCA) भारत सरकार का एक मंत्रालय है जो कंपनियों के रजिस्ट्रेशन, नियमन और निगरानी के लिए जिम्मेदार है। यह कंपनी कानून, 2013 और अन्य संबंधित नियमों के कार्यान्वयन की निगरानी करता है।
80. कंपनी के निदेशक का इस्तीफा (Resignation of Director) कैसे होता है?
उत्तर: निदेशक अपना इस्तीफा पत्र के माध्यम से बोर्ड को भेजता है। इस्तीफे के बाद, निदेशक का पद तत्काल प्रभाव से खाली हो जाता है, और कंपनी को इसका औपचारिक रिकॉर्ड बनाना पड़ता है।
81. कंपनी के शेयरधारकों की बैठक (Shareholder’s Meeting) का आयोजन कैसे होता है?
उत्तर: शेयरधारकों की बैठक आमतौर पर कंपनी द्वारा वार्षिक या विशेष रूप से आयोजित की जाती है। इसमें निदेशकों द्वारा कंपनी के कार्यों, वित्तीय प्रदर्शन, और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा होती है। बैठक के लिए एक निश्चित नोटिस अवधि और मतदान की प्रक्रिया निर्धारित होती है।
82. कंपनी के अधिग्रहण की कानूनी प्रक्रिया (Legal Process of Corporate Acquisition) क्या होती है?
उत्तर: कंपनी के अधिग्रहण में कानूनी प्रक्रिया के तहत दोनों पक्षों की सहमति, नियामक अनुमतियाँ, और सभी कानूनी दस्तावेजों की समीक्षा और हस्ताक्षर शामिल होते हैं। अधिग्रहण के बाद, खरीदी गई कंपनी का प्रबंधन और संचालन नई कंपनी के नियंत्रण में होता है।
83. कंपनी के शेयर का विभाजन (Stock Consolidation) क्या है?
उत्तर: शेयर संकेंद्रण वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी छोटे शेयरों को बड़े शेयरों में बदलती है। इसका उद्देश्य कंपनी के शेयर की कीमत बढ़ाना होता है, लेकिन कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में कोई परिवर्तन नहीं होता।
84. वित्तीय संकट के दौरान कंपनी का पुनर्निर्माण (Corporate Restructuring in Financial Crisis) क्या है?
उत्तर: वित्तीय संकट के दौरान, कंपनी के पुनर्निर्माण में कर्ज पुनर्गठन, परिसंपत्तियों की बिक्री, मर्जर या अधिग्रहण, और कर्मचारियों की छंटनी जैसी प्रक्रियाएँ शामिल हो सकती हैं। इसका उद्देश्य कंपनी को दिवालियापन से बचाना और उसकी वित्तीय स्थिति को सुधारना होता है।
85. वित्तीय धोखाधड़ी (Financial Fraud) क्या होती है?
उत्तर: वित्तीय धोखाधड़ी उस प्रक्रिया को कहा जाता है जिसमें किसी कंपनी या व्यक्तियों द्वारा जानबूझकर वित्तीय रिपोर्टों में झूठी जानकारी प्रस्तुत की जाती है, ताकि अपने लाभ को बढ़ाया जा सके। इसमें शेयरधारकों, निवेशकों, और सरकारी संस्थाओं को धोखा दिया जाता है।
86. कंपनी के दिवालियापन का क्या अर्थ है?
उत्तर: कंपनी का दिवालियापन उस स्थिति को कहा जाता है जब कंपनी अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में असमर्थ होती है। इसके परिणामस्वरूप, कंपनी के पास अपने ऋणों और कर्जों का भुगतान करने के लिए पर्याप्त संपत्ति नहीं होती है। इसे कानूनी प्रक्रियाओं द्वारा समाधान किया जाता है।
87. कॉर्पोरेट टैक्स (Corporate Tax) क्या है?
उत्तर: कॉर्पोरेट टैक्स वह कर है जो कंपनियों को उनके लाभ पर देना होता है। यह टैक्स कंपनी की आय पर लागू होता है और इसे सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर लिया जाता है। यह टैक्स व्यापारिक गतिविधियों और राज्य की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक है।
88. सार्वजनिक वित्त (Public Finance) क्या है?
उत्तर: सार्वजनिक वित्त वह अध्ययन है जिसमें सरकार द्वारा संग्रहित किए गए संसाधनों (जैसे टैक्स, उधारी) का उपयोग किया जाता है। यह सरकारी खर्चों, योजनाओं, और सामाजिक कल्याण गतिविधियों का निर्धारण करता है।
89. कंपनी के द्वारा जारी किए गए बोनस शेयर (Bonus Shares) क्या होते हैं?
उत्तर: बोनस शेयर वे अतिरिक्त शेयर होते हैं जो कंपनी अपने वर्तमान शेयरधारकों को उनके मौजूदा शेयरों के आधार पर मुफ्त में जारी करती है। इसका उद्देश्य शेयरधारकों को बोनस के रूप में अतिरिक्त हिस्सा देना होता है, और इसका कोई तत्काल मूल्य नहीं होता।
90. कंपनी के दिवालियापन में नियामक निकाय (Regulatory Authority in Corporate Insolvency) कौन होता है?
उत्तर: भारत में, कंपनी के दिवालियापन से संबंधित नियामक निकाय इंसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया (IBBI) है। यह संस्था दिवालियापन प्रक्रिया की निगरानी करती है और इससे संबंधित नियमों का पालन सुनिश्चित करती है।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 91 से 110 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
91. कंपनी का समामेलन (Mergers) क्या है?
उत्तर:
समामेलन वह प्रक्रिया है जिसमें दो या दो से अधिक कंपनियां मिलकर एक नई कंपनी बनाती हैं या एक कंपनी दूसरी कंपनी को पूरी तरह से अवशोषित कर लेती है। इसका उद्देश्य संचालन की लागत को कम करना, बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना और प्रतिस्पर्धा से बचना होता है।
92. कंपनी के द्वारा जारी किए गए डिबेंचर (Debentures) क्या होते हैं?
उत्तर:
डिबेंचर एक प्रकार का ऋण उपकरण होता है, जो कंपनियों द्वारा पूंजी जुटाने के लिए जारी किया जाता है। यह सामान्यत: ब्याज दर के साथ निवेशकों को प्रदान किया जाता है और समय के साथ इसका भुगतान किया जाता है। डिबेंचर सामान्यतः बिना सुरक्षा के होते हैं।
93. कंपनी का विघटन (Dissolution of Company) क्या है?
उत्तर:
कंपनी का विघटन वह प्रक्रिया है जिसमें एक कंपनी अपने अस्तित्व को समाप्त करती है। इसे दो प्रकार से किया जा सकता है: स्वैच्छिक विघटन (voluntary dissolution) और जब कोर्ट के आदेश से विघटन होता है।
94. कॉर्पोरेट गवर्नेंस (Corporate Governance) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट गवर्नेंस वह प्रणाली है जिसके द्वारा कंपनियों का संचालन और नियंत्रण किया जाता है। इसमें कंपनी के निदेशकों, प्रबंधन, और शेयरधारकों के अधिकार और जिम्मेदारियों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाता है ताकि कंपनी की पारदर्शिता, जिम्मेदारी और दक्षता सुनिश्चित हो सके।
95. कंपनी के आंतरिक नियंत्रण (Internal Controls) क्या होते हैं?
