प्रश्न 1: साइबर अपराध क्या है? साइबर अपराध के विभिन्न प्रकारों की विस्तारपूर्वक व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
परिचय:
आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर, इंटरनेट और मोबाइल टेक्नोलॉजी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं। इनके साथ ही एक नया अपराध क्षेत्र भी उभर कर आया है, जिसे साइबर अपराध कहा जाता है।
साइबर अपराध की परिभाषा:
साइबर अपराध वह अवैध गतिविधि है जो कंप्यूटर, इंटरनेट, नेटवर्क या अन्य डिजिटल उपकरणों के माध्यम से की जाती है। इसमें डाटा चोरी, धोखाधड़ी, धमकी, अश्लील सामग्री का प्रसार आदि शामिल हैं।
साइबर अपराध के प्रमुख प्रकार:
- हैकिंग (Hacking):
बिना अनुमति के किसी अन्य व्यक्ति के कंप्यूटर सिस्टम या डाटा तक पहुंच बनाना। यह डाटा चोरी या क्षति पहुंचाने के लिए किया जाता है। - फिशिंग (Phishing):
किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी (जैसे बैंक डिटेल्स, पासवर्ड) को धोखे से प्राप्त करने का कार्य। यह आमतौर पर नकली ईमेल या वेबसाइट्स के माध्यम से किया जाता है। - साइबर स्टॉकिंग (Cyber Stalking):
किसी व्यक्ति को बार-बार ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया के माध्यम से परेशान करना। यह मानसिक उत्पीड़न का कारण बनता है। - वायरस और मैलवेयर हमले (Virus & Malware Attacks):
कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचाने वाले प्रोग्राम का इस्तेमाल कर डाटा नष्ट करना या चुराना। - डाटा चोरी (Data Theft):
किसी संगठन या व्यक्ति की गोपनीय जानकारी को अवैध रूप से प्राप्त करना। - साइबर आतंकवाद (Cyber Terrorism):
इंटरनेट का उपयोग करके राष्ट्र की सुरक्षा, व्यवस्था या अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाना। - ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud):
इंटरनेट के माध्यम से धन की ठगी जैसे नकली वेबसाइट बनाकर लोगों से पैसे ऐंठना। - चाइल्ड पोर्नोग्राफी:
इंटरनेट पर बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री का निर्माण, प्रसारण या संग्रह करना। यह घोर अपराध की श्रेणी में आता है।
निष्कर्ष:
साइबर अपराध आज एक गंभीर चुनौती बन चुका है। इससे निपटने के लिए न केवल कानूनों की आवश्यकता है, बल्कि जन-जागरूकता और साइबर सुरक्षा उपायों को अपनाना भी अत्यंत आवश्यक है।