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टॉर्ट विधि में बैटरी (Battery): परिभाषा, आवश्यक तत्व और सहमति का बचाव

टॉर्ट विधि में बैटरी (Battery): परिभाषा, आवश्यक तत्व और सहमति का बचाव – एक विस्तृत विश्लेषण


परिचय

मानव समाज में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी शारीरिक स्वतंत्रता (Bodily Integrity) और व्यक्तिगत सुरक्षा (Personal Security) का अधिकार प्राप्त है। यह अधिकार व्यक्ति की गरिमा और स्वतंत्रता की नींव है। जब कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के शरीर के साथ उसकी इच्छा के विरुद्ध कोई अवांछनीय शारीरिक संपर्क (Unlawful Physical Contact) करता है, तो यह “बैटरी” (Battery) कहलाता है।

टॉर्ट (Tort) कानून में बैटरी एक व्यक्तिगत अत्याचार (Trespass to Person) का रूप है, जो व्यक्ति के शरीर और उसकी सुरक्षा के खिलाफ होता है। यह Assault से भिन्न है क्योंकि Assault में केवल भय या आशंका होती है, जबकि Battery में वास्तविक शारीरिक संपर्क होता है।

यह लेख बैटरी की विधिक परिभाषा, उसके आवश्यक तत्व, सहमति (Consent) के रूप में बचाव, और संबंधित न्यायिक दृष्टांतों (Case Laws) का विस्तृत अध्ययन प्रस्तुत करता है।


1. बैटरी (Battery) की परिभाषा और अर्थ

‘Battery’ शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच शब्द battre से हुई है, जिसका अर्थ है “मारना या प्रहार करना।”

सामान्य अर्थ में, Battery का तात्पर्य है — किसी व्यक्ति के शरीर के साथ जानबूझकर और बिना कानूनी औचित्य के शारीरिक संपर्क करना।

(i) प्रसिद्ध विधिवेत्ताओं द्वारा परिभाषाएँ:

  1. Winfield & Jolowicz
    “Battery is the intentional and direct application of physical force to another person without lawful justification.”
    अर्थात् — किसी व्यक्ति पर जानबूझकर और बिना वैध औचित्य के बल का प्रयोग करना।
  2. Ratanlal & Dhirajlal
    “Battery means the intentional touching of another person in a rude or angry manner without lawful excuse.”
  3. Salmond on Torts
    “Battery consists in the actual striking or touching of another person against his will in an angry, revengeful, rude or insolent manner.”

(ii) भारतीय विधि में स्थिति:

भारतीय टॉर्ट कानून में बैटरी की कोई विशिष्ट परिभाषा नहीं दी गई है, परंतु भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 350 और 351 के अंतर्गत “Force” और “Criminal Force” की परिभाषाएँ बैटरी के समानार्थक हैं।
इस प्रकार, टॉर्ट और आपराधिक कानून दोनों में Battery एक शारीरिक आघात (Physical Wrong) के रूप में मानी जाती है।


2. बैटरी (Battery) के आवश्यक तत्व (Essential Elements of Battery)

किसी कार्य को Battery सिद्ध करने के लिए निम्नलिखित आवश्यक तत्वों का होना अनिवार्य है —


(i) प्रतिवादी द्वारा कोई सकारात्मक कार्य (Positive Act by Defendant)

बैटरी तभी होगी जब प्रतिवादी ने कोई सकारात्मक कार्य (Positive Act) किया हो। केवल उपेक्षा या निष्क्रियता पर्याप्त नहीं होती।
उदाहरण: किसी को जानबूझकर धक्का देना, थप्पड़ मारना, या वस्तु से प्रहार करना।

केस उदाहरण:
Fagan v. Metropolitan Police Commissioner (1969) – अभियुक्त ने गलती से पुलिस अधिकारी के पैर पर गाड़ी चढ़ा दी, परंतु जब उसे बताया गया तो उसने जानबूझकर गाड़ी नहीं हटाई। न्यायालय ने कहा कि यह एक निरंतर Battery थी क्योंकि जानबूझकर शारीरिक संपर्क जारी रखा गया।