उत्तर:
आंतरिक नियंत्रण वह प्रक्रियाएँ और नीतियाँ होती हैं जो कंपनी के वित्तीय और ऑपरेशनल कार्यों की निगरानी और मार्गदर्शन करती हैं। इसका उद्देश्य धोखाधड़ी, वित्तीय गलतियाँ और गैरकानूनी गतिविधियों से बचाव करना होता है।
96. वित्तीय रिपोर्टिंग और लेखा (Financial Reporting and Accounting) का महत्व क्या है?
उत्तर:
वित्तीय रिपोर्टिंग और लेखा कंपनियों की वित्तीय स्थिति, प्रदर्शन, और संचालन के बारे में स्पष्ट और सटीक जानकारी प्रदान करने के लिए आवश्यक होते हैं। यह निवेशकों, सरकारी एजेंसियों और अन्य हितधारकों को निर्णय लेने में मदद करता है।
97. प्रबंधन और निदेशक मंडल (Management and Board of Directors) की भूमिका क्या होती है?
उत्तर:
प्रबंधन कंपनी के दैनिक संचालन की जिम्मेदारी लेता है, जबकि निदेशक मंडल कंपनी की नीति निर्धारण, निर्णय लेने और रणनीतिक दिशा तय करने के लिए जिम्मेदार होता है। निदेशक मंडल कंपनी के समग्र संचालन की निगरानी करता है और प्रबंधन की गतिविधियों पर नियंत्रण बनाए रखता है।
98. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां (Public Sector Enterprises) क्या होती हैं?
उत्तर:
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां वे कंपनियां होती हैं जिनमें सरकार का स्वामित्व और नियंत्रण होता है। इन कंपनियों का उद्देश्य सार्वजनिक सेवा और सामाजिक कल्याण होता है। उदाहरण: भारतीय रेलवे, ओएनजीसी, एयर इंडिया।
99. कंपनी के द्वारा जारी किए गए प्राथमिक और द्वितीयक शेयर (Primary and Secondary Shares) क्या होते हैं?
उत्तर:
- प्राथमिक शेयर: ये शेयर कंपनी द्वारा नई पूंजी जुटाने के लिए सीधे निवेशकों को जारी किए जाते हैं।
- द्वितीयक शेयर: ये पहले से जारी किए गए शेयर होते हैं, जिन्हें निवेशक आपस में खरीद और बेच सकते हैं।
100. कंपनी के द्वारा आयोजित वार्षिक आम बैठक (Annual General Meeting, AGM) की प्रक्रिया क्या होती है?
उत्तर:
वार्षिक आम बैठक (AGM) में कंपनी के निदेशक बोर्ड और प्रबंधन द्वारा वर्ष भर के कार्यों, वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की जाती है। इसमें शेयरधारक अपनी राय देते हैं, और निर्णयों पर मतदान करते हैं। AGM की बैठक कंपनी के नियमों और कानूनों के अनुसार आयोजित की जाती है।
101. कंपनी के पास ‘एक्स्ट्रा टेरिटोरियल’ अधिकार (Extraterritorial Jurisdiction) क्या होते हैं?
उत्तर:
‘एक्स्ट्रा टेरिटोरियल’ अधिकार का मतलब है कि एक कंपनी अपनी घरेलू कानूनी सीमा से बाहर जाकर भी अपने कार्यों को प्रभावित कर सकती है। उदाहरण के तौर पर, अगर एक विदेशी कंपनी भारत में व्यापार करती है, तो उस कंपनी पर भारतीय कानून लागू हो सकते हैं।
102. कंपनी के अधिकार और कर्तव्य (Rights and Duties of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
कंपनी के अधिकारों में व्यापार करने, अनुबंध करने, संपत्ति खरीदने, और लाभ कमाने का अधिकार शामिल है। इसके कर्तव्यों में कानूनों का पालन करना, करों का भुगतान करना, और अपने कर्मचारियों, ग्राहकों और शेयरधारकों के प्रति जिम्मेदारी निभाना शामिल है।
103. मर्चेंडाइजिंग (Merchandising) क्या है?
उत्तर:
मर्चेंडाइजिंग का मतलब है कंपनी द्वारा अपने उत्पादों की बिक्री और प्रचार करना। इसमें उत्पादों का स्टॉक, पैकिंग, डिस्प्ले और विज्ञापन शामिल होते हैं।
104. कंपनी के कानूनी प्रतिनिधि (Legal Representative of a Company) कौन होता है?
उत्तर:
कंपनी का कानूनी प्रतिनिधि वह व्यक्ति होता है जिसे कंपनी के कार्यों और निर्णयों को कानूनी रूप से प्रतिनिधित्व करने का अधिकार प्राप्त होता है। आमतौर पर यह व्यक्ति कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) या कंपनी का निदेशक होता है।
105. कॉर्पोरेट फ्रॉड (Corporate Fraud) के उदाहरण क्या हो सकते हैं?
उत्तर:
कॉर्पोरेट फ्रॉड में वित्तीय विवरणों में धोखाधड़ी, शेयर बाजार में हेरफेर, कर चोरी, और अन्य धोखाधड़ीपूर्ण गतिविधियाँ शामिल हो सकती हैं। उदाहरण के तौर पर, Enron घोटाला, जहाँ कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति को जानबूझकर भ्रामक तरीके से प्रस्तुत किया।
106. कंपनी के लिए कानूनी अनुपालन (Legal Compliance for a Company) क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
कानूनी अनुपालन कंपनी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह कंपनी को कानून के अंतर्गत कार्य करने में मदद करता है, इसके अच्छे नाम को बनाए रखता है, और कानूनी समस्याओं से बचाता है। अनुपालन से कंपनी पर कोई कानूनी दंड या अन्य नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ते हैं।
107. कंपनी के अधिग्रहण और विलय (M&A) की प्रक्रिया में प्रमुख दस्तावेज़ कौन से होते हैं?
उत्तर:
इस प्रक्रिया में प्रमुख दस्तावेज़ होते हैं:
- शेयरहोल्डर एग्रीमेंट (Shareholder Agreement)
- विलय समझौता (Merger Agreement)
- ड्यू डिलिजेंस रिपोर्ट (Due Diligence Report)
- वित्तीय रिपोर्ट्स (Financial Statements)
- कंपनी के प्राधिकृत अधिकारी की मंजूरी (Approval from Authorized Officers)
108. कंपनी के लिए कानूनी सलाहकार (Legal Advisor of a Company) का कार्य क्या होता है?
उत्तर:
कंपनी का कानूनी सलाहकार कंपनी के कानूनी मुद्दों पर मार्गदर्शन प्रदान करता है, जिनमें समझौते, अनुबंध, विवाद समाधान, और अन्य कानूनी दस्तावेज़ शामिल हैं। यह कंपनी को उसके कानूनी जोखिमों से बचाने के लिए काम करता है।
109. कंपनी के द्वारा किए गए वित्तीय धोखाधड़ी का समाधान कैसे किया जाता है?
उत्तर:
वित्तीय धोखाधड़ी का समाधान आमतौर पर कानूनी प्रक्रिया, जांच, और दोषियों के खिलाफ सजा से किया जाता है। इसमें कानूनी कार्रवाई, नियामक एजेंसियों की जांच, और शेयरधारकों के हक में निर्णय शामिल हो सकते हैं।
110. कंपनी के कानूनी अस्तित्व (Legal Existence of a Company) का क्या महत्व है?
