जब बॉयफ्रेंड दे निजी फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी: कानूनी अधिकार और सजा
🔴 भूमिका:
आज के डिजिटल युग में निजी संबंधों में विश्वास का टूटना और तकनीक का दुरुपयोग एक गंभीर सामाजिक व कानूनी समस्या बन चुका है। कई बार देखा गया है कि ब्रेकअप या झगड़े के बाद बॉयफ्रेंड निजी फोटो, वीडियो या चैट को वायरल करने की धमकी देता है। यह न केवल मानसिक शोषण है, बल्कि गंभीर अपराध भी है, जिसके लिए भारतीय कानून में कठोर सजा का प्रावधान है।
⚖️ ऐसा करने पर कौन-कौन सी धाराएं लागू होती हैं?
1. भारतीय न्याय संहिता (BNSS) 2023 की धारा 73 – आपराधिक धमकी (Criminal Intimidation):
- यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी को डराने या धमकाने के उद्देश्य से यह कहता है कि वह उसकी छवि को नुकसान पहुँचाएगा, तो यह अपराध है।
- यह धारा उन स्थितियों पर भी लागू होती है जहां निजी तस्वीरों या वीडियो के ज़रिए ब्लैकमेल किया जाता है।
🔸 सज़ा:
- अधिकतम 7 साल की कैद या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं।
2. BNSS 2023 की धारा 356 – यौन उत्पीड़न और अपमान (Sexual Harassment & Outrage of Modesty):
- यदि कोई व्यक्ति किसी महिला की इज्जत और निजता को नुकसान पहुंचाने के लिए उसकी निजी चीज़ों का दुरुपयोग करता है, तो यह धारा लागू होती है।
🔸 सज़ा:
- अधिकतम 5 से 7 साल तक की कैद और जुर्माना।
3. सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act), 2000 की धाराएं:
🔹 धारा 66E – निजता का उल्लंघन (Violation of Privacy):
- जब कोई व्यक्ति छिपकर, बिना अनुमति के किसी की तस्वीर या वीडियो बनाता है या प्रसारित करता है।
🔸 सज़ा:
- 3 साल तक की जेल और/या ₹2 लाख रुपये तक जुर्माना।
🔹 धारा 67A – अश्लील सामग्री का इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रसारण (Publishing or transmitting sexually explicit content):
- यदि कोई व्यक्ति अश्लील या अंतरंग वीडियो/फोटो को इलेक्ट्रॉनिक रूप से शेयर करता है।
🔸 सज़ा:
- पहली बार अपराध पर: 5 साल की सजा और ₹10 लाख तक जुर्माना।
- दूसरी बार अपराध पर: 7 साल की सजा और ₹10 लाख तक जुर्माना।
🛡️ पीड़िता को क्या करना चाहिए?
- सबूत सुरक्षित रखें:
- धमकी वाले मैसेज, कॉल रिकॉर्डिंग, चैट, स्क्रीनशॉट आदि को संभालकर रखें।
- निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करें।
- आप ऑनलाइन भी https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कर सकती हैं।
- महिला आयोग या NGO से संपर्क करें
- वे कानूनी और भावनात्मक सहायता देने के लिए तैयार रहते हैं।
- FIR दर्ज करवाएं:
- पुलिस द्वारा FIR दर्ज करवाने से कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी और आरोपी को गिरफ़्तार भी किया जा सकता है।
⚠️ यह अपराध क्यों गंभीर माना जाता है?
- यह न सिर्फ एक महिला की निजता का उल्लंघन है, बल्कि मानसिक उत्पीड़न, सामाजिक प्रतिष्ठा की हानि और आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता है।
- कानून इसे “Digital Rape of Privacy” की तरह देखता है।
✅ निष्कर्ष:
यदि कोई बॉयफ्रेंड निजी फोटो या वीडियो वायरल करने की धमकी दे, तो यह सहन करने की नहीं बल्कि कानूनी कार्रवाई करने की स्थिति है। भारत के कानून महिलाओं की गरिमा और निजता की रक्षा करता है। डरें नहीं, सामने आएं और FIR करवाएं। कानून आपके साथ है।