(ii) शारीरिक संपर्क (Physical Contact)

Battery के लिए शारीरिक संपर्क (Touching) आवश्यक है। यह संपर्क सीधे (जैसे थप्पड़) या परोक्ष रूप से (जैसे किसी वस्तु से) हो सकता है।

उदाहरण:

  • किसी पर पत्थर फेंकना
  • किसी को पानी फेंकना
  • किसी पर छड़ी से वार करना

Cole v. Turner (1704) – न्यायालय ने कहा कि “बैटरी का अर्थ है किसी व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति को क्रोध या दुर्भावना से छूना।”


(iii) संपर्क जानबूझकर किया गया हो (Intention)

बैटरी के लिए यह आवश्यक है कि कार्य जानबूझकर (Intentional) किया गया हो।
यदि कार्य आकस्मिक या अनजाने में हुआ है, तो वह Battery नहीं माना जाएगा।

उदाहरण: यदि भीड़ में गलती से किसी से टकरा जाए, तो यह Battery नहीं है क्योंकि इरादा नहीं था।

Case: Letang v. Cooper (1965) – न्यायालय ने कहा कि Battery केवल “intentional acts” पर लागू होती है, लापरवाही (Negligence) के मामलों में नहीं।


(iv) संपर्क अवांछनीय और बिना सहमति के हो (Without Consent)

यदि किसी व्यक्ति ने पहले से ही शारीरिक संपर्क की अनुमति दी है, तो वह Battery नहीं कहलाएगी।
इस पर विस्तार से हम नीचे “Consent as Defence” भाग में चर्चा करेंगे।


(v) बिना वैध औचित्य (Without Lawful Justification)

यदि शारीरिक संपर्क किसी वैध कानूनी अधिकार के अंतर्गत हुआ है, जैसे कि पुलिस द्वारा गिरफ्तारी या आत्मरक्षा में बल का प्रयोग, तो वह Battery नहीं है।

Case: Collins v. Wilcock (1984) – पुलिस अधिकारी ने महिला को रोकने के लिए उसका हाथ पकड़ लिया, जबकि महिला के पास जाने का कानूनी कारण नहीं था। न्यायालय ने कहा कि यह Battery है क्योंकि यह बिना वैध औचित्य के शारीरिक संपर्क था।


3. बैटरी के प्रकार (Types of Battery)

बैटरी को परिस्थितियों के आधार पर तीन प्रकारों में बाँटा जा सकता है —

  1. Direct Battery: जब संपर्क सीधे व्यक्ति के शरीर से होता है, जैसे किसी को थप्पड़ मारना।
  2. Indirect Battery: जब संपर्क किसी वस्तु या माध्यम से होता है, जैसे पानी फेंकना या किसी पर कुत्ता छोड़ना।
  3. Constructive Battery: जब किसी व्यक्ति के निर्देश पर किसी अन्य द्वारा संपर्क कराया जाता है।

4. बैटरी के उदाहरण (Illustrations of Battery)

  1. किसी व्यक्ति को बिना अनुमति छूना या धक्का देना।
  2. किसी के चेहरे पर पानी या पेय पदार्थ फेंकना।
  3. किसी पर छड़ी या पत्थर से वार करना।
  4. किसी पर जानबूझकर वाहन चढ़ाना।
  5. डॉक्टर द्वारा बिना रोगी की सहमति के ऑपरेशन करना।

इन सभी स्थितियों में व्यक्ति की इच्छा के विरुद्ध शारीरिक संपर्क हुआ है — इसलिए ये Battery के उदाहरण हैं।


5. बैटरी के विधिक परिणाम (Legal Consequences of Battery)

बैटरी के परिणाम दो स्तरों पर होते हैं —

(A) सिविल दायित्व (Civil Liability)