उत्तर:
कंपनी का कानूनी अस्तित्व यह सुनिश्चित करता है कि कंपनी को एक स्वतंत्र कानूनी इकाई के रूप में पहचाना जाए। इसका मतलब है कि कंपनी अपनी संपत्तियों का मालिक हो सकती है, ऋण ले सकती है, अनुबंध कर सकती है, और कानूनी मामलों में हिस्सा ले सकती है।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 111 से 130 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
111. कंपनी की कानूनी स्थिति (Legal Status of a Company) क्या होती है?
उत्तर:
कंपनी की कानूनी स्थिति इसका अस्तित्व और पहचान को दर्शाती है। एक कंपनी को एक कानूनी इकाई माना जाता है, जिसका स्वतंत्र अस्तित्व होता है और वह अपने नाम पर संपत्ति रख सकती है, अनुबंध कर सकती है, और कानूनी मामलों में भाग ले सकती है।
112. सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी (Public Limited Company) और निजी लिमिटेड कंपनी (Private Limited Company) के बीच अंतर क्या है?
उत्तर:
- सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी: इसमें शेयर सार्वजनिक रूप से जारी किए जाते हैं और इन्हें शेयर बाजार में खरीदा और बेचा जा सकता है।
- निजी लिमिटेड कंपनी: इसमें शेयर केवल निजी व्यक्तियों के बीच ही सीमित होते हैं और ये सार्वजनिक रूप से बाजार में उपलब्ध नहीं होते।
113. कंपनी के शेयर (Shares of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
शेयर एक प्रकार की इकाई होती है, जो कंपनी की हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करती है। शेयरधारक को कंपनी में एक हिस्सा मिलता है, और वे लाभांश के रूप में लाभ प्राप्त कर सकते हैं। शेयर दो प्रकार के होते हैं: सामान्य शेयर (Equity Shares) और प्राथमिकता शेयर (Preference Shares)।
114. शेयर का प्रीमियम (Share Premium) क्या है?
उत्तर:
शेयर का प्रीमियम उस राशि को कहा जाता है जो एक कंपनी अपने शेयर के नाममात्र मूल्य से अधिक कीमत पर जारी करती है। उदाहरण के लिए, यदि एक शेयर का नाममात्र मूल्य 10 रुपये है और उसे 15 रुपये में जारी किया जाता है, तो 5 रुपये को प्रीमियम कहा जाएगा।
115. कंपनी का पंजीकरण (Registration of a Company) क्या होता है?
उत्तर:
कंपनी का पंजीकरण वह प्रक्रिया होती है, जिसमें एक कंपनी को कानूनी रूप से स्थापित किया जाता है और यह कंपनी कानून के तहत मान्यता प्राप्त करती है। पंजीकरण के बाद कंपनी को एक अद्वितीय पहचान संख्या (CIN) दी जाती है।
116. कंपनी के पुनर्गठन (Restructuring of a Company) की प्रक्रिया क्या होती है?
उत्तर:
कंपनी का पुनर्गठन वह प्रक्रिया होती है जिसमें कंपनी अपनी आंतरिक संरचना, स्वामित्व, या वित्तीय स्थिति में बदलाव करती है। इसका उद्देश्य कंपनी के व्यवसाय को बेहतर बनाना और वित्तीय प्रदर्शन को सुधारना होता है।
117. कॉर्पोरेट सोशियल रिस्पॉन्सिबिलिटी (Corporate Social Responsibility, CSR) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट सोशियल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) का मतलब है कि कंपनी अपने व्यवसाय के संचालन के दौरान सामाजिक, पर्यावरणीय, और आर्थिक जिम्मेदारियों को निभाती है। इसमें पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामुदायिक कल्याण के लिए योगदान देना शामिल होता है।
118. कंपनी के अनुबंध (Contracts of a Company) किसे कहते हैं?
उत्तर:
कंपनी के अनुबंध वे कानूनी समझौते होते हैं जो कंपनी और अन्य पक्षों के बीच होते हैं। यह अनुबंध लिखित या मौखिक हो सकते हैं और इसमें कंपनी के व्यापारिक कार्यों, लेन-देन, और साझेदारियों का समावेश होता है।
119. कंपनी द्वारा दिए गए लाभांश (Dividend) के प्रकार क्या होते हैं?
उत्तर:
लाभांश वह हिस्सा होता है जो कंपनी अपने शेयरधारकों को उनके निवेश के बदले में देती है। लाभांश दो प्रकार के होते हैं:
- नकद लाभांश (Cash Dividend): इसमें शेयरधारकों को नकद राशि दी जाती है।
- स्टॉक लाभांश (Stock Dividend): इसमें कंपनी अपने शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर देती है।
120. कंपनी का वित्तीय वर्ष (Financial Year of a Company) क्या है?
उत्तर:
कंपनी का वित्तीय वर्ष वह अवधि होती है, जिसके दौरान कंपनी अपने सभी वित्तीय लेन-देन और गतिविधियों का हिसाब करती है। आमतौर पर यह 1 अप्रैल से 31 मार्च तक होता है, लेकिन कंपनियां अपने वित्तीय वर्ष को किसी अन्य तिथि से भी निर्धारित कर सकती हैं।
121. अल्पकालिक और दीर्घकालिक ऋण (Short-Term and Long-Term Debt) क्या होते हैं?
उत्तर:
- अल्पकालिक ऋण (Short-Term Debt): यह वह ऋण होता है जिसे एक वर्ष के भीतर चुकता करना होता है।
- दीर्घकालिक ऋण (Long-Term Debt): यह वह ऋण होता है जिसे एक वर्ष से अधिक समय में चुकता करना होता है।
122. कंपनी के द्वारा किए गए ऋण की गारंटी (Guarantee of a Loan by Company) क्या होती है?
उत्तर:
कंपनी जब अपने ऋण के भुगतान के लिए किसी अन्य पार्टी को गारंटी देती है, तो उसे “कंपनी द्वारा दिए गए ऋण की गारंटी” कहा जाता है। इसमें कंपनी अपने संपत्ति या अन्य संसाधनों को ऋणदाता के लाभ के लिए प्रदान कर सकती है।
123. कंपनी के एकाउंट्स (Accounts of a Company) के प्रकार क्या होते हैं?
उत्तर:
कंपनी के एकाउंट्स में मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
- वित्तीय विवरण (Financial Statements): जिसमें बैलेंस शीट, लाभ-हानि खाता और नकदी प्रवाह विवरण शामिल होते हैं।
- ऑडिट रिपोर्ट (Audit Report): यह एक स्वतंत्र अंकेक्षण रिपोर्ट होती है जो कंपनी की वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करती है।
124. कंपनी का स्वामित्व और नियंत्रण (Ownership and Control of a Company) किसे कहते हैं?
उत्तर:
स्वामित्व वह स्थिति है जिसमें कंपनी के शेयरधारक कंपनी में हिस्सेदारी रखते हैं, जबकि नियंत्रण वह स्थिति है जिसमें कंपनी के निदेशक बोर्ड द्वारा कंपनी के कार्यों और नीति निर्धारण की जिम्मेदारी निभाई जाती है।
125. कंपनी के विरुद्ध मुकदमा (Lawsuit Against a Company) कैसे दायर किया जाता है?
उत्तर:
कंपनी के विरुद्ध मुकदमा दायर करने के लिए यह आवश्यक है कि मुकदमा उस न्यायालय में दायर किया जाए, जो कंपनी के पंजीकरण और मुख्य कार्यालय के क्षेत्राधिकार में आता हो। इसके लिए संबंधित शिकायत का विवरण और प्रमाण प्रस्तुत किए जाते हैं।
126. कंपनी का नाम परिवर्तन (Change of Name of a Company) क्या होता है?