  1. प्रतिपूरक हर्जाना (Compensatory Damages): पीड़ित व्यक्ति शारीरिक या मानसिक क्षति के लिए हर्जाना प्राप्त कर सकता है।
  2. दंडात्मक हर्जाना (Punitive Damages): यदि कार्य दुर्भावनापूर्ण हो, तो अतिरिक्त दंड स्वरूप हर्जाना दिया जा सकता है।
  3. निषेधाज्ञा (Injunction): बार-बार Battery करने वाले व्यक्ति को रोकने के लिए न्यायालय निषेधाज्ञा जारी कर सकता है।

(B) आपराधिक दायित्व (Criminal Liability)

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 350, 351, 352, 354 आदि के अंतर्गत Battery के समान अपराधों का प्रावधान है, जैसे —

  • धारा 352: बिना उकसावे के बल प्रयोग या हमला,
  • धारा 354: स्त्री की लज्जा भंग करने हेतु बल प्रयोग।

इनके लिए कारावास और जुर्माने दोनों का प्रावधान है।


6. बैटरी के प्रति उपलब्ध बचाव (Defences to Battery)

किसी व्यक्ति को Battery के आरोप से बचाने के लिए कई वैध बचाव उपलब्ध हैं।


(i) सहमति (Consent)

यह बैटरी के विरुद्ध सबसे महत्वपूर्ण बचाव है।
यदि पीड़ित व्यक्ति ने शारीरिक संपर्क के लिए सहमति दी है, तो वह Battery नहीं मानी जाएगी।

सहमति के रूप:

  1. स्पष्ट सहमति (Express Consent):
    जब व्यक्ति स्पष्ट रूप से अनुमति देता है, जैसे डॉक्टर को सर्जरी के लिए अनुमति देना।
  2. निहित सहमति (Implied Consent):
    जब परिस्थितियों से सहमति मानी जाती है, जैसे खेलों में संपर्क।
  3. कानूनी सहमति (Consent by Law):
    जैसे पुलिस द्वारा तलाशी या गिरफ्तारी।

सीमाएँ (Limits of Consent):

  • सहमति स्वेच्छिक और स्वतंत्र होनी चाहिए।
  • सहमति धोखे या बल से प्राप्त नहीं होनी चाहिए।
  • सहमति कानूनी उद्देश्य के लिए होनी चाहिए।

केस उदाहरण:

  1. Hall v. Brooklands Auto Racing Club (1933) – रेस देखने आए व्यक्ति को कार की दुर्घटना में चोट लगी। न्यायालय ने कहा कि उसने खेल के जोखिम के लिए सहमति दी थी, इसलिए आयोजक उत्तरदायी नहीं हैं।
  2. Chatterton v. Gerson (1981) – मरीज ने सर्जरी के लिए सामान्य जोखिम जानकर सहमति दी। बाद में जटिलता आई। न्यायालय ने कहा कि जब तक धोखा नहीं हुआ, सहमति वैध है।
  3. R v. Williams (1923) – गायन शिक्षक ने छात्रा से कहा कि वह श्वास सुधार के लिए यौन क्रिया कर रहा है। न्यायालय ने कहा कि यह धोखे से प्राप्त सहमति थी, इसलिए Battery सिद्ध हुई।

(ii) आत्मरक्षा (Self-Defence)

यदि व्यक्ति ने अपनी या किसी अन्य की रक्षा हेतु उचित बल प्रयोग किया है, तो यह Battery नहीं होगी।
लेकिन बल उचित सीमा में होना चाहिए।


(iii) अनुशासनात्मक अधिकार (Disciplinary Authority)

अभिभावक या शिक्षक द्वारा बच्चे को अनुशासित करने के लिए सीमित बल प्रयोग वैध माना जाता है।


(iv) वैधानिक अधिकार (Legal Authority)

पुलिस अधिकारी द्वारा गिरफ्तारी या तलाशी के दौरान किया गया संपर्क यदि कानूनी रूप से अधिकृत है, तो वह Battery नहीं होगी।


(v) अपरिहार्य दुर्घटना (Inevitable Accident)

यदि कार्य आकस्मिक था और उसमें कोई लापरवाही नहीं थी, तो व्यक्ति Battery के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।


7. प्रमुख न्यायिक दृष्टांत (Leading Case Laws)

(1) Cole v. Turner (1704)