उत्तर:
कंपनी का नाम परिवर्तन वह प्रक्रिया होती है जिसमें कंपनी अपने पंजीकृत नाम में बदलाव करती है। यह बदलाव कंपनी के निदेशक बोर्ड द्वारा प्रस्तावित किया जाता है और फिर कंपनी रजिस्ट्रार से स्वीकृत होता है।
127. कंपनी का शेयरहोल्डिंग पैटर्न (Shareholding Pattern) क्या है?
उत्तर:
शेयरहोल्डिंग पैटर्न से तात्पर्य उस संरचना से है, जिसमें कंपनी के विभिन्न शेयरधारकों के पास कितने प्रतिशत शेयर होते हैं। इसमें संस्थागत निवेशक, व्यक्तिगत निवेशक, और प्रमोटर की हिस्सेदारी शामिल होती है।
128. न्यायिक समीक्षा (Judicial Review) का अधिकार कंपनियों पर लागू होता है?
उत्तर:
न्यायिक समीक्षा का अधिकार कंपनियों के कार्यों पर लागू हो सकता है। यदि किसी कंपनी द्वारा किए गए निर्णय कानूनी रूप से अनुचित या संविधान के विरुद्ध होते हैं, तो न्यायालय उसे समीक्षा और सही कर सकता है।
129. कॉर्पोरेट पॉलिसी (Corporate Policy) क्या होती है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट पॉलिसी एक कंपनी द्वारा अपनाई गई एक सुसंगत नीति होती है, जो कंपनी के संचालन, दिशा-निर्देश, और प्रबंधन के दृष्टिकोण को निर्धारित करती है। यह नीति कंपनी के समग्र लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करती है।
130. विलय और अधिग्रहण (Mergers and Acquisitions) में ‘Due Diligence’ क्या होता है?
उत्तर:
‘Due Diligence’ वह प्रक्रिया है जिसमें एक कंपनी के वित्तीय, कानूनी, और व्यावासिक पहलुओं की गहन जांच की जाती है। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि विलय या अधिग्रहण से पहले सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा चुकी है और कोई भी संभावित जोखिम पहचाने गए हैं।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 131 से 150 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
131. कंपनी का लेखा परीक्षा (Audit of a Company) क्या है?
उत्तर:
कंपनी का लेखा परीक्षा एक कानूनी प्रक्रिया है, जिसमें एक स्वतंत्र लेखा परीक्षक (Auditor) कंपनी के वित्तीय दस्तावेजों और खाता-बही की जांच करता है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कंपनी के वित्तीय विवरण सही और वैध हैं।
132. कंपनी का पंजीकरण करने के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन से होते हैं?
उत्तर:
कंपनी का पंजीकरण करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक होते हैं:
- कंपनी के संविधान (MOA और AOA)
- निदेशकों का पहचान प्रमाण पत्र
- पंजीकरण शुल्क की रसीद
- कार्यालय का पता प्रमाण
- निदेशकों की सहमति पत्र
133. कंपनी का अधिग्रहण (Acquisition of a Company) क्या है?
उत्तर:
कंपनी का अधिग्रहण एक प्रक्रिया है, जिसमें एक कंपनी दूसरे कंपनी के नियंत्रण में आ जाती है। यह या तो शेयरों के द्वारा किया जाता है या फिर संपत्तियों को खरीदकर किया जाता है।
134. कंपनी के निदेशकों की जिम्मेदारियाँ (Duties of Directors of a Company) क्या होती हैं?
उत्तर:
निदेशकों की जिम्मेदारियाँ निम्नलिखित होती हैं:
- कंपनी के कार्यों का प्रबंधन और संचालन
- कानूनी रूप से कंपनी की दिशा में निर्णय लेना
- वित्तीय और वैधानिक नियमों का पालन करना
- शेयरधारकों के हितों की रक्षा करना
135. कॉर्पोरेट गवर्नेंस (Corporate Governance) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट गवर्नेंस से तात्पर्य उस प्रणाली से है, जिसमें कंपनी के प्रबंधन, निर्णय-निर्माण, और कार्यों में पारदर्शिता, ईमानदारी, और जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाती है। यह कंपनी के शेयरधारकों और अन्य हितधारकों के अधिकारों की रक्षा करता है।
136. कंपनी के वित्तीय विवरण (Financial Statements of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
कंपनी के वित्तीय विवरण में निम्नलिखित शामिल होते हैं:
- बैलेंस शीट (Balance Sheet): कंपनी की संपत्ति, ऋण और शेयरधारकों की पूंजी का विवरण।
- लाभ-हानि खाता (Profit & Loss Account): कंपनी के आय और खर्च का विवरण।
- नकदी प्रवाह विवरण (Cash Flow Statement): कंपनी के नकदी के प्रवाह का विवरण।
137. कंपनी के वित्तीय अधिकार (Financial Rights of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
कंपनी के वित्तीय अधिकारों में शामिल हैं:
- अपने संसाधनों और संपत्तियों का उपयोग करना।
- शेयरों और बांडों के माध्यम से पूंजी जुटाना।
- लाभांश का वितरण करना।
138. मर्जर (Merger) और अधिग्रहण (Acquisition) में अंतर क्या है?
उत्तर:
- मर्जर (Merger): इसमें दो या दो से अधिक कंपनियां एक साथ मिलकर एक नई कंपनी बनाती हैं।
- अधिग्रहण (Acquisition): इसमें एक कंपनी दूसरी कंपनी को खरीद लेती है और वह अपनी पहचान बनाए रखती है।
139. कंपनी के निदेशक का इस्तीफा (Resignation of a Director) किस प्रक्रिया के तहत होता है?
उत्तर:
कंपनी के निदेशक का इस्तीफा लिखित रूप में दिया जाता है, और यह निदेशक के इस्तीफा स्वीकार करने के बाद प्रभावी होता है। इस्तीफा देने के लिए निदेशक को बोर्ड के समक्ष एक पत्र प्रस्तुत करना होता है।
140. कंपनी के निदेशकों की नियुक्ति (Appointment of Directors of a Company) कैसे होती है?
उत्तर:
निदेशकों की नियुक्ति कंपनी के संविधान (MOA और AOA) के अनुसार की जाती है। निदेशक को बोर्ड द्वारा या आम बैठक में चुना जा सकता है। कुछ निदेशक को प्रमोटर या संस्थापक भी नियुक्त कर सकते हैं।
141. कंपनी के लिए “वेतन” (Salary) का निर्धारण कैसे किया जाता है?
उत्तर:
कंपनी के निदेशकों या कर्मचारी के वेतन का निर्धारण बोर्ड द्वारा किया जाता है और इसे कंपनी की आंतरिक नीतियों और सरकार के निर्देशों के अनुसार तय किया जाता है।
142. कंपनी द्वारा शेयर जारी करने की प्रक्रिया (Procedure of Issuing Shares) क्या है?
उत्तर:
कंपनी शेयर जारी करने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करती है, जिसे बोर्ड और शेयरधारकों द्वारा अनुमोदित किया जाता है। फिर कंपनी द्वारा पंजीकरण, आवेदन और भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जाती है। इसके बाद शेयरधारकों को उनका शेयर आवंटित किया जाता है।
143. कंपनी के लिए कानूनी कार्यवाही (Legal Proceedings by a Company) कैसे होती है?
उत्तर:
कंपनी कानूनी कार्यवाही में अपने नाम से अदालत में मुकदमा दायर कर सकती है। इसके लिए कंपनी के निदेशक, कर्ता, या अधिकृत प्रतिनिधि को अदालत में उपस्थित होना पड़ता है। यह कार्यवाही कंपनी के नीतियों और प्रक्रिया के अनुसार की जाती है।
144. कंपनी का दिवालियापन (Insolvency of a Company) क्या होता है?
उत्तर:
कंपनी का दिवालियापन वह स्थिति होती है जब कंपनी अपने देनदारियों का भुगतान करने में असमर्थ होती है। इसके बाद कंपनी की संपत्तियों को बेचकर ऋण चुकता किया जाता है, और अगर कंपनी की वित्तीय स्थिति सुधारने की संभावना नहीं होती, तो इसे कानूनी रूप से बंद किया जा सकता है।
145. कॉर्पोरेट टैक्स (Corporate Tax) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट टैक्स वह टैक्स है जो कंपनियों पर उनके लाभ के आधार पर लागू होता है। यह टैक्स कंपनी के लाभ पर गणना किया जाता है और यह निर्धारित करता है कि कंपनी को कितनी राशि सरकार को चुकानी है।
146. शेयरधारकों का अधिकार (Rights of Shareholders) क्या होते हैं?
उत्तर:
शेयरधारकों के अधिकारों में निम्नलिखित शामिल होते हैं:
- कंपनी की आम बैठक में भाग लेने का अधिकार
- लाभांश प्राप्त करने का अधिकार
- नए शेयरों के लिए प्राथमिकता का अधिकार
- कंपनी के मामलों में निर्णय लेने का अधिकार
147. कंपनी के विलय (Merger of Companies) के लाभ क्या होते हैं?
उत्तर:
कंपनी के विलय से निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:
- संचालन की लागत में कमी
- बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धा
- संसाधनों का बेहतर उपयोग
- जोखिम का वितरण
148. कंपनी द्वारा ऋण (Loans by Companies) लेने की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर:
कंपनी द्वारा ऋण लेने के लिए बोर्ड द्वारा प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाता है, जिसे शेयरधारकों की बैठक में स्वीकृति मिलनी चाहिए। इसके बाद कंपनी बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त कर सकती है, जिसे समय सीमा में चुकता करना होता है।
149. कंपनी की वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन (Evaluation of a Company’s Financial Position) कैसे किया जाता है?
उत्तर:
कंपनी की वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन उसके बैलेंस शीट, आय विवरण, नकदी प्रवाह विवरण, और अन्य वित्तीय रिपोर्ट्स के आधार पर किया जाता है। यह मूल्यांकन निवेशकों और विश्लेषकों को कंपनी के आर्थिक स्वास्थ्य का निर्धारण करने में मदद करता है।
150. कंपनी के प्रमुख कार्य (Main Functions of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
कंपनी के प्रमुख कार्यों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- व्यापार संचालन और उत्पादन
- लाभ अर्जन और वितरण
- निवेश और वित्तीय प्रबंधन
- सामाजिक और कानूनी जिम्मेदारियों का पालन करना।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 151 से 170 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
151. कंपनी की शुद्ध संपत्ति (Net Assets of a Company) क्या होती है?
उत्तर:
कंपनी की शुद्ध संपत्ति कंपनी की कुल संपत्ति में से उसकी कुल देनदारियों को घटाकर प्राप्त की जाती है। यह कंपनी के वास्तविक वित्तीय स्वास्थ्य का निर्धारण करती है और इसे कंपनी की क्षमता को मापने के लिए प्रयोग किया जाता है।
152. कंपनी का परिवर्तनीय पूंजी (Convertible Capital of a Company) क्या है?
उत्तर:
परिवर्तनीय पूंजी वह पूंजी होती है जिसे किसी निश्चित समय अवधि के बाद शेयरों में परिवर्तित किया जा सकता है। इसमें आमतौर पर कंपनी द्वारा जारी किए गए बांड या ऋण पत्र शामिल होते हैं, जिन्हें बाद में शेयरों में बदला जा सकता है।
153. कंपनी का ‘वेल्थ टैक्स’ (Wealth Tax) क्या है?
उत्तर:
वेल्थ टैक्स वह टैक्स होता है जिसे एक कंपनी की शुद्ध संपत्ति के आधार पर लगाया जाता है। हालांकि, भारत में वेल्थ टैक्स को 2015 में समाप्त कर दिया गया था, लेकिन कुछ देशों में यह टैक्स अब भी लागू है।
154. कंपनी के शेयर बाजार में सूचीकरण (Listing of Shares in the Stock Market) की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर:
कंपनी का शेयर बाजार में सूचीकरण एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें कंपनी अपने शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कराती है। इस प्रक्रिया में कंपनी को SEBI से मंजूरी प्राप्त करनी होती है, और उसे अपने शेयरों की सार्वजनिक पेशकश (IPO) करनी होती है।
155. एक कंपनी के ‘एग्रीगेटेड रेवेन्यू’ (Aggregated Revenue) का क्या मतलब है?
उत्तर:
एग्रीगेटेड रेवेन्यू से तात्पर्य एक कंपनी की कुल आय या राजस्व से है, जिसमें उसकी सभी गतिविधियों से अर्जित आय को जोड़ा जाता है। इसमें बिक्री, सेवाओं से होने वाली आय, निवेश से मिलने वाली आय और अन्य स्रोतों से मिलने वाली आय शामिल होती है।
156. कंपनी द्वारा ‘पारदर्शिता’ (Transparency) का पालन क्यों किया जाता है?
उत्तर:
कंपनियां पारदर्शिता का पालन यह सुनिश्चित करने के लिए करती हैं कि उनके वित्तीय विवरण सही, स्पष्ट और सभी हितधारकों के लिए उपलब्ध हों। यह निवेशकों और अन्य हितधारकों को कंपनी के प्रदर्शन और वित्तीय स्थिति के बारे में सही जानकारी प्रदान करने में मदद करता है।
157. कंपनी द्वारा ‘कानूनी कार्रवाई’ (Legal Action) का दायर किया जाना किस परिस्थिति में होता है?
उत्तर:
कंपनी कानूनी कार्रवाई तब दायर करती है जब वह किसी व्यक्ति या अन्य कंपनी द्वारा अपनी वित्तीय, व्यापारिक या अन्य अधिकारों का उल्लंघन पाती है। यह कार्रवाई कोर्ट या अन्य वैधानिक मंचों के माध्यम से की जा सकती है।
158. ‘आम बैठक’ (Annual General Meeting) का आयोजन क्यों किया जाता है?
उत्तर:
आम बैठक का आयोजन कंपनी के निदेशकों द्वारा अपने शेयरधारकों से वार्षिक रिपोर्ट साझा करने, कंपनी की रणनीतियों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करने, और महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए किया जाता है। यह कंपनी की कानूनी जिम्मेदारी भी होती है।
159. कंपनी के ‘संचालन समझौते’ (Operating Agreement) का महत्व क्या है?
उत्तर:
संचालन समझौता वह कानूनी दस्तावेज होता है, जो दो या दो से अधिक पार्टियों के बीच कंपनी के संचालन, वित्तीय गतिविधियों और प्रबंधन के तरीके को निर्धारित करता है। यह पार्टियों के अधिकारों और कर्तव्यों को स्पष्ट करता है और विवादों को रोकने में मदद करता है।
160. कंपनी का ‘स्वयं का पूंजीकरण’ (Capitalization of Company) क्या होता है?
उत्तर:
स्वयं का पूंजीकरण से तात्पर्य कंपनी के द्वारा अपने आरक्षित लाभ को नए शेयरों में बदलने की प्रक्रिया से है। इससे कंपनी के कुल पूंजी में वृद्धि होती है, और शेयरधारकों को नए शेयर दिए जाते हैं।
161. कंपनी की ‘धारिता’ (Liability of a Company) क्या होती है?
उत्तर:
कंपनी की धारिता से तात्पर्य कंपनी के पास होने वाली कानूनी और वित्तीय जिम्मेदारियों से है। एक लिमिटेड कंपनी के मामले में, कंपनी की धारिता उसकी संपत्ति तक सीमित होती है, और शेयरधारकों की धारिता उनके निवेश तक ही सीमित होती है।
162. ‘कंपनी की पुनर्निर्माण’ (Reconstruction of a Company) क्या होती है?
उत्तर:
कंपनी की पुनर्निर्माण एक प्रक्रिया है जिसमें कंपनी के ढांचे, संगठन या वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए बदलाव किए जाते हैं। इसमें कंपनी के ऋणों का पुनर्गठन, शेयरों का पुनर्निर्माण, और संपत्तियों का पुनर्वितरण शामिल हो सकता है।
163. कंपनी के निदेशक की ‘शक्ति’ (Powers of a Director) क्या होती है?
उत्तर:
कंपनी के निदेशक के पास कई शक्तियाँ होती हैं, जिनमें कंपनी के कामकाज को नियंत्रित करना, नीति निर्धारण, वित्तीय निर्णय लेना, और अन्य निदेशकों के साथ मिलकर कंपनी की दिशा निर्धारित करना शामिल है। निदेशक को सभी कार्यों को कंपनी के हित में करना होता है।
164. कंपनी की ‘लाभांश नीति’ (Dividend Policy of a Company) क्या होती है?
उत्तर:
लाभांश नीति वह नियम और दिशा-निर्देश होते हैं, जिन्हें कंपनी अपने शेयरधारकों को लाभांश वितरण के लिए अपनाती है। यह नीति कंपनी के लाभ, उसकी वित्तीय स्थिति और भविष्य के निवेश आवश्यकताओं के आधार पर तय की जाती है।
165. कंपनी के ‘सेल्फ-इंश्योरेंस’ (Self-Insurance) का क्या मतलब है?
उत्तर:
सेल्फ-इंश्योरेंस से तात्पर्य कंपनी द्वारा अपनी संपत्तियों और दायित्वों के लिए स्वयं बीमा लेने से है। इसमें कंपनी खुद अपने जोखिमों को कवर करती है, बजाय किसी बाहरी बीमा कंपनी से बीमा लेने के।
166. कंपनी की ‘न्यायिक समीक्षा’ (Judicial Review) क्या है?
उत्तर:
कंपनी की न्यायिक समीक्षा वह प्रक्रिया है, जिसमें अदालतें कंपनी के निर्णयों और कार्रवाईयों की कानूनी वैधता का मूल्यांकन करती हैं। यह विशेष रूप से उन स्थितियों में किया जाता है जब कंपनी के निर्णयों से किसी के कानूनी अधिकारों का उल्लंघन होता है।
167. कंपनी द्वारा शेयरों के ‘अलॉटमेंट’ (Allotment of Shares) की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर:
शेयरों का अलॉटमेंट एक प्रक्रिया है, जिसमें कंपनी अपने आवेदनकर्ताओं को शेयर जारी करती है। इस प्रक्रिया में, कंपनी को अलॉटमेंट के लिए आवेदन प्राप्त होते हैं, जिन्हें निदेशकों द्वारा अनुमोदित किया जाता है और फिर शेयरधारकों को आवंटित कर दिए जाते हैं।
168. कंपनी के ‘पारिस्थितिकीकरण’ (Ecologization of Company) का क्या मतलब है?
उत्तर:
पारिस्थितिकीकरण से तात्पर्य कंपनी के कार्यों को पर्यावरण के अनुकूल बनाने से है। इसमें कंपनी की उत्पादन प्रक्रिया, कचरे का निपटान, और ऊर्जा के उपयोग के तरीके को पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अनुकूलित करना शामिल होता है।
169. कंपनी के ‘प्री-एम्प्टिव अधिकार’ (Pre-Emptive Rights of Shareholders) क्या होते हैं?
उत्तर:
प्री-एम्प्टिव अधिकार वह अधिकार होते हैं, जिनके तहत मौजूदा शेयरधारकों को पहले अवसर दिया जाता है, जब कंपनी नए शेयर जारी करती है। इससे शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी को कम होने से बचा सकते हैं।
170. कंपनी द्वारा ‘जमानत’ (Guarantee by Company) देने की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर:
कंपनी द्वारा जमानत देने की प्रक्रिया में कंपनी किसी अन्य व्यक्ति या कंपनी के ऋण या दायित्वों के भुगतान के लिए अपनी संपत्ति या अन्य संसाधन गारंटी के रूप में प्रदान करती है। इसे आम तौर पर बोर्ड की मंजूरी की आवश्यकता होती है और यह कंपनी के हित में होना चाहिए।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 171 से 190 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
171. कंपनी का ‘मुख्य कार्यकारी अधिकारी’ (CEO) क्या होता है?
उत्तर:
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) वह व्यक्ति होता है जो कंपनी के दिन-प्रतिदिन के संचालन का प्रमुख जिम्मेदार होता है। CEO कंपनी की रणनीतियों को लागू करता है, निदेशक मंडल के दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करता है, और कंपनी के वित्तीय और व्यावसायिक प्रदर्शन की निगरानी करता है।
172. ‘कंपनी के प्रमुख’ (Principal of the Company) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
कंपनी के प्रमुख से तात्पर्य उस व्यक्ति से है जो कंपनी के समग्र प्रबंधन और नीति निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाता है। यह आमतौर पर निदेशक मंडल के चेयरमैन या मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हो सकते हैं।
173. कंपनी के ‘न्यायिक व्यक्तित्व’ (Judicial Personality of a Company) का क्या मतलब है?
उत्तर:
न्यायिक व्यक्तित्व का तात्पर्य उस क्षमता से है जिसके तहत कंपनी किसी कानूनी कार्यवाही में एक व्यक्ति के रूप में भाग ले सकती है। इसका मतलब है कि कंपनी पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है और वह अपनी ओर से मुकदमा चला सकती है।
174. कंपनी का ‘केंद्रीकरण’ (Centralization in a Company) क्या होता है?
उत्तर:
केंद्रीकरण का तात्पर्य उस प्रक्रिया से है, जिसमें कंपनी का प्रबंधन और निर्णय लेने की शक्ति शीर्ष स्तर पर केन्द्रित होती है, जैसे कि निदेशक मंडल या CEO के पास। इस प्रकार के प्रबंधन में निर्णयों का नियंत्रण एक या कुछ छोटे समूहों के हाथों में होता है।
175. कंपनी का ‘विवाद समाधान’ (Dispute Resolution in a Company) क्या है?
उत्तर:
कंपनी के भीतर विवाद समाधान से तात्पर्य विभिन्न विवादों, जैसे कि श्रमिक विवाद, साझेदारों के बीच विवाद, या व्यापारिक लेन-देन में उत्पन्न होने वाले विवादों को हल करने की प्रक्रिया से है। इसके लिए मध्यस्थता, न्यायालयीन प्रक्रिया, या कानूनी समाधान का सहारा लिया जा सकता है।
176. कंपनी के ‘प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट’ (Profit and Loss Account) का महत्व क्या है?
उत्तर:
प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट कंपनी के वित्तीय परिणामों का विवरण प्रदान करता है। इसमें कंपनी की आय, खर्च, लाभ और हानि का ब्यौरा होता है, जो निवेशकों और अन्य हितधारकों को कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने में मदद करता है।
177. ‘कॉर्पोरेट गवर्नेंस’ (Corporate Governance) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट गवर्नेंस से तात्पर्य कंपनी के संचालन, प्रबंधन, और निर्णय लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता, नैतिकता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने से है। इसमें निदेशक मंडल की भूमिका, शेयरधारकों के अधिकार, और कंपनी के भीतर नीतियों का पालन शामिल होता है।
178. कंपनी के ‘जिम्मेदार निदेशक’ (Responsible Directors) कौन होते हैं?
उत्तर:
जिम्मेदार निदेशक वे होते हैं जो कंपनी के संचालन, वित्तीय रिपोर्टिंग और कानूनी अनुपालन के लिए उत्तरदायी होते हैं। वे कंपनी की नीतियों के अनुसार निर्णय लेते हैं और कंपनी के दीर्घकालिक हितों की रक्षा करते हैं।
179. कंपनी के ‘ऋण’ (Debt of a Company) से तात्पर्य क्या है?
उत्तर:
कंपनी का ऋण वह राशि होती है, जो कंपनी ने उधार ली होती है, जैसे कि बांड, लोन, और अन्य वित्तीय दायित्व। यह राशि कंपनी के पास देनदारी होती है, जिसे उसे भविष्य में चुकाना होता है।
180. ‘कॉर्पोरेट क्राइम’ (Corporate Crime) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट क्राइम से तात्पर्य उन अपराधों से है जो किसी कंपनी या उसके कर्मचारियों द्वारा किए जाते हैं और जो कंपनी के व्यापारिक हितों को प्रभावित करते हैं। इसमें धोखाधड़ी, वित्तीय अपराध, और पर्यावरणीय कानूनों का उल्लंघन शामिल हो सकता है।
181. कंपनी की ‘पारदर्शिता’ (Transparency in a Company) के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
कंपनी की पारदर्शिता से यह सुनिश्चित होता है कि सभी वित्तीय और संचालन संबंधी जानकारी शेयरधारकों, निवेशकों और अन्य हितधारकों को सही तरीके से उपलब्ध हो। इससे कंपनी के विश्वास में वृद्धि होती है और यह निवेशकों को अधिक आकर्षित करती है।
182. कंपनी के ‘भविष्यवाणी’ (Forecasting in a Company) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
भविष्यवाणी से तात्पर्य उस प्रक्रिया से है जिसमें कंपनी अपनी भविष्य की वित्तीय स्थिति, आय और खर्चों का अनुमान लगाती है। यह रणनीतिक निर्णय लेने में मदद करती है और निवेशकों को कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन के बारे में जानकारी देती है।
183. कंपनी के ‘शेयरधारकों का अधिकार’ (Rights of Shareholders) क्या होते हैं?
उत्तर:
शेयरधारकों के पास कंपनी के प्रमुख निर्णयों में भाग लेने, लाभांश प्राप्त करने, और बोर्ड के चुनावों में वोट डालने का अधिकार होता है। इसके अलावा, उन्हें कंपनी के प्रदर्शन और वित्तीय स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अधिकार भी होता है।
184. ‘कंपनी का लाभांश नीति’ (Dividend Policy of a Company) क्यों महत्वपूर्ण होती है?
उत्तर:
लाभांश नीति महत्वपूर्ण होती है क्योंकि यह कंपनी की नीति और दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसके अंतर्गत वह अपने शेयरधारकों को लाभांश के रूप में कितना हिस्सा वितरित करेगी। यह निवेशकों के विश्वास को प्रभावित करती है और कंपनी की वित्तीय स्थिरता का संकेत देती है।
185. कंपनी के ‘नमूने और मॉडल’ (Models and Templates of a Company) का क्या महत्व है?
उत्तर:
कंपनी के नमूने और मॉडल विभिन्न प्रकार के कानूनी दस्तावेजों, जैसे कि समझौते, अनुबंध, और नीति निर्माण में मदद करते हैं। ये कानूनी रूपरेखाएँ कंपनी को सुनिश्चित करती हैं कि वह उचित तरीके से और कानूनी रूप से अपने कार्यों का संचालन कर रही है।
186. ‘कंपनी का लाभ और हानि खाता’ (Profit and Loss Account of a Company) के उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर:
लाभ और हानि खाता कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, जिसमें आय, खर्च, लाभ और हानि का विवरण होता है। इसका उद्देश्य कंपनी के लाभ को मापना और शेयरधारकों को कंपनी के आर्थिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देना है।
187. कंपनी के ‘उधारी’ (Borrowings of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
कंपनी का उधारी वह राशि होती है, जो कंपनी ने विभिन्न स्रोतों से उधार ली होती है। इसमें बैंकों से लिया गया ऋण, बांड, और अन्य वित्तीय दायित्व शामिल होते हैं। उधारी कंपनी के वित्तीय संकट का कारण बन सकती है यदि इसे समय पर चुकाया न जाए।
188. ‘कंपनी का लेखा परीक्षा’ (Auditing of a Company) का क्या महत्व है?
उत्तर:
कंपनी की लेखा परीक्षा एक स्वतंत्र और पेशेवर प्रक्रिया है, जिसमें कंपनी के वित्तीय विवरणों की सहीता और वैधता की जाँच की जाती है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति सही ढंग से दर्शाई जा रही है और उसके लेखांकन मानकों का पालन हो रहा है।
189. कंपनी के ‘संचालन खर्च’ (Operating Expenses of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
संचालन खर्च से तात्पर्य उन खर्चों से है जो कंपनी के सामान्य संचालन के दौरान होती हैं। इसमें कर्मचारियों के वेतन, सामग्री की खरीद, इन्श्योरेंस प्रीमियम, किराया, और अन्य नियमित खर्च शामिल होते हैं।
190. कंपनी का ‘आर्थिक निर्णय’ (Financial Decision of a Company) क्या होता है?
उत्तर:
आर्थिक निर्णय वह निर्णय होते हैं जो कंपनी अपने वित्तीय संसाधनों को प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए लेती है। इसमें निवेश निर्णय, पूंजी संरचना, लाभांश नीति, और जोखिम प्रबंधन जैसी बातें शामिल होती हैं।
यहां व्यापार और कॉर्पोरेट कानून से संबंधित 191 से 210 तक के महत्वपूर्ण प्रश्न और विस्तृत उत्तर दिए गए हैं:
191. कंपनी के ‘धारक’ (Debentures Holder) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
धारक वह व्यक्ति होता है जिसने कंपनी के द्वारा जारी किए गए डिबेंचर्स (ऋण पत्र) को खरीदा होता है। डिबेंचर धारक को निश्चित ब्याज दर पर ब्याज प्राप्त होता है, और कंपनी को अपनी संपत्ति या अन्य सुरक्षा के रूप में ऋण चुकता करना होता है।
192. ‘डिवीडेंड’ (Dividend) से तात्पर्य क्या है?
उत्तर:
डिवीडेंड वह राशि है जो कंपनी अपने लाभ से शेयरधारकों को वितरित करती है। यह राशि सामान्यतः कंपनी के मुनाफे का एक हिस्सा होती है और इसे प्रति शेयर तय किया जाता है।
193. कंपनी का ‘सामान्य बैठक’ (General Meeting of a Company) क्या है?
उत्तर:
सामान्य बैठक कंपनी का एक महत्वपूर्ण बैठक होती है जिसमें सभी शेयरधारक भाग लेते हैं। इसमें वित्तीय रिपोर्ट्स, लाभांश, निदेशकों का चुनाव और अन्य महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा होती है। यह बैठक वार्षिक रूप से होती है।
194. कंपनी के ‘निदेशक मंडल’ (Board of Directors) की भूमिका क्या होती है?
उत्तर:
निदेशक मंडल कंपनी के प्रमुख प्रबंधक होते हैं और कंपनी की नीति निर्धारण और दैनिक कार्यों की दिशा तय करते हैं। उनका कार्य कंपनी के हित में निर्णय लेना और उसे सही दिशा में चलाना है।
195. कंपनी के ‘निवेशक’ (Investor) का महत्व क्या है?
उत्तर:
निवेशक वह व्यक्ति होता है जो कंपनी के शेयर या डिबेंचर्स में निवेश करता है। निवेशक कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य के बारे में निर्णय लेने में मदद करते हैं और कंपनी की रणनीतिक योजनाओं में योगदान करते हैं। निवेशक कंपनी के लिए धन का स्रोत प्रदान करते हैं।
196. कंपनी के ‘निदेशक’ (Director) की जिम्मेदारियाँ क्या हैं?
उत्तर:
निदेशक की जिम्मेदारियाँ कंपनी के समग्र प्रबंधन, रणनीति निर्धारण, और वित्तीय निर्णयों को लेने की होती हैं। उन्हें कंपनी के हित में काम करना होता है और सभी कानूनी और वित्तीय जिम्मेदारियों का पालन करना होता है।
197. कंपनी का ‘वित्तीय लेखा’ (Financial Accounting) क्या होता है?
उत्तर:
वित्तीय लेखा वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी के वित्तीय लेन-देन की रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग की जाती है। इसका उद्देश्य कंपनी के वित्तीय स्थिति का स्पष्ट चित्र प्रस्तुत करना होता है, ताकि शेयरधारकों और निवेशकों को सही जानकारी मिल सके।
198. ‘सामग्री संपत्ति’ (Tangible Assets) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
सामग्री संपत्ति वह संपत्ति होती है जिसका भौतिक रूप होता है, जैसे कि भवन, मशीनरी, वाहन आदि। यह संपत्तियाँ कंपनी के संचालन में उपयोग होती हैं और इनका मूल्य वित्तीय रिपोर्ट्स में दर्ज किया जाता है।
199. कंपनी के ‘गोपनीयता समझौते’ (Confidentiality Agreement) का क्या उद्देश्य होता है?
उत्तर:
गोपनीयता समझौता एक कानूनी दस्तावेज होता है जो यह सुनिश्चित करता है कि कंपनी की संवेदनशील जानकारी, जैसे कि व्यापारिक योजनाएँ और ग्राहक विवरण, गुप्त रखी जाएं। यह समझौता कर्मचारियों, साझेदारों और अन्य संबंधित पक्षों के साथ किया जाता है।
200. ‘कॉर्पोरेट समामेलन’ (Corporate Merger) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट समामेलन वह प्रक्रिया है जिसमें दो या दो से अधिक कंपनियाँ एक साथ मिलकर एक नई कंपनी बनाती हैं या एक कंपनी दूसरी कंपनी को पूरी तरह से अपने में समाहित कर लेती है। यह व्यवसाय को विस्तार और बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के उद्देश्य से किया जाता है।
201. कंपनी के ‘मूलधन’ (Share Capital) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
मूलधन वह धनराशि होती है जो कंपनी अपने शेयरधारकों से प्राप्त करती है, जब वे कंपनी के शेयर खरीदते हैं। यह कंपनी के वित्तीय संसाधन का मूल स्रोत होता है और इसका उपयोग कंपनी के व्यावसायिक संचालन में किया जाता है।
202. कंपनी की ‘सार्वजनिक पेशकश’ (Public Offering) क्या होती है?
उत्तर:
सार्वजनिक पेशकश वह प्रक्रिया होती है जिसमें कंपनी अपने शेयरों या बांड्स को आम जनता के लिए बिक्री के लिए उपलब्ध कराती है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य पूंजी जुटाना और कंपनी को सार्वजनिक स्तर पर सूचीबद्ध करना होता है।
203. कंपनी के ‘वित्तीय जोखिम’ (Financial Risk) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
वित्तीय जोखिम वह संभावना होती है कि कंपनी अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पाएगी, जैसे कि ऋण चुकाने में विफलता। यह जोखिम कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और इसके लिए सही प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
204. ‘कॉर्पोरेट प्रशासन’ (Corporate Administration) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट प्रशासन वह प्रणाली है जिसके तहत कंपनी का संचालन और प्रबंधन किया जाता है। इसमें कंपनी के कानूनी, वित्तीय, और नैतिक मानकों का पालन करना और शेयरधारकों के हितों का संरक्षण करना शामिल होता है।
205. ‘कॉर्पोरेट पहचान’ (Corporate Identity) क्या है?
उत्तर:
कॉर्पोरेट पहचान वह छवि होती है जिसे कंपनी अपने ब्रांड, नाम, लोगो, और विज्ञापनों के माध्यम से प्रस्तुत करती है। यह कंपनी की पहचान को दर्शाता है और ग्राहकों, निवेशकों, और कर्मचारियों को कंपनी के प्रति विश्वास दिलाने में मदद करता है।
206. कंपनी के ‘संवेदनशील दस्तावेज’ (Sensitive Documents of a Company) क्या होते हैं?
उत्तर:
संवेदनशील दस्तावेज वे दस्तावेज होते हैं जो कंपनी के व्यापार, वित्तीय स्थिति, और रणनीति से संबंधित महत्वपूर्ण और गोपनीय जानकारी रखते हैं। इन्हें सुरक्षा के तहत रखा जाता है और केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही इनकी जानकारी दी जाती है।
207. कंपनी के ‘कानूनी ढांचे’ (Legal Framework of a Company) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
कंपनी का कानूनी ढांचा उस संरचना को दर्शाता है जिसमें कंपनी का गठन, संचालन और विनियमन होता है। इसमें कंपनी के लिए लागू कानूनी नियम और उपनियम होते हैं, जैसे कि कंपनी अधिनियम, वित्तीय रिपोर्टिंग, और अन्य कानूनी प्रक्रियाएँ।
208. कंपनी का ‘मूल्यांकन’ (Valuation of a Company) क्या होता है?
उत्तर:
कंपनी का मूल्यांकन एक प्रक्रिया होती है जिसमें कंपनी के वित्तीय स्थिति, परिसंपत्तियों, और आय के आधार पर उसकी कुल मूल्य का आकलन किया जाता है। यह निवेशकों और संभावित खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण होता है।
209. कंपनी के ‘खातों का संचालन’ (Operation of Accounts of a Company) क्या है?
उत्तर:
खातों का संचालन उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें कंपनी के सभी वित्तीय लेन-देन को दर्ज किया जाता है। यह प्रक्रिया कंपनी के लाभ, हानि, और परिसंपत्तियों का सही लेखा-जोखा रखने के लिए आवश्यक होती है।
210. कंपनी का ‘विपणन’ (Marketing of a Company) क्या है?
उत्तर:
विपणन वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी अपने उत्पादों और सेवाओं को बाजार में प्रचारित करती है। यह ग्राहकों को आकर्षित करने और बिक्री बढ़ाने के उद्देश्य से किया जाता है और इसमें विज्ञापन, प्रचार, और प्रचारात्मक रणनीतियाँ शामिल होती हैं।