तथ्य: दो व्यक्तियों के बीच पुल पर हल्का धक्का-मुक्की हुई।
निर्णय: न्यायालय ने कहा — “कोई भी व्यक्ति दूसरे को क्रोध या दुर्भावना से छूता है, तो वह Battery है।”


(2) Collins v. Wilcock (1984)

तथ्य: एक पुलिस अधिकारी ने बिना वैध कारण के महिला का हाथ पकड़ लिया।
निर्णय: न्यायालय ने कहा कि यह Battery है क्योंकि यह बिना सहमति और औचित्य के किया गया संपर्क था।


(3) Fagan v. Metropolitan Police Commissioner (1969)

तथ्य: अभियुक्त ने गलती से पुलिस अधिकारी के पैर पर गाड़ी चढ़ा दी और बाद में जानबूझकर हटाई नहीं।
निर्णय: यह एक निरंतर Battery मानी गई क्योंकि संपर्क जानबूझकर जारी रखा गया।


(4) Wilson v. Pringle (1986)

तथ्य: एक छात्र ने मजाक में दूसरे को धक्का दिया जिससे चोट लगी।
निर्णय: न्यायालय ने कहा कि Battery के लिए “hostile intent” आवश्यक है; केवल मजाक में किया गया संपर्क Battery नहीं होगा।


(5) Hall v. Brooklands Auto Racing Club (1933)

तथ्य: रेस देखने वाले व्यक्ति को कार दुर्घटना में चोट लगी।
निर्णय: दर्शक ने निहित सहमति दी थी, इसलिए आयोजक उत्तरदायी नहीं।


8. बैटरी और असॉल्ट (Assault) में अंतर

आधार Assault (अत्याचार) Battery (बैटरी)
1. परिभाषा भय या आशंका उत्पन्न करना वास्तविक शारीरिक संपर्क
2. संपर्क आवश्यक नहीं अनिवार्य
3. प्रभाव मानसिक भय शारीरिक क्षति
4. प्रकृति प्रयत्नात्मक अपराध वास्तविक कृत्य
5. उदाहरण किसी पर बंदूक तानना गोली चलाना

9. बैटरी का सामाजिक और विधिक महत्व

बैटरी केवल व्यक्तिगत अधिकार का उल्लंघन नहीं, बल्कि समाज की नैतिकता, मर्यादा और शांति के लिए भी खतरा है।
कानून इसका दंड इसलिए देता है ताकि —

  1. व्यक्ति अपनी शारीरिक स्वतंत्रता का आनंद सुरक्षित रूप से ले सके।
  2. समाज में अनुशासन और आत्मसंयम बना रहे।
  3. हिंसा और आक्रामकता पर नियंत्रण हो सके।

10. निष्कर्ष (Conclusion)

बैटरी (Battery) टॉर्ट कानून का एक महत्वपूर्ण भाग है जो व्यक्ति की शारीरिक स्वतंत्रता और गरिमा की रक्षा करता है। यह केवल किसी पर चोट पहुँचाने से नहीं, बल्कि उसकी इच्छा के विरुद्ध किसी भी अवांछनीय शारीरिक संपर्क से संबंधित है।

इस अपराध के लिए आवश्यक है कि कार्य जानबूझकर, बिना सहमति और बिना वैध औचित्य के किया गया हो। वहीं, सहमति, आत्मरक्षा या कानूनी अधिकार वैध बचाव माने जाते हैं।

न्यायालयों ने अपने निर्णयों के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि बैटरी केवल बल प्रयोग नहीं बल्कि व्यक्ति के सम्मान का उल्लंघन भी है।
कानून का उद्देश्य केवल दंड देना नहीं, बल्कि समाज में यह संदेश देना है कि हर व्यक्ति के शरीर और स्वतंत्रता को पवित्र माना जाए।

अंततः कहा जा सकता है —

“Battery protects the sanctity of the human body just as Assault protects the sanctity of the human mind.”

अर्थात् — बैटरी व्यक्ति के शरीर की सुरक्षा करती है और उसकी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए कानून का प्रहरी